अमेरिका व चीन के शिकंजे में घिरा पाक
चीन के बाद अमेरिका ने भी पाकिस्तान से आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के लिए शिकंजा कस दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री ने सीधा पाकिस्तान सैना प्रमुख के साथ फोन पर बात करते आतंकवादियों के खिलाफ निष्पक्षता से कार्रवाई करने पर जोर दिया है। इससे पहले चीन ने पाकि...
पाकिस्तान की बद्नीयति को झटका
प्रमोद भार्गव
भारत की किशनगंगा नदी बांध और जल विद्युत परियोजनाओं से बैचेन पाकिस्तान को गहरा झटका लगा है। दरअसल पाकिस्तान इन परियोजनाओं को लेकर विश्व बैंक के हस्तक्षेप के लिए पहुंचा था, किंतु विश्वबैंक ने पाकिस्तान की मांग को सिरे से खारिज करते हुए स...
स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख सेनानियों में एक थे गुलाम अब्बास
जाहिद खान
फिल्म निर्माता, निर्देशक, कथाकार, पत्रकार, उपन्यासकार, पब्लिसिस्ट और देश के सबसे लंबे समय तकरीबन बाबन साल तक चलने वाले स्तंभ ‘द लास्ट पेज’ के स्तंभकार ख्वाजा अहमद अब्बास उन कुछ गिने चुने लेखकों में से एक हैं, जिन्होंने अपने लेखन और फिल्मों...
लोक सभा चुनावों की तैयारी में मुद्दे गायब, गठबंधन पर जोर
देश की केंद्रीय सरकार में 2019 की लोकसभी चुनाव संबंधी घड़ियां जा रही हैं रणनीतियों का पूरा गठबंधन बन गया है। भाजपा ने सत्ता में चुनाव के बावजूद अपने भाईचारे को जोड़े रखने के लिए मुहिम छेड़ दी है। ये मुहिम लगभग सहयोगी पार्टियों से हां करवाना ही है। भाजपा...
रमजान के पाक महीने में पाक की नापाक हरकतें
राजेश माहेश्वरी
सरकार ने रमजान माह के दौरान बॉर्डर पर सीज फायर रोकने का फैसला लिया है। दरअसल सरकार ने भटके युवाओं को मुख्य धारा में लाने का प्रयास किया था, लेकिन सरहद पार से रमजान में भी फायरिंग करने का दुस्साहस नहीं रुक रहा है। लगातार फायरिंग की जा...
क्षेत्रवाद की बू
शिलांग में दो समुदायों के बीच हिंसा की घटनाओं ने क्षेत्रवाद के करूप चेहरे को नंगा कर दिया है। चिंता वाली बात है कि आजादी से पहले पौनी सदी बाद भी क्षेत्र व जाति व भाषा के आधार पर भेदभाव और बेगानगी का अहसास खत्म होने का नाम नहीें ले रहा। शिलांग के मूल ...
बिना तैयारी के दम तोड़ गया आंदोलन
देश के राज्य प्रबंधों की खामियों के शिकार हो रहे किसानों के लिए अपना आंदोलन ही निराशा भरा व सिरदर्दी वाला बन गया है। आखिर कई किसान संगठनों ने इसे 6 जून तक ही सीमित करने की घोषणा कर दी है। एक-दो संगठनों ने तो आंदोलन में भाग हीं नहीं लिया। कृषि की यह व...
बढ़ता जल संकट और असहाय तंत्र
हमारे देश में जल को मुफ्त की चीज समझ के बर्बाद किया जाता है। जिसके कारण पानी के स्रोत निरंतर खाली हो रहे हैं और देश जल की कंगाली की ओर बढ़ रहा है। जल को स्वच्छ रखने का सामाजिक संस्कार हमारे समाज से गायब होता जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के...
सबसे बड़ा खतरा है प्लास्टिक प्रदूषण
प्रति वर्ष दुनिया में 100 से ज्यादा देशों के लोगों द्वारा 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरूआत 1972 में 5 जून से 16 जून तक संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण सम्मेलन से हुई। 5 जून 1973 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस म...
समय प्रबन्धन अपनाना जरूरी
डॉ. दीपक आचार्य
संसार के प्रत्येक कर्म की एक निर्धारित समय सीमा होती है जो कार्य विशेष के अनुरूप कम-ज्यादा रहती है। हर काम समय पर होना चाहिए, इसके साथ ही यह जरूरी है कि इसके संपादन के लिए दी गई तयशुदा समय सीमा में ही पूर्ण होना चाहिए। प्रत्येक मनुष...