ऐसे राष्ट्रपति जिन्होंने राष्ट्र हित को दिया सर्वोच्च महत्व
भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जन्म तीन दिसंबर 1884 को बिहार के सीवान जिले के जीरादेई गांव में हुआ था। राजेंद्र प्रसाद जी के पिता का नाम महादेव सहाय और माता का नाम कमलेश्वरी देवी था। प्रसाद जी की प्रारंभिक शिक्षा बिहार के छपरा जिला स...
शांति और प्रसन्नता के प्रचारक दलाई लामा
दलाई लामा विश्व में एक तिब्बती धर्मगुरु के रूप में जाने जाते हैं। दलाई लामा को साल 1989 में आज के ही दिन नाबेल का शांति पुरस्कार मिला था। दलाई लामा का वास्तविक नाम ल्हामो धोण्डुप है और उनका जन्म 6 जुलाई साल 1935 को तिब्बत में हुआ था। इनके पिता का नाम...
दुबई में लैंबोर्गिनी पर हो रही आम की होम डिलीवरी
(Mango in Lamborghini ) Dubai
आम को 'फलों का राजा' कहा जाता है, ये तो आप जानते ही होंगे, लेकिन क्या आपको ये पता है कि आम को सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों के लोग भी खूब पसंद करते हैं। वैसे भारत में तो आम हर जगह आसानी से मिल जाता है, कही...
मौलाना आजाद : जिन्होंने जगाई शिक्षा की अलख
11 नवंबर को भारत में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत में शिक्षा के विकास में जबरदस्त भूमिका निभाने वाले पहले शिक्षा मंत्री (Maulana Abul Kalam Azad) मौलाना अबुल कलाम आजाद आज ही के दिन पैदा हुए थे। महात्मा गांधी के विचारों से प्रभ...
Chandrayaan 3: क्या चंद्रयान-3 को चांद पर एलियन्स होने के मिले सबूत? आइये जानते हैं…
Chandrayaan 3: वर्ष 1960 को चांद पर पहली बार ह्मूमन क्रू पहुंचा और इसके बाद 5 और अमेरिकी अभियान चांद पर भेजे गए। वर्ष 1972 के बाद यह सिलसिला थम गया और तब से कोई भी इन्सान चंद्रमा की धरती पर नहीं उतरा। यही कारण है कि कई वैज्ञानिक हैरत में पड़ गए। इस बी...
वो प्रधानमंत्री, जिसे कभी संसद में बोलने का मौका नहीं मिला
भारत के 5वें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह ने आज ही के दिन 1979 में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया था। उनका जन्म 23 दिसंबर, 1902 को यूनाइटेड प्रोविंस के नूरपुर गांव में, जो अब उत्तर प्रदेश है, में हुआ था। वो सन 1937 में विधानसभा के सदस्य चुने गए थे। उ...
ब्रिटिश कंपनी ‘इकोपॉड’ बनाती है कागज के ताबूत
हमारे सभी महासागरों के प्रत्येक वर्ग मील क्षेत्र में लगभग 46,000 प्लास्टिक के टुकड़े तैर रहे हैं। यह कचरा समुद्री जीवन को बुरी तरह प्रभावित करता है। अमेरिका के सभी प्लास्टिकों में से सिर्फ पांच प्रतिशत प्लास्टिक ही वास्तव में पुनर्नवीनीकरण होते हैं। क...
बंदूक के बैरल से आया स्टील बनाने का आइडिया
स्टेनलेस स्टील एक इस्पात है। आज लोहे जैसे धातु की तुलना में स्टेनलेस स्टील का ज्यादा उपयोग होने लगा है , क्योंकि एक तो स्टेनलेस स्टील की आयु लम्बी होती है और दूसरा इसके उपर जंग नहीं लगता और यह वायुमंडल तथा कार्बनिक और अकार्बनिक अम्लों से खराब नहीं हो...
मेडिकल रिसर्च के काम आएगी जगदीश चंद्र इन्सां की पार्थिव देह
सैल्यूट। परिजनों ने प्रसाद मेडिकल इंस्टीट्यूट लखनऊ को पार्थिव शरीर किया दान
सच कहूँ, श्याम सुन्दर सरदाना
हिसार। डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी न सिर्फ जीते जी बल्कि इस जहां से जाने के बाद भी इन्सानियत के काम आते हैं। इसी क्रम में जिले के गांव सीसवाल ...
Chandrayaan 3 Update: इंडिया के लिए बड़ी खुशखबरी! प्रज्ञान ने की कमाल की खोज !
Chandrayaan 3 Update: नई दिल्ली (एजेंसी)। भारत की उपलब्धि में एक और नई उपलब्धि जुड़ गई है, चंद्रयान-3 मिशन ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चांद की सतह के बारे में एक महत्वपूर्ण खोज की है, यह विशेष जानकारी इसके प्रज्ञान रोवर के अन्वेषण से प्राप्त डेटा क...