PSLV-C56 Mission: चंद्रयान-3 के बाद इसरो का नया मिशन तैयार, 30 जुलाई को छह उपग्रहों के साथ पीएसएलवी-सी 56 को भेजा जाएगा अंतरिक्ष
नई दिल्ली (एजेंसी)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( ISRO ) चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) की महत्वपूर्ण कामयाबी के बाद अब नए मिशन को लॉन्च करने में जुट गया है और जल्द ही इसे अंजाम तक पहुंचाने वाला है। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी 30 जुलाई को छह सह-यात्री उपग्...
…जब सच्चे सतगुरू जी का हुक्म बना दवाई
प्रेमी मिस्त्री बिगला सिंह इन्सां पुत्र श्री गुरदेव सिंह गांव झाड़ों तहसील सुनाम जिला संगरूर पंजाब हाल आबाद उपकार कॉलोनी, गांव शाह सतनाम जी पुरा, जिला सरसा से पूजनीय हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की अपने पर हुई अपार रहमतों का वर्णन ...
जब सावण शाह जी महाराज ने बेपरवाह शाह मस्ताना जी महाराज को अपनी रूहानी ताकत से नवाजकर सरसा भेजा!
यह डेरा सरसा से करीब 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस डेरे में पहुंचने के लिए सरसा-डबवाली जीटी रोड से गांव पन्नीवाला मोटा तथा ओढ़ा से लिंक सड़क जाती है। परम पूजनीय हजूर बाबा सावण सिंह जी महाराज से नामलेवा व जिंदगी भर पूजनीय बेपरवाह शाह मस्ताना जी मह...
अपने शिष्यों की हरदम करते संभाल पूज्य परम पिता जी
सरसा (सच कहूँ डेस्क)। एक बार गांव हुसनर जिला मुक्तसर साहिब में सत्संग का कार्यक्रम था और प्यारे मुर्शिद-ए-कामिल पूजनीय परम पिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज ने प्रेमी गुरांदित्ता सिंह के घर पर अपने पावन चरण रखने थे क्योंकि परिवार जनों ने पूजनीय शहनशाह जी...
प्यारे सतगुरु जी ने बख्शी नई जिंदगी, दिखाए रूहानी नजारे
प्रेमी वरुण कुमार इन्सां सुपुत्र मा. बाजोराम गांव जफरपुर, डाकघर चरथावल जिला मुजफ्फरनगर (यूपी)। पूज्य गुुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की अपने ऊपर हुई अपार रहमत का वर्णन इस प्रकार करता है:-
घटना 8 अप्रैल 2005 की है। उस दिन शुक्रवार का दिन...
जल बचाने के लिए डेरा सच्चा सौदा चलाएगा जन आंदोलन
बरनावा (सच कहूँ न्यूज)। पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने 20 अक्तूबर दिन वीरवार को एक बार फिर अपने रूहानी अमृत वचनों से साध-संगत को खुशियों के खजाने बख्शे। शाह सतनाम जी आश्रम, बरनावा जिला बागपत (यूपी) से आॅनलाइन गुरूकुल के माध्यम स...
वेल्स के दो शहरों को जोड़ती है ये ऐतिहासिक सुरंग
वेल्स की ‘गुप्त’ रेलवे सुरंग ‘एबरनेंट’। आपने शायद इसका नाम भी नहीं सुना होगा, लेकिन एक समय था जब इस सुरंग से होकर ट्रेनें गुजरती थीं। आखिरी बार यहां से ट्रेन करीब 58 साल पहले यानी साल 1962 में गुजरी थी।
राष्ट्रगान का सम्मान
सेठ के दिमाग ने तेजी से काम किया और उसने ग्रामोफोन पर जापान के राष्ट्र गान का रिकॉर्ड लगा दिया। चोर ने जब अपने देश के राष्ट्र गान की धुन सुनी तो वह फौरन सावधान की मुद्रा में खड़ा हो गया।चोर को उस मुद्रा में देख कर सेठ ने चोर के हाथ-पांव बांध दिए और पुलिस को फोन कर दिया।
अब दुनिया देखेगी इसरो का कमाल
पीएसएलवी-सी56/ईओएस-06 मिशन पूरी तरह तैयार
चेन्नई (सच कहूँ न्यूज)। श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से पीएसएलवी-सी56, ओशनसैट श्रृंखला के पृथ्वी अवलोकन उपग्रह-06 और आठ अन्य नैनो उपग्रहों के साथ शनिवार को प्रक्षेपण के लिए पूरी तरह तैयार है। भारतीय अंतरिक्ष ...
बापू-रामचरितमानस
गांधीजी रामचरित मानस के बड़े प्रशंसक थे। वे तुलसीदास रचित इस कृति को संसार का अनुपम ग्रंथ मानते थे।