प्रेमी सेवक अंकित धमीजा इन्सां के नेत्र व शरीरदान कर परिजनों ने पेश की अनुपम मिसाल
अंतिम विदाई में भारी तादा...
अच्छा और बुरा
आचार्य द्रोण बोले-'जो व्यक्ति जैसा होता है, उसे सारे लोग वैसे ही दिखाई पड़ते हैं। इसलिए दुर्योधन को कोई अच्छा व्यक्ति नहीं दिखा और युधिष्ठिर को कोई बुरा आदमी नहीं मिल सका।

























