राजस्थान में पानी ने रूलाया और गर्मी ने झुलसाया
आजादी के बाद से ही मरुस्थलीय क्षेत्र राजस्थान पेयजल के संकट से जूझता रहा है। पहले लोग कुंए, तालाब और बावड़ियों के पानी पर निर्भर थे। आबादी बढ़ने के साथ पानी की मांग भी बढ़ने लगी। जलप्रदाय की अनेक योजनाएं बनी मगर पानी का संकट कम होने के बजाय बढ़ता ही गया।...
नशेड़ी, नशा तस्कर एवं राजनीति
चुनाव से पूर्व वादे करना, चुनाव जीतकर उन्हें पूरा नहीं करना भारतीय राजनीति का खास चेहरा हो गए हैं। पंजाब इस वक्त देश में नशेड़ियों, नशा तस्करों के चलते पूरी तरह से बदनाम है। यहां तक कि पंजाब की नशे की समस्या पर कई फिल्म, धारावाहिक, समाचार पत्रों, टीवी...
प्यारे सतगुरू जी के महान परोपकार
सेवा का फल
प्रेमी जंगीर सिंह निवासी लोहाखेड़ा, फतेहाबाद सतगुरु की साक्षात रहमत को इस प्रकार बयां करते हैं। ये बात 10 अक्तूबर, 1988 की है। मैं बिजली बोर्ड में लाइनमैन के पद पर नियुक्त था। मुझे मासिक सत्संग पर आश्रम में जाना था, परंतु छुट्टी न मिलने के...
साधारण जीवन जीकर बनें पर्यावरण-प्रहरी
न केवल भारत में, अपितु सम्पूर्ण धरा पर आज के भौतिकतावाद के युग में प्रदूषण एक गंभीर समस्या बनकर उभर रही है। प्रदूषण में वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण और भू-प्रदूषण आदि अनेक प्रकार के प्रदूषण संलिप्त हैं। इन सभी प्रकार के प्रदूषण को फैलाने म...
डॉ लोहिया ने जलाई थी गोवा मुक्ति संग्राम की अलख
दुनिया भर के पर्यटकों को अपनी ओर लुभाता भारत का खूबसूरत शहर गोवा 18 जून को क्रांति दिवस के रूप में मनाता है। इस दिन समाजवादी नेता डॉ. क्टर राम मनोहर लोहिया ने पुर्तगालियों के खिलाफ आंदोलन का शंखनाद किया था। यह दिन गोवा की आजादी की लडाई के इतिहास में ...
डॉ. लोहिया और राष्ट्र की मौजूदा समस्याएं
राष्ट्र व्यवस्था में बेहतर बदलाव के लिए डॉ. लोहिया ने सामाजिक संरचना में आमूलचूल परिवर्तन की बात कही थी। उनका स्पष्ट कहना था कि गैर-बराबरी को खत्म किए बिना समतामूलक समाज का निर्माण नहीं किया जा सकता है। इसके लिए उन्होंने पूंजीवादी व्यवस्था को खत्म कर...
खेल के मैदान में देश का गौरव बढ़ाती बेटियां
दंगल फिल्म का मशहूर डॉयलाग- म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के...ह्य तो आपको याद ही होगा। वास्तव में आज हमारी बेटियां किसी मायने में बेटों से कम नहीं हैं। जीवन के हर क्षेत्र में बेटियां नये-नये कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं। खेल के मैदान में बेटियां नि...
बुनियादी शिक्षा की जमीनी सच्चाई
भारत में प्रारंभिक शिक्षा पर हर साल करोड़ों अरबों रुपए की अथाह धनराशि खर्च करने के बावजूद बच्चों में पढ़ने-लिखने के कौशल क्यों नहीं आ पा रहे हैं, इस पर गंभीरता से मंथन करने की जरुरत है। देश में बुनियादी शिक्षा को लेकर एक बार फिर बहस शुरू हो गई है। अनेक...
गद्दी और गद्दारी: दल-बदल का पाप
इस बरसात के मौसम में पार्टियों में विभाजन की बरसात हो रही है। कोई नहीं जानता कि कौन किधर कूद रहा है क्योंकि दोस्त और दुश्मन सब एक बन गए हैं और इसका कारण यह है कि सत्ता में आने के लिए निर्वाचित विधायकों को लुभाना और उन्हें स्वीकार करना सबसे आसान रणनीत...
काल बनकर घूम रहे आवारा पशु
राजस्थान भारत के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थलों में से एक
राजस्थान भारत के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थलों में से एक है। यही पर्यटन स्थल आज आवारा पशुओं की सैरगाह बना हुआ है। राजस्थान की राजधानी जयपुर में आवारा पशुओं की समस्या नासूर बन गई है (Problems of stray ...