लिंगानुपात में असंतुलन की गंभीर समस्या
भारतीय समाज में बेटा-बेटी में फर्क करने की मानसिकता में बदलाव लाने और लड़कियों की दशा और दिशा सुधारने के लिए पिछले कुछ वर्षों से सरकारी स्तर पर ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसे कई महत्वपूर्ण अभियान चलाए जाने के बावजूद हाल ही में ‘नीति आयोग’ की जो चौंकाने व...
दक्षिण में नए समीकरण बना सकती फिल्मी राजनीति
दक्षिण भारत के बड़े राज्य तामिलनाडु में इस बार राजनीति नई करवट लेती नजर आ रही है। लोक सभा चुनाव 2019 के मिशन में कांग्रेस व भाजपा ने अपने-अपने गठजोड़ को मजबूत करने के लिए कमर कस ली है। इन दोनों पार्टियों की तमिलनाडू पर पैनी नजर है। जयललिता के देहांत के...
वाह… यही तो है असली आजादी
मुंह में पान मसाला चबाते हुए गुल्लू मियां बड़बड़ाए जा रहे थे बहुत हो चुका, अब और बर्दाश्त नहीं होता, कुछ तो करना ही पड़ेगा। मैं मुस्कराएं बिना न रह सका- अमां मियां यह तो बताओ अब कौन सी मुसीबत आन पड़ी है, कौन सी बात बर्दाश्त से बाहर हो रही है और क्या करना...
बड़े चूककर्ताओं के नाम सार्वजनिक हों
भारत में बैंकों में धोखाधड़ी और घोटालों की बाढ़ आयी हुई है और भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों से इस बात का खुलासा हुआ है कि वर्ष 2012 से 2017 के बीच पांच वर्षों में बैंकों को कर्ज घोटालों में 61260 करोड़ रूपए खोने पडे। भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार ऐसे धोखा...
अन्तरजातीय संबंधों में अंतर्द्वंद्व मिटाना होगा
उत्तरभारत में पिछले कई महीनों से आत्म-सम्मान के लिए हत्याओं का सिलसिला भयानक रूप लेता जा रहा है। उधर, शिक्षा व आर्थिक प्रगति के चलते भारतीय समाज में जमीन-आसमान का परिवर्तन हो चुका है। आज से चालीस वर्ष पहले का भारत पारिवारिक व जातिगत बंधनों में रहना प...
कृषि से पलायन थामने की चुनौती
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का संसद में पेश आर्थिक समीक्षा 2017-18 में यह स्वीकारोक्ति कि रोजी की तलाश में गांवों से पलायन बढ़ रहा है और कृषि कार्य का बोझ महिलाओं पर आन पड़ा है।
रेखांकित करने के लिए पर्याप्त है कि कृषि से जुड़े रोजगार के अवसर लगात...
तमिल सियासत का फिल्मी दुनिया से गहरा रिश्ता
दक्षिण के सियासी दुर्ग पर एक बार फिर गहरा फिल्मी रंग चढ़ रहा है। इस बार तमिल की राजनीतिक भूमि पर कमल हासन और रजनीकांत चहलकदमी करते दिख रहे हैं। बशर्ते रजनीकांत ने अभी अपनी पार्टी का ऐलान नहीं किया है, लेकिन कमल हासन अपनी पार्टी का ऐलान कर सक्रिय राजनी...
भूख से मौतों पर गंभीर हो सरकारें
बड़ी-बड़ी खोजी संस्थाएं भारत को बेशक भारत को विश्व की सबसे तेज़ उभरती हुई अर्थव्यवस्था करार दे रही हों। बेशक विभिन्न आंकड़ों के खेल में भारत विकास के नए-नए आयाम छूह रहा हो और केंद्र व राज्य सरकारें अपनी पीठ ऐसे सर्वे आने के बाद अपनी पीठ थपथपाने में बेशक ...
ऐ मेरे वतन के लोगो… जरा याद करो कुर्बानी
आजादी की लड़ाई में त्याग और बलिदान की भावना से शिरकत करने वाले ऐसे कितने ही वीर-जवान हुए हैं, जिन्हें देश ने भूलने में जरा-सा समय नहीं लगाया। जंग-ए-आजादी के कुछ शहीदों को हम भले ही याद करते रहे हों, लेकिन ऐसे कितने ही सेनानी हैं, जिन्हें न तो याद करते...
दूषित हो रही है खाद्यान्न श्रृंखला
आमतौर पर जब भी पर्यावरण प्रदूषण की बात चलती है, हम हवा, पानी और मिट्टी के प्रदूषण की चर्चा करते हैं। यह सही भी है क्योंकि ये तीनों बुनियादी चीजें हैं जो प्रदूषण चक्र का पहला शिकार बनते हैं लेकिन ये अंतिम नहीं होते। दरअसल, इनके प्रदूषित होने के बाद ही...