अंग्रेजों द्वारा स्थापित भारत में पहला विश्वविद्यालय
मुंबई विश्वविद्यालय, भारत का पहला आधुनिक विश्वविद्यालय, 1857 में अंग्रेजों द्वारा स्थापित किया गया। मूल रूप से मान्यता और डिग्री प्रदान करने वाली संस्था, मुंबई विश्वविद्यालय ने बाद में अपने कार्यों में शिक्षण को जोड़ा।
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की सभी चिट्ठी एक साथ
पूज्य गुरु जी का पहला प्रेम भरा रूहानी पत्र
धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा
आदरणीय माता जी व प्यारे बच्चों व ट्रस्ट/मैनेजमेंट
सतगुरु राम की कृपा से मैं यहां पर ठीक हूँ व आपकी तन्दरूस्ती के लिए प्रभु से सुबह शाम प्रार्थना करता रहता हूँ। माता जी, आप...
प्यारे सतगुरू जी ने सीआईडी अधिकारियों के भ्रम को किया दूर
वे बाहर के सीआईडी के लोग हैं, असीं हुए अंदर के सीआईडी।’’ वे लोग चकित रह गए कि इनको कैसे मालूम हुआ क्योंकि उनकी बात गोपनीय थी।
इसीलिए 60 से 50 ओवर के होने लगे क्रिकेट मैच
पहले क्रिकेट विश्व कप का आयोजन पहला अंतर्राष्ट्रीय एक दिवसीय मैच खेले जाने के 4 साल बाद किया गया था। पहला विश्व कप टूनार्मेंट प्रूडेंशियल इंश्योरेंस कंपनी द्वारा प्रायोजित किया गया था।
गधा 96 किलोमीटर की दूरी से दूसरे गधे को सुनने में सक्षम है
एक गधा रेगिस्तान में 96 किलोमीटर की दूरी से एक और गधे को सुनने में सक्षम है। यह उनके बड़े कानों के कारण संभव है। इनके बड़े कान उनके शरीर को गर्म और शुष्क रेगिस्तानी परिस्थितियों में ठंडा रखने में मदद करते हैं।
‘‘पूर्ण सतगुरू अपने मुरीदों का साथ कभी नहीं छोड़ता’’
यह बात 18 जुलाई 1970 की है। उस समय मेरा परिवार गांव किला निहाल सिंह वाली(बठिंडा) में रहता था। पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज वहां सत्संग फरमाने आए हुए थे। सत्संग का कार्यक्रम हमारे घर में ही था। कविराज भाई भजन बोल रहे थे। अचानक मेरे घर से रोने-च...
जब एक शख्स को खुद पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज ने यमों से बचाया
प्रेमी भोपाल सिंह (मास्टर) गांव शाहपुर बड़ौली जिला मेरठ (यूपी) से अपने प्यारे सतगुरु जी के एक प्रत्यक्ष करिश्में का इस प्रकार वर्णन करता है।
सन् 1978 की बात है, भोपाल सिंह ने उस वक्त तक नाम (गुरुमंत्र) नहीं लिया हुआ था। वह बाहरी कर्म काण्डों में ही फ...
रूहानी सवाल-जवाब
जिज्ञासुओं के सवाल पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज के जवाब:-
प्रश्न : कोई आत्महत्या कर लेता है तो क्या यह उस इन्सान की प्रारब्ध है? यदि उसका अंत ही ऐसा है तो उसे आत्महत्या का दंड क्यों?
उत्तर : एक-न-एक दिन हर किसी ने जाना है और कुदरती मृृत्यु क...
भारतीय लोकतंत्र के नायक थे चाचा नेहरू
14 नवंबर की तारीख को भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन के तौर पर याद किया जाता है। आज के दिन 1889 को इलाहाबाद में जन्मे पंडित जवाहरलाल नेहरू ने शायद ही कभी ये सोचा होगा कि एक दिन भारत में उनके नाम और काम पर आलोचनात्मक बहस होगी। यह स...
‘‘मस्ताना पैसों का भूखा नहीं है, मस्ताना प्यार का भूखा है’’
जब लगी तरबूज की बोली
मोती राम जिन्हें पूजनीय शाह मस्ताना जी महाराज प्यार से प्रह्लाद कहकर पुकारते, वाल्मीकि चौक सरसा का रहने वाला पुराना सत्संगी कविराज है। उसकी इच्छा थी कि हमारे इलाके के लोग शराब एवं मांस आदि का सेवन करते हैं यह सब बुराईयां दूर होन...