शर्मा जी, फेसबुक और ‘लाइक’ का चक्कर
आमेरे परम मित्र शर्मा जी इन दिनों बेहद खफा हैं। दरअसल, वे खफा आॅफलाइन मित्रों से नहीं, बल्कि आॅनलाइन मित्रों से हैं। भड़ककर कहते हैं-'भला! यह भी कोई बात हुई। चार हजार फेसबुक फ्रेंड और लाइक मात्र सात सौ। भई, बहुत हो गई, अब निष्क्रिय दोस्तों को बाहर का ...
आतंकवाद मिटाने को ‘राम’ बनायें
विजय दशमी (दशहरा) विशेष
भारत भूमि को आतंक की पीड़ा सदैव ही सहनी पड़ी है। चाहे वह सतयुग हो, त्रेता युग हो या द्वापर युग हो। इन आतंकियों को तब असुर, राक्षस, दानव, दैत्य, निशाचर जैसे नामों से पहचाना गया था। हिरण्यकश्यप, रावण, कंस ये सभी व ऐसे ही राक्षसवृ...
आतंकियों की निराशा और कायरता भरे हमले
इसे आतंकवादियों की निराशा व कायरता ही कहा जा सकता है कि अब छुट्टी पर घर आए सुरक्षा कर्मियों को उनके घरों में ही निशाना बनाया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर में छुट्टी पर आए बीएसएफ के एक जवान की उसके घर में ही हत्या कर दी गई। इससे पूर्व लैफ्टिनैंट उमर फ्याज ...
कैसे बचेंगे सिकुड़ते ग्लेशियर
आप्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय जर्नल नेचर का यह खुलासा चिंतित करने वाला है कि ग्लोबल वार्मिंग के चलते एशियाई ग्लेशियरों के सिकुड़ने का खतरा बढ़ गया है और अगर इसे बचाने की कोशिश नहीं हुई, तो सदी के अंत तक एशियाई ग्लेशियर अपने कुल भाग का एक तिहाई खत्म हो जाए...
म्यांमार आॅप्रेशन के दूरगामी परिणाम
भारतीय सेना ने एक बार फिर प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन एनएससीएन खापलांग गुट पर अचानक हमला करके भारी क्षति पहुंचाई है। म्यांमार सीमा के निकट हुई इस मुठभेड़ में कई आतंकवादी मारे गए हैं। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भी पिछले साल 28-29 सितंबर की रात सर...
कर्ज माफी की डींगें व कृषि की हकीकत
देश की आधा दर्जन सरकारों द्वारा किसानों के कर्ज माफी के दावे व अपनी-अपनी पीठ थपथपाने का रूझान हैरानी भरा है। दरअसल यह बात सरकारों की न तो कोई उपलब्धि है और न ही किसी मामले के हल की समझ है। मामला सुलझाना तो दूर की बात है। दरअसल कर्ज माफी के ऐलान वोटों...
संरा के मंच से पाकिस्तान को कड़ा संदेश
आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले पाकिस्तान को एक बार फिर से भारत ने करारा जवाब दिया है। इस जवाब की महत्ता इसलिए और बढ़ जाती है, क्योंकि यह जवाब संयुक्त राष्ट्र मंच से दिया गया। हालांकि इससे पूर्व पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने कश्मीर पर पु...
एंजेला मर्केल की जीत : यूरोप तथा भारत के लिए मायने
जर्मनी यूरोपीय यूनियन अर्थव्यवस्था का केवल प्रमुख इंजन ही नहीं है, अपितु तकनीकी क्षमताओं से युक्त ऐसा देश है, जो एंजिला मर्केल के नेतृत्व में यूरोपीय एकीकरण और वैश्वीकरण का समर्थक भी है। जर्मनी में एंजेला मर्केल लगातार चौथी बार जीत के बाद एक बार फिर ...
मिलावटखोरी का कालाधंधा जानलेवा
मिलावटखोरी का काला व्यापार रूकने का नाम नहीं ले रहा। बिहार में नकली बासमती चावल बनाने का पर्दाफाश हुआ है। यह मिलावटखोर 30 रुपए वाले चावलों में एक पाऊडर मिलाकर उसे 100 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बेच रहे थे। यह धंधा इतने बड़े स्तर पर हो रहा था कि मध्य ...
वंशवादी परिपाटी खत्म कब होगी?
आदमी आजाद है, देश भी स्वतंत्र है। राजा गए रानी गई, अब तो प्रजातंत्र है। वोट छोटा सा मगर शक्ति में अनंत है, अब तो प्रजातंत्र है। किसी ने खूबसूरती से प्रजातंत्र को परिभाषित किया है। पर वास्तव में प्रजातंत्र में प्रजा की सुनवाई हो पा रही है? क्या जो अवस...