भारतीय राजनीति में धन बल और चुनाव सुधार
भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। यहाँ मतदाताओं की कुल संख्या 90 करोड़ से ज्यादा है,जो यूरोपीय यूनियन के सभी देशों के आबादी से भी अधिक है। वर्तमान में दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र धन बल का शिकार हो गया है। देश में अभी दुनिया का सबसे महंगा चुनाव जारी ...
बदलते वैश्विक परिदृश्य में भारत-जापान संबंध
याद होगा दिसंबर, 2015 में जब जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे भारत की यात्रा पर आए थे तो कहा था कि दोनों देशों के रिश्तों की कलियां फूलों में बदल गयी हैं। अब भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान की यात्रा कर संबंधों को सुगंधियों से भर दिया है। दो...
योग की महिमा से महका विश्व
प्रभुनाथ शुक्ल
भारत की समस्त सृष्टि और संस्कार में योग समाहित है। योग मानसिक और शारीरिक विकारों से मुक्ति का आध्यात्मिक और वैज्ञानिक ज्ञान है। इसकी सार्थकता को दुनिया के कई धर्मों ने स्वीकार किया है। योग सिर्फ व्यायाम का नाम नहीं बल्कि इसके आठ आयामो...
भ्रष्टाचार विरूद्ध इस अभियान का नागरिक खुलकर दें साथ
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कालेधन के विरूद्ध कारगर व एक तरह से आखिरी प्रहार करने का निर्णय लेते हुए 500 व 1000 रुपए के नोट बंद कर दिए हैं। अर्थशास्त्री व बुद्धिजीवी पिछले काफी समय से कालेधन पर रोक लगाने की प्रभावी कार्रवाइयों की मांग कर रहे थे। वर...
स्कूली बस्ते के बोझ तले सिसकता बचपन
प्रख्यात शिक्षाविद् प्रो. यशपाल कहा करते थे कि ज्ञान बस्ते के बोझ से नहीं शिक्षा देने के तरीके पर निर्भर करता है। उनकी अध्यक्षता में बनी समिति ने शुरूआती कक्षाओं में बच्चों को बस्ते के बोझ से मुक्त करने की सलाह दी थी, वो मानते थे बच्चे पढ़ें तो खेल की...
चुनाव आयोग की साख पर संकट
मई को अंतिम चरण के मतदान के साथ ही लोकतंत्र के महापर्व का समापन हो गया है और केन्द्र में अब किसकी सरकार बनेगी यह 23 मई के बाद पता चल ही जाएगा किन्तु चुनावी प्रक्रिया के इस बेहद लंबे और उबाऊ दौर में जिस प्रकार पहली बार चुनाव आयोग की भूमिका पर शुरू से ...
सिंगल यूज प्लास्टिक को हटाना होगा
इंटर गवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेंट चेंज (आइपीसीसी) की ताजा रिपोर्ट पर विमर्श के बीच भारत सरकार ने पर्यावरण के मोर्चे पर एक अहम फैसला लिया है। देश में अगले साल एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक (Single Use Plastic) उत्पादों पर पूरी तरह प्रतिबंध लग जाएगा।...
मितव्ययिता है भारतीय संस्कृति का प्रमुख आदर्श
प्रत्येक वर्ष 30 अक्टूबर को पूरी दुनिया में विश्व मितव्ययिता दिवस मनाया जाता है। वर्ष 1924 में इटली के मिलान में पहला अंतर्राष्ट्रीय मितव्ययिता सम्मेलन आयोजित किया गया था और उसी में एकमत से एक प्रस्ताव पारित कर विश्व मितव्ययिता दिवस मनाये जाने का निर...
महादेवी वर्मा ने उठाई महिला मुक्ति की आवाज
जब बहुत कम महिलाएं लेखन के क्षेत्र में आती थीं। ऐसे में महादेवी वर्मा ने लेखन के जरिये ना केवल अपने समय को वाणी दी, बल्कि दो कदम आगे बढ़कर अपनी लेखनी और कार्यों के जरिये महिला मुक्ति का मार्ग प्रशस्त किया। 20वीं सदी की सबसे अधिक लोकप्रिय महिला साहित्य...
बंजर होती भूमि गंभीर संकट का संकेत
सेंटर फॉर साइंस एण्ड एनवायरमेंट की हालिया रिपोर्ट बेहद चेताने वाली है। रिपोर्ट के अनुसार भारत में उपजाऊ भूमि निरंतर कम होती जा रही है वहीं बंजर भूमि का दायरा बढ़ता जा रहा है। इससे पहले 2017 में वार्षिक रिपोर्ट में 32 फीसदी भूमि के बंजर होने की चेतावनी...