स्वास्थ्य तंत्र की विफलता है निपाह वायरस की दस्तक
निपाह वायरस का एक पॉजिटिव केस सामने आने से स्वास्थ्य विभाग के हांथ-पांव फूल गए हैं, साथ ही पूर्व में इस वायरस को खत्म करने को किए गए कागजी दावे भी धराशाही हो गए हैं। दरअसल गाल बजाना और धरातल पर काम करके दिखाने में बहुत अंतर होता है। समूचे हिंदुस्तान...
क्या महिलाओं के कल्याण के लिए नए कदम उठाएंगे ?
एक जादू की झप्पी ने प्रधानमंत्री मोदी को अचंभित कर दिया। इस झप्पी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नमो को मोदी शैली में ही उत्तर दे दिया और यह स्पष्ट किया कि हालांकि राजनीतिक दृष्टि से वे भाजपा का विरोध करते हैं किंतु वे मोदी से घृणा नहीं करते हैं।...
जनता के पैसों की फिजूलखर्ची विधानपरिषद् के नाम पर क्यों?
विधानपरिषद् की भूमिका पर गहन मंथन इसलिए भी होना चाहिए, क्योंकि बीते दिनों जब आंध्रप्रदेश की जगनमोहन रेड्डी सरकार ने विधानपरिषद् को भंग करने का प्रस्ताव विधानसभा में पास किया तो कई यक्ष प्रश्न स्वत: उठ खड़े हुए। फिर वाईएसआर के नेतृत्व वाली सरकार भले ही...
किसी चतुर्थ कर्मचारी की अर्जी नहीं हैं रक्षा दस्तावेज
राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप करना तो साधारण बात हो गई है, लेकिन सुरक्षा जैसे मुद्दों पर लापरवाही बेहद शर्मनाक है। राफेल मामले में कांग्रेस के शाब्दिक प्रहार को एनडीए सरकार नकार सकती है लेकिन दस्तावेज चोरी होने की जो बात सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कही ...
सिलाई मशीन का अविष्कारक एलायस होवे
क्या आप जानतें हैं कि हम आज जो कपड़ें पहन रहें उसे सीलने वाली मशीन का अविष्कार किसने किया हैं। दरअसल सिलाई मशीन का अविष्कार एलायस होवे ने किया था। एलायस होवे का जन्म 9 जुलाई 1819 को हुआ था। एलायस होवे को आज दुनिया सिलाई मशीन के आविष्कारक के रूप में जा...
पर्यावरण संरक्षण को परम्पराओं से जोड़ना है सार्थक पहल
दूल्हों के मामा ने ‘भात’ में नींबू के 300 पौधे दिए/ Environment protection
बीकानेर की छत्तरगढ़ तहसील में जिला मुख्यालय से लगभग 125 किलोमीटर दूर (Environment protection) स्थित रामनगर गांव में गत सप्ताह दो युगल दाम्पत्य सूत्र में बंधे। यह अवसर आम वैवाह...
गोवा में मध्य रात्रि शपथ ग्रहण के मायने
मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद तेजी से गोवा के राजनीतिक घटनाक्रम में बदलाव हुआ। इसके बाद बीजेपी ने गोवा विधान सभा अध्यक्ष प्रमोद सावंत को पर्रिकर का उत्तराधिकारी चुना। प्रमोद सावंत का शपथ ग्रहण समारोह सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहा। सोमवार को दिन भर चली...
तुच्छ हरकतों से विरोध करना निंदनीय
कर्नाटक में किसान नेता राकेश टिकैत के चेहरे पर सियाही फेंकने की घटना बेहद शर्मनाक व निंदनीय है। यह हमारे भारतीयों के पिछड़ेपन, असभ्य व पिछलगु सोच का परिणाम है। विगत वर्षों में कालिख पोतने की घटनाओं की शुरूआत हुई थी, अब विरोध के नाम पर यह चलन ही बन गया...
भारत में महिलाओं की उपेक्षा
इस चुनावी मौसम में महिलाओं के कल्याण के बारे में बड़ी-बड़ी बातें हो रही हैं। हिमाचल प्रदेश में चुनाव संपन्न हो गए हैं और गुजरात विधान सभा और दिल्ली नगर निगम के चुनाव होने वाले हैं। सभी पार्टियां महिला मतदाताओं को लुभाने का प्रयास कर रही हैं और अपने अपन...
कोरोना के दौरान हुई गलतियों से बचना होगा
कोविड-19 वायरस के अब तक के सबसे संक्रामक रूप ओमिक्रॉन के मरीज कर्नाटक के बाद महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली और राजस्थान में भी मिले हैं। यह बात सही है कि अभी भारत में इसके मामले बहुत कम हैं, लेकिन इसकी संक्रामकता को ध्यान में रखते हुए जानकार यहां कोविड क...