बिगड़ैल ऊंट से जान बचाई
एक बार अमरपुरा धाम में गांव महमदपुर के एक जमींदार भाई ने आकर पूज्य शाह मस्ताना जी महाराज को बताया कि मैं अकेला अपने ऊंट के साथ खेत में काम कर रहा था। अचानक मेरे बिगड़ैल ऊंट ने मुझ पर जानलेवा हमला कर दिया। मैं डर गया क्योंकि मौत सामने दिखाई दे रही थी। ...
अंतरिक्ष में सैर करने वाली पहली महिला अंतरिक्ष यात्री
कॅथ्रीन डॉयर सुलिवन का जन्म 3 अक्टूबर 1951 को हुआ था। वह अमेरिकन भूविज्ञानी और नासा की अंतरिक्ष यात्री थी। उनका जन्म न्यू जर्सी के पैटरसन शहर में हुआ था। उन्होंने 1949 में अपनी ग्रेजुएशन कैलिफोर्निया के वुडलैंड हिल्स जिले के विलियम होवार्ड टाफ्ट हाई ...
आज ही के दिन डॉ. राधाकृष्णन बने थे भारत के दूसरे राष्ट्रपति
जब राधाकृष्णन मॉस्को में भारत के राजदूत थे, बहुत दिनों तक स्टालिन उनसे मुलाकात के लिए राजी नहीं हुए। अंत में जब दोनों की मुलाकात हुई तो डॉ. राधाकृष्णन ने स्टालिन से कहा, हमारे देश में एक राजा था जो बड़ा अत्याचारी और क्रूर था। उसने रक्त भरी राह से प्रग...
देश के सबसे बड़े इंजीनियर का रेल किस्सा
सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या देश के बड़े इंजीनियर और जानकार रहे हैं। भारत में उनका जन्मदिन, 15 सितंबर अभियन्ता दिवस (इंजीनियर्स डे) के रूप में मनाया जाता है। वो मैसूर के 19वें दीवान थे जिनका कार्यकाल साल 1912 से 1918 के बीच रहा। उन्हें न सिर्फ़ 1955 म...
पूज्य सतगुरू जी ने बख्शी शिष्य को नई जिंदंगी
असहाय को सहारा
सन् 1983 में पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज जी की रहमत से मुझे पब्लिक वर्कस विभाग में नौकरी मिल गई। मेरी ड्यूटी हॉट मिक्सरचर (बजरी व तारकोल आदि को गर्म कर मिलाने वाली मशीन) पर थी। एक दिन वह मशीन खराब हो गई। उसे ठीक करवाने के लिए ...
पूज्य सतगुरू जी के वचनों ने बदली शिष्य की तकदीर
प्रमुख दास गांव खजूरी (फतेहाबाद) में रहता था। उसका पहला नाम राम गोपाल शर्मा था। सन् 1952 में परम पूजनीय बेपरवाह शाह मस्ताना जी महाराज ने पहली बार जब महमदपुर रोही में सत्संग फरमाया था तो गांव में सबसे पहले राम गोपाल ने नाम-दान प्राप्त किया था। पूज्य श...
यूं ओड़ निभा जाते हैं सतगुरु के प्यारे शिष्य
सतलोक को उड़ान
एक बार गांव चूनावढ़(राजस्थान) में सुबह का सत्संग था। पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज स्टेज पर आकर विराजमान हो गए। पूजनीय परम पिता जी की आज्ञा से भाई हाथी राम को शब्द बोलने का समय दिया गया। जैसे ही हाथी राम ने नारा बोला तो पूजनीय परम...
चरण सिंह: प्रशासन में अक्षमता एवं भ्रष्टाचार को नहीं करते थे बर्दाश्त
चरण सिंह का जन्म 1902 में उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के नूरपुर में एक मध्यम वर्गीय किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने 1923 में विज्ञान से स्नातक की एवं 1925 में आगरा विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की। कानून में प्रशिक्षित चरण सिंह ने गाज...
संतोषी सदा सुखी
एक महात्मा भिक्षा के लिए एक किसान के द्वार पर पहुँचे, तो उन्होंने खिड़की से देखा कि पूरा परिवार चिंताग्रस्त मुद्रा में बैठा है। महात्मा ने उनकी चिंता का कारण पूछा। किसान ने बताया, ‘हमारे यहाँ इस बार फसल थोड़ी कम हुई है, अन्न इतना भर है कि आठ माह के लिए...
सिंकदर बादशाह को फकीर ने सुनाई खरी-खरी बातें
एक दिन बादशाह सिकंदर को एक संत महात्मा (फकीर) के साथ मुलाकात करने का मौका मिला, जो किसी निराली मस्ती के रंग में बेपरवाह, बेफिक्र हो जमीन पर लेटा हुआ था। जब सिकंदर उसके पास गया तो फकीर ने उसे बुलाना तो एक तरफ रहा उसकी तरफ देखा तक नहीं। सिकंदर संत महात...