टेलीविजन के मोहपाश में जकड़ते बच्चे
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया आज जनमानस इस कदर जुड़ गया है कि इसके बगैर अब जीवन की जैसे कल्पना ही नहीं की जा सकती है। इन्हीं में मनोरंजन का एक सशक्त माध्यम है टेलीविजन जिसे इडियट बॉक्स यानी की बुद्धुबक्सा भी कहा जाता है। टेलीविजन के आगे बच्चा एक बार बैठ जाता है...
उत्तर कोरिया के सनकी तानाशाह की घातक मंशा
एक सनकी तानाशाह मानव समुदाय के लिए कितना खतरनाक हो सकता है, यह उत्तर कोरिया के स्वंयभू शासक किमजोंग ने तय कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र संघ में उत्तर कोरिया के राजदूत किमयांग ने यह कहकर दुनिया को आश्चर्य में डाल दिया है कि ‘कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव ...
बेतुकी बयानबाजी करने वालों को नहीं याद अहम मुद्दे
हमारा देश मुद्दों से अधिक राजनीति का देश है जहां हर पार्टी अपने आप को एक दूसरे से अधिक बेहतर दर्शाने की कोशिश करती है, जिस बात से वोट मिलती हो उस बात का मुद्दा बनाने पर कुछ भी समय नहीं लगाते। वोट बैंक के लिए छोटी सी बात को भी तूल देकर टकराव के हालात ...
कन्या भ्रूण हत्या-समाज का अभिशाप
मां के गर्भ में पल रही कन्या की जब हत्या की जाती है तब वह बचने के कितने जतन करती होगी, यह माँ से अच्छी तरह कोई नही जानता। नन्हा जीव जो माँ के गर्भ में पल रहा है, जिसकी हत्या की जा रही है, उनमें कोई कल्पना चावला, पी टी उषा, लता मंगेशकर तो कोई मदर टेरे...
प्रदूषण की खतरनाक अनदेखी क्यों?
पिछले कुछ सालों के दौरान दिवाली में पटाखों की वजह से होने वाले भयावह प्रदूषण के चलते इस बार सर्वोच्च न्यायालय ने एनसीआर यानी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पटाखों की खरीद-बिक्री पर पाबंदी लगा दी थी। भले ही पटाखों का धुआं कम हुआ हो, लेकिन न्यायालय के आ...
हलका इंचार्ज से सोशल पर्यवेक्षक तक की जुगाड़बंदी
राजनेताओं के पास नाम बदलने का ऐसा फार्मूला है कि रद्द की जा चुकी वस्तुओं/संस्थाओं/संकल्पों को नया नाम देकर फिर से लागू करने का जादू दिखा दिया जाता है। पंजाब में कांगे्रस सरकार भी अकाली दल जिन पर पैंतरों का विरोध करती थकती नहीं थी अब कांग्रेस भी उसी र...
राष्ट्र तब और अब
इतिहास व राजनीति शास्त्र के छात्रों को पढ़ाया जाता है कि इतिहास अपने आपको दुहराता है और यह सही भी है, अन्यथा इतिहास व राजनीति शास्त्र के विद्वानों की खोज एक आरंभिक स्तर पर आकर समाप्त हो जाती और इस सच्चाई को पुष्ट करने के लिए आइए हम कुछ बिंदुओं पर भारत...
असंवेदनशील सिस्टम, सरकार और समाज
झारखंड के कोडरमा जिले में भुखमरी के कारण हुई एक ग्यारह वर्षीय बच्ची की मौत का मामला इन दिनों सुर्खियों में है। भोजन के अभाव में हुई बच्ची की मौत ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, सरकारी कार्यशैली और मानवता को कठघरे में ला खड़ा किया है। जनकल्याण पर आ...
भारत और यूरोपीय संघ में बढ़ती साझीदारी
6 अक्तूबर को नई दिल्ली में आयोजित भारत-यूरोपीय संघ की 14वीं शिखर बैठक में दोनों पक्षों के बीच आतंकवाद रोधी कार्यवाही के क्षेत्र में घनिष्ठ सहयोग पर बल दिया गया। संयुक्त वक्तव्य में हाफिज सईद, दाउद इब्राहीम, जाकिर-उर-रहमान, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम...
शिक्षा ढांचे में गिरावट
पिछले दिनों हरियाणा में एक स्कूली विद्यार्थी ने अध्यापक पर हंसिये से हमला कर दिया। चर्चा इस बात की है कि बच्चे ने हमला इसीलिए किया कि कम अंक आने के कारण अध्यापक उसके पिता को जानकारी देगा। दूसरी तरफ देश के कुछ हिस्सों में अध्यापकों द्वारा मासूम विद्या...