मानसून प्रकृति का वरदान या आपदा!
मानसून की शुरूआत से ही इस साल देश के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश, बाढ़, बादल फटने, बिजली गिरने और भू-स्खलन से तबाही का सिलसिला अनवरत जारी है। पहाड़ों पर आसमानी आफत टूट रही है तो देश के कई इलाके बाढ़ के कहर से त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। असम के बाद गुजरा...
लॉकडाउन में विस्तार जरूरी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का यह तर्क भी जायज है कि लॉकडाउन के कारण ही मरीजों की गिनती अभी 7000 से नीचे है, अन्यथा अब तक मरीजों की गिनती 2 लाख को पार कर जानी थी। अब हालातों को देखकर उन लोगों को भी समझ जाना चाहिए जो मास्क नहीं पहनते और सावधानियों को नहीं मान रहे। अब लापरवाही का वक्त नहीं रहा।
बढ़ रहा कोरोना, आमजन रहे सतर्क
देश में कोविड-19 की महामारी का प्रकोप दिन-भर-दिन बढ़ता जा रहा है। मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण देश भर में स्थिति गंभीर बन गई है। शुरूआत में रोजाना 100-200 मरीज आते थे, लेकिन अब रोजाना 40,000 कोरोना मरीज आ रहे हैं। इस हिसाब से तीन दिनों में डेढ़ लाख के...
न्यायपालिका व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता
आखिर सुप्रीम कोर्ट ने अवमानना के मामले में प्रसिद्ध वकील प्रशांत भूषण को एक रुपए का जुर्माना लगाकर मामला निपटा दिया है। प्रशांत भूषण ने भी जुर्माना भरना स्वीकार कर अदालत के सम्मान को बरकरार रखा है। फैसले को लेकर उनके यह शब्द बड़े अहम हैं, सुप्रीम कोर्...
गाँधी जी की शिष्या मीरा
किसी ने सत्य कहा है-‘जहां चाह वहाँ राह।’ जब किसी व्यक्ति में अभिव्यक्ति की लौ प्रज्वलित हो जाए, तब कोई व्यवधान उसकी राह को रोक नहीं सकता। ऐसा नहीं था कि शिष्या मीरा बहन का भारत में आगमन, जिसे एक अलौकिक घटना ही कहा जाएगा। कहाँ एक एडमिरल की लाडली बेटी,...
एलजी का सही निर्णय
दिल्ली के राज्यपाल अनिल बैजल ने केजरीवाल सरकार का दिल्ली में केवल दिल्ली के ही मरीजों का ईलाज होने का निर्णय पलटकर एक अच्छा व मानवता के हित में निर्णय लिया है। अगर केजरीवाल सरकार का निर्णय लागू हो जाता तो इससे देश में बहुत ही बुरा संदेश जाना था व उन ...
चीन का टकराव बनाम साजिश
लद्दाख में चीनी सेना द्वारा पहली बार गोलीबारी की घटना गंभीर सवाल खड़े करती है। इस घटना ने विदेशी मामलों के विशेषज्ञों के शक को वास्तविक्ता में बदल दिया है। दो माह पूर्व गलवान में हुए चीनी हमले को लेकर विदेशी मामलों के विशेषज्ञों ने यह शक जताया था कि क...
बैंकों को डूबने से रोकिये
केंद्रीय कैबिनेट ने डीआईसीजीसी एक्ट में संशोधन को मंजूरी दे दी है। इससे किसी भी बैंक के डूबने पर खाताधारक को उसके जमा पांच लाख रुपए 90 दिनों के भीतर मिल जाएंगे। विगत वर्षों में पीएमसी बैंक, यश बैंक और लक्ष्मी विलास बैंक भी संकट में आ गए थे। भले ही यह...
लापरवाही नहीं, जिम्मेदारी समझें
निडरता व लापरवाही में बहुत बड़ा अंतर है। लापरवाही इंसानियत के खिलाफ अपराध है। भले ही भारतीयों की परम्परा ज्यादा घुलने वाली है, इसीलिए देशवासी यदि अपनी सुरक्षा के लिए सरकार के दिशा-निर्देशों की पालना नहीं कर सकते तब यह बात बहुत हानिजनक साबित हो सकती है।
जब दर्शन देकर पूज्य पिता जी ने फरमाया-बता हम नजदीक हैं या दूर…
सत् ब्रह्मचारी सेवादार पाल इन्सां, अपने सतगुरू, मुर्शिद-ए-कामिल की अपने ऊपर हुई अपार रहमत का वर्णन इस प्रकार करता है:-
सेवादार पाल इन्सां बताते हैं कि यह बात 1995 की है। उन दिनों पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां (Saint MSG) ने हिमाच...