प्रतिक्रिया करना बुरी बात नहीं
प्रतिक्रिया करना कोई बुरी बात नहीं है लेकिन इसके पहले हमें स्वयं और दूसरे पक्षों के कद का ध्यान रखना चाहिए तभी प्रतिक्रिया को गरिमामय तथा शालीन कहा जा सकता है और ऐसी प्रतिक्रिया अपना अच्छा तथा दीर्घकालीन प्रभाव छोड़ पाती है। ऐसा नहीं होने पर जो भी प्र...
डायबिटीज मरीजों के लिए जानलेवा है वायु प्रदूषण
दुनिया भर में आम हो चुकी डायबिटीज की बीमारी का एक नया कारण सामने आया है। एक नए अध्ययन के अनुसार वायु प्रदूषण के कारण भी आप डायबिटीज यानी मधुमेह के शिकार हो सकते हैं। अमेरिका में हुए एक रिसर्च के अनुसार 2016 में डायबिटीज के सात नए मामलों में एक मामले ...
कालाधन के उत्सर्जन से नहीं मिला छुटकारा
देश और राजग सरकार को स्विस नेशनल बैंक की ताजा आई रिपोर्ट के आंकड़ों ने हैरान कर दिया है।(Do, Not, Get, Rid, Black, Powder, Emissions) रिपोर्ट के मुताबिक 2017 में भारतीयों द्वारा स्विस बैंकों में जमा धन करीब 7000 करोड़ रुपए हो गया है। यह राशि 2016 की तु...
असुरक्षा की तरफ बढ़ रहा समाज
महानगर दिल्ली में आदमियों की भीड़ है इसके बावजूद मनुष्य अकेला और असुरक्षित है। दिल्ली के बुराड़ी इलाके में एक घर में परिवार के 11 मैंबरों की फंदे से लटकती लाशें मिली हैं। दस व्यक्तियों की आँखों पर पट्टी बँधी हुई थीं। पुलिस के लिए बड़ी उलझन यह है कि यह म...
आजादी का जश्न मनाती सउदी अरब की महिलाएं
आखिरकार लंबे संघर्ष के बाद अब सउदी अरब की महिलाएं भी दुनिया के अन्य देशों की महिलाओं की तरह कार चला सकेगी। बल्कि यों कहा जाएं तो अधिक ठीक होगा कि कार ही नहीं मोटरसाईकिल, ट्रक, वैन आदि भी चलाने के लिए स्वतंत्र हो गई है। सउदी अरब की महिलाओं की आबादी मे...
सेना पर भरोसा, वीडियो की नहीं जरूरत
हमें हमारी सेना पर पूरा भरोसा है। सन् 1971 की जंग कौन भूल सकता है जब लै. जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा ने 90 हजार पाक सैनिकों को बंदी बना लिया था। कारगिल की जंग में पाक को बहादुर भारतीय सेना ने पीछे धकेल दिया। मँुह तोड़ जवाब देने की ताकत के बावजूद हम शांति के...
सपने देखना नहीं साकार करने के लिए जुटना जरूरी
हरि शंकर आचार्य
सिने अभिनेता संजय दत्त के जीवन पर आधारित फिल्म ‘संजू’ शुक्रवार को रिलीज हुई। इसने पहले ही दिन सफलता के झंडे गाड़ दिए। इससे पहले यूट्यूब पर जारी हुए इसके टीजर को लगभग छह करोड़ बार देखा जा चुका है। यहां इस फिल्म का उल्लेख करना इस कारण ...
प्रकृति के रौद्र रूप को कब तक अनदेखा करेंगे हम?
योगेश कुमार गोयल
इस साल अप्रैल माह से ही देश के लगभग सभी राज्यों में अलग-अलग रूपों में प्रकृति का जो प्रकोप देखा जा रहा है, उससे हर कोई चिंतित और बेबस है। कहीं आंधी तूफान में परिवर्तित होकर सैंकड़ों लोगों का काल बन गई तो कहीं भारी बारिश, बर्फबारी, आस...
काले धन पर हवाई वायदे हो रहे फुस्स
स्विटजरलैंड के बैंकों में काले धन में 50 फीसदी वृद्धि हो जाना हमारे देश के सरकारी तंत्र की नाकामी के साथ सत्ताधारी पार्टी के वादों और दावों पर सवालिया निशान लगाता है। पहले आम नागरिक की यह आशा थी कि मोदी सरकार काला धन भले ही वापस नहीं ला सकती परंतु इस...
आंकड़ों में उलझी भारत की गरीबी
बाल मुकुन्द ओझा
भारत की गरीबी आज भी आंकड़ों के भ्रम जाल में उलझी हुई है India, Poverty, Figures, Complicated। आजादी के 71 सालों के बाद भारत में गरीब और गरीबी पर लगातार अध्ययन और खुलासा हो रहा है। अब तक यही कहा जा रहा था कि सरकार के लाख प्रयासों के ब...