आज भी एक अरब लोग पढ़-लिख नहीं सकते
दुनिया से अशिक्षा को समाप्त करने के संकल्प के साथ आज 54वां 'अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस' मनाया जा रहा है। साल 1966 में यूनेस्को (संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन) ने शिक्षा के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने तथा विश्व भर के लोगों ...
सतगुरु जी की रहमत से भयानक बीमारी हुई ठीक
बहन दविंदर कौर इन्सां पत्नी प्रेमी जसवीर सिंह इन्सां पुत्र प्रेमी जीवन राम इन्सां, निवासी गाँव बनूड़, तहसील राजपुरा, जिला पटियाला (पंजाब) ने स्वयं पर हुए पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के पावन रहमो-करम को इस प्रकार बयान करती है...
शतरंज की पहली चैंपियन पर देश को नाज
शतरंज की दुनिया का जाना पहचाना नाम रोहिणी खाडिलकर आज की लड़कियों के लिए एक सशक्त प्रेरणा स्रोत हैं। उन्हें तेरह साल की उम्र में 'वुमन इंटरनेशनल मास्टर' होने का भी खिताब मिल चुका है। वर्ष 1976 में रोहिणी पहली भारतीय महिला चेस खिलाड़ी रहीं। उन्होंने बहुत...
एलआईसी: ‘जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी’
भारत की पहली जीवन बीमा कम्पनी का नाम ओरियंटल लाइफ इंश्योरेंस था। ‘जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी’ की असरदार टैगलाइन के साथ देश के लाखों लोगों को बीमा की सेवाएं देने वाले भारतीय जीवन बीमा निगम की स्थापना 64 साल पहले एक सितंबर के दिन ही की गई थी। भ...
पांच हजार वर्ष पूर्व चीन में हुई थी ‘चाय’ की खोज
आविष्कार शब्द के पीछे गहन अध्ययन और कड़ी मेहनत होती है, तभी किसी नयी चीज की खोज संभव हो पाती है लेकिन जब कोई बहुत बड़ा आविष्कार अनजाने में हो जाये तो इसे किसी रोमांचक चमत्कार से कम नहीं समझना चाहिए और आज ऐसे ही एक दिलचस्प आविष्कार की बात करते हैं जिसने...
आसमान की परी सुनीता विलियम्स
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके दो सहयोगी फ्लाइट इंजीनियर यूरी मालेनचेंको और अकी होशिदे चार माह तक कक्षा में रहने के बाद सकुशल धरती पर वापिस लौटे थे। यह अंतरिक्ष अभियान दुनिया के 15 देशों के सक्रिय सहयोग से सफल हो पाया ह...
खोजी अभियान में मिले टाईटेनिक के अवशेष
आज ही के दिन 1985 में 73 सालों के बाद पहली बार समुद्र में डूब गए विशाल आलीशान जहाज टाइटेनिक की तस्वीरें सामने आई थीं। अमेरिका और फ्रांस के सहयोग से चलाए जा रहे खोजी अभियान में टाइटेनिक के अवशेषों का पता चला। इस अभियान का नेतृत्व डॉक्टर रॉबर्ट बलार्ड ...
ज्ञानकोष्ठ : जाने, कोन थे विनोबा भावे
विनोबा भावे का जन्म महाराष्ट्र के कोलाबा (अब रायगढ़) जिले के गागोडे गांव में 11 सितंबर 1895 को एक चितपावन ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम नरहरि शंभू राव और माता का नाम रुक्मणि था। उनकी मां का उनके जीवन पर गहरा प्रभाव था। वह भगवद्गीता, महा...
मेहनत और संघर्ष है होंडा की सफलता का राज
होंडा मोटर कंपनी की स्थापना सोइचिरो होंडा ने 24 सितंबर 1948 में जापान के शहर टोकियो में की थी। वे एक ऐसे इंसान से जिनको बचपन से ही गाड़ियों में मतलब ऑटोमोबाइल में बहुत ज्यादा रूचि थी। इसलिए वह अपने दोस्त के गैरेज में गाड़ियों को खुद बनाते थे और गाड़ियों...
Monkey Viral Video: माँ का प्यार! जब बंदर मां ने बेबी मंकी को दी प्यार भरी झप्पी, वीडियो हुआ वायरल
Monkey Viral Video: अपने बच्चों के साथ माताओं का बंधन किसी से कम नहीं है। माता-पिता और उनकी संतान के बीच गहरा लगाव भावनात्मक और शारीरिक दोनों होता है। सबसे बुद्धिमान प्राणी होने के नाते मनुष्य अपने बच्चों को प्यार और स्नेह से नहलाता है और अपने छोटों ...