‘गुरू के नूरी स्वरूप में करोड़ों सूरजों का प्रकाश हैं’
सतगुरू जी के रूहानी नजारे
प्रेमी रामफल इन्सां सुपुत्र श्री भगत राम आनंद पुरी कॉलोनी, नूरवाना रोड, लुधियाना (पंजाब)। प्रेमी जी अपने सुमिरन अभ्यास के दौरान सतगुरू के प्रत्यक्ष नूरानी दीदार तथा अन्य रूहानी नजारों के बारे में बताते हैं। प्रेमी जी लिखित ...
केवल ऑस्ट्रेलिया में कंगारूओं की 21 प्रजातियां हैं
कंगारू जानवर केवल ऑस्ट्रेलिया में पाए जाते हैं। ऑस्ट्रेलिया के सिवाए कंगारू दुनिया के किसी भी हिस्से में नहीं पाए जाते हैं। कंगारूओं की पूंछ लंबी और मोटी होती है जो सिरे की ओर पतली होती जाती है। इनकी पिछली टांगें लंबी और मजबूत होती हैं जिसकी सहायता स...
गुरु और शिष्य
ब्राउनिंग ने कहा, ‘विचार कर्म की आत्मा है।’ विचार की पवित्रता से ही विश्व का निर्माण हुआ है, जैसा कि सृष्टि से पूर्व ईश्वर ने सोचा था कि ‘मैं एक से अनेक हो जाऊँ और फिर उसने प्रकृति की रचना की
रूहानी करिश्मा : जब सच्चे सतगुरू जी मुरीद को स्वयं लेने आए
भक्त जोगिन्द्र सिंह पुत्र स. वीर सिंह निवासी गांव गंधेली ने बताया कि सन् 1958 की बात है। हमारे भाईचारे के बहुत से व्यक्तियों ने पूजनीय बेपरवाह शाह मस्ताना जी महाराज से नाम-शब्द ले रखा था। पूजनीय शाह मस्ताना जी महाराज ने हमारे भाईचारे के भक्तों को वचन...
बिजली के मोटे तार में क्यों डालते हैं पतले तार?
बिजली के मोटा तार बहुत सारे पतले तारों से क्यों बना होता है? बल्कि यह एक मोटे तारों का यूज भी कर सकते हैं। आपके इस प्रश्न का उत्तर मैं बहुत ही संक्षेप में सटीक और सही आपको देना चाहूंगा। ताकि आपको आसानी से कम शब्दों में समझ में आ सके आपको ज्यादा कंफ्य...
तेरे मकान का एक कंकर लाख रुपये में भी नहीं देंगे
Shah Mastana Ji Maharaj: पूजनीय बेपरवाह साईं शाह मस्ताना जी महाराज डेरे में नीम के वृक्ष के नीचे, पानी से भरे टब में स्नान कर रहे थे। वहीं पास ही लालपुरा गांव का प्रेमी ख्याली राम मकानों की नींव के पास मिट्टी दबाने की सेवा में लगा हुआ था। स्नान करते ...
प्रेरणास्त्रोत : मृत्यु से साक्षात्कार
तीन मित्रों ने मृत्यु का साक्षात्कार करने की इच्छा एक महात्मा के समक्ष रखी महात्मा ने सामने एक गुफा की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘तुम लोग उस गुफा में जाओ। वहाँ मृत्यु से तुम्हारा साक्षात्कार हो जाएगा।’ तीनों तेजी से चलकर गुफा तक पहुँचे। गुफा में झांका त...
…जब पूजनीय बेपरवाह सांईं शाह मस्ताना जी महाराज रानियां पधारे!
पूजनीय बेपरवाह सांईं शाह मस्ताना जी महाराज रानियां पधारे हुए थे। रानियां में साध-संगत की सुविधा हेतु कमरों के ऊपर चौबारे बनाने की सेवा चल रही थी। रानियां के थानेदार का रिश्तेदार चौधरी रण सिंह (रिटायर्ड डीएसपी) महम से रानियां अपने बहनोई से मिलने आया ह...
न्यूटन की मास्टर डिग्री
न्यूटन के जीवन की शुरूआत से पूर्व ही इनके पिता की मृत्यु हो गई थी। उन्होंने अपनी दादी माँ के साथ शुरूआती जीवन बिताया, वह कई बार अपनी माँ के साथ सौतेले पति के घर भी जाता था। मगर अपनी माँ द्वारा दूसरी शादी करना कतई पसंद नहीं था। एक बार गुस्सा होकर न्यू...
पाखंड से छुटकारा दिला सच्चे सतगुरू जी ने दिखाया सच्चा रास्ता
प्रेमी कंवलजीत सिंह इन्सां सुपुत्र श्री कुलजीत सिंह इन्सां निवासी बंबीहा भाई ब्लॉक मल्ल के तहसील बाघा पुराना जिला मोगा और वर्तमान में जो कुवैत देश के जलीन नामक शहर/राज्य में रहता है। प्रेमी कंवलजीत लिखता है कि यह सन् 1992 की बात है। एक दिन मुझे स्कूल...