‘‘बेटा, बहुत भयानक कर्म था, सूली से सूल हो गया। यह साध-संगत की सेवा का ही फल है’’
Source of inspiration : प्रेमी जंगीर सिंह निवासी लोहाखेड़ा, फतेहाबाद सतगुरु की साक्षात रहमत को इस प्रकार बयां करते हैं। ये बात 10 अक्तूबर, 1988 की है। मैं बिजली बोर्ड में लाइनमैन के पद पर नियुक्त था। मुझे मासिक सत्संग पर आश्रम में जाना था, परंतु छुट्ट...
उपदेश का समय
स्वामी विवेकानंद जी क्षण-भर तो चुप रहे, फिर बड़े गंभीर स्वर में बोले-'देखो भाई, जब तक मेरे देश में एक भी छोटा बच्चा कहीं भूखा है, तब तक उसे खिलाना ही हमारा सच्चा धर्म है। इसके अलावा जो कुछ भी है, वह झूठा धर्म और ज्ञान है।
मानवता भलाई सेवा कार्य No.152
मानवता भलाई कार्य नंबर 26-सच्ची शिक्षा,130- मोबाइल वेलफेयर व 133- A Pledge for लाइफ में वर्णित कार्यों को भी शामिल करते हुए कम से कम एक बच्चे की परवरिश का दायित्व उठाना।
पूज्य पिताजी ने आज के ऑनलाइन गुरुकुल सत्संग में मानवता पर किया उपकार,
सृष्टि...
Source of inspiration: नाम दान लेते ही यूं बदली तकदीर!
Source of inspiration: प्रमुख दास गांव खजूरी (फतेहाबाद) में रहता था। उसका पहला नाम राम गोपाल शर्मा था। सन् 1952 में परम पूजनीय बेपरवाह शाह मस्ताना जी महाराज ने पहली बार जब महमदपुर रोही में सत्संग फरमाया था तो गांव में सबसे पहले राम गोपाल ने नाम-दान प...
सभी ने हमेशा श्रद्धा भावना से सत्संग में है आना
पूज्य गुरु जी ने 19 फरवरी को अजब रूहानी सत्संग फरमाया,
अपनी ओजस्वी वाणी से सबको अमृतपान कराया,
सत्संग, रामनाम की कथा कहानी की जगह आने वालों को विशेष प्रण दिलाया -
"सभी ने हमेशा श्रद्धा भावना से सत्संग में है आना,
इधर उधर की बातें न कर ध्यान से ...
आचार्य चाणक्य ने कहा
मनुष्य से अधिक कठोर कोई नहीं है, परिस्थितियाँ मनुष्य को अपने अनुकूल बना लिया करती हैं।
शासन और स्वाद
शांतिपूर्ण और सुखद वातावरण में हमारा मन शांत रहता है, तब हमें स्वादहीन चीजें भी स्वादिष्ट मालूम पड़ने लगती हैं। लेकिन जब चारों ओर त्राहि,त्राहि मची हो, तब मन अशांत रहता है और स्वादिष्ट चीजों का स्वाद भी पता नहीं चलता।'
दोस्ती का अंदाज
कोई भी अनजान व्यक्ति दूसरे अनजान को देखकर अपना नाम बताते हुए हाथ आगे बढ़ा देता था। इस प्रकार अपरिचित लोग भी एक दूसरे के दोस्त बन जाते थे। दोस्ती करने का यह रिवाज वहां काफी लोकप्रिय था।
PSLV-C56 Mission: चंद्रयान-3 के बाद इसरो का नया मिशन तैयार, 30 जुलाई को छह उपग्रहों के साथ पीएसएलवी-सी 56 को भेजा जाएगा अंतरिक्ष
नई दिल्ली (एजेंसी)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( ISRO ) चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) की महत्वपूर्ण कामयाबी के बाद अब नए मिशन को लॉन्च करने में जुट गया है और जल्द ही इसे अंजाम तक पहुंचाने वाला है। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी 30 जुलाई को छह सह-यात्री उपग्...