…जब सच्चे सतगुरू जी का हुक्म बना दवाई
प्रेमी मिस्त्री बिगला सिंह इन्सां पुत्र श्री गुरदेव सिंह गांव झाड़ों तहसील सुनाम जिला संगरूर पंजाब हाल आबाद उपकार कॉलोनी, गांव शाह सतनाम जी पुरा, जिला सरसा से पूजनीय हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की अपने पर हुई अपार रहमतों का वर्णन ...
अपने शिष्यों की हरदम करते संभाल पूज्य परम पिता जी
सरसा (सच कहूँ डेस्क)। एक बार गांव हुसनर जिला मुक्तसर साहिब में सत्संग का कार्यक्रम था और प्यारे मुर्शिद-ए-कामिल पूजनीय परम पिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज ने प्रेमी गुरांदित्ता सिंह के घर पर अपने पावन चरण रखने थे क्योंकि परिवार जनों ने पूजनीय शहनशाह जी...
साईं जी ने जात-पात का भेद मिटाया
एक बार आप जी नोहर से लालपुरा की तरफ जीप में सवार होकर जा रहे थे। उन दिनों वह रास्ता कच्चा था। रोड़ के आसपास बड़े-बड़े टीले थे। रास्ते में आपजी ने जीप को रूकवाया व पानी पीने की इच्छा जताई। वैसे तो सेवादार हर समय पानी अपने साथ रखते थे। लेकिन उस समय उनके प...
प्यारे सतगुरू जी ने जीव के विश्वास को किया दृढ़, बख्शी रहमतें
सन् 1973 की बात है। हमारा सारा परिवार नाम लेने के लिए मासिक सत्संग पर आश्रम में पहुंचा तथा नाम-दान लिया। जब हम घर वापिस पहुुंचे तो देखकर घबरा गए क्योंकि घर के सभी ताले टूटे हुए थे। हमनें सोचा कि शायद चोरों ने अपना काम कर दिया है परंतु जब अंदर जाकर दे...
‘‘बेटा, सेवा और सुमिरन करो, टांग मत कटवाना’’
मेरी टांंग में एक ऐसा रोग लगा कि मुझे दूसरे या तीसरे दिन घुटने के ऊपर से चीरा लगवाकर मवाद (रेशा) निकलवाना पड़ता था। इस बीमारी के कारण मेरी टांग के तीन आॅपरेशन भी हो चुके थे। मैंने दिल्ली और जयपुर के बड़े अस्पतालों में उपचार करवाया। उन डॉक्टरों की राय थ...
अच्छे कर्मों से जिंदगी में आती हैं खुशियों की बहार
एक दिन मेरा छोटा भाई राकेश किसी कार्यवश तेरावास में पूजनीय परम पिता जी से मिला। पूजनीय परम पिता जी ने राकेश को कहा, ‘‘बेटा, राजेश को बोलना कि उसके लिए एक अच्छा रिश्ता ढूंढ रखा है।’’ उन्हीं दिनों पूजनीय परम पिता जी ने मेरे पापा श्री पुरूषोत्तम लाल धवन...
रूहानी यादें: 12 मार्च 1993 को पिपली में सत्संग सुनने को उमड़ पड़ा था हुजूम
सेवादार बोले, यूं लगता है जैसे 29 साल नहीं सिर्फ 29 दिन पहले की ही बात हो
पिपली की नई अनाज मंडी को सत्संग के लिए सजाया गया था दुल्हन के जैसा
पहुंची थी लाखों की तादाद में साध संगत, 5369 ने ली थी नाम की अनमोल दात
कुरुक्षेत्र(सच कहूँ, देवीलाल...
सफाई महाअभियान में हुआ बहुत बड़ा करिश्मा
सरसा। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के वचन हैं कि जब भी आप सेवा पर जाते हैं तो परमात्मा आपके भयंकर कर्मों को पहाड़ से कंकर में बदल देते हैं और कई बार तो वो आपको खरोंच तक भी नहीं आने देते और आपके भंयकर कर्म को सपने में ही काट देते ह...
सतगुरू ने बख्शी नजर
सन् 1975 की बात है। एक बार पूजनीय परम पिता जी शाम की मजलिस समाप्त करके पानी वाली डिग्गी की तरफ इशारा करके सेवादारों को कहने लगे, ‘‘पानी की डिग्गी के पास र्इंट के टुकड़े पड़े हैं, उनको उठाकर काल-बुत के पास वाली जगह पर रख दो।’’ पूजनीय परम पिता जी के हुक्...
पाखंड से छुटकारा दिला सच्चे सतगुरू जी ने दिखाया सच्चा रास्ता
प्रेमी कंवलजीत सिंह इन्सां सुपुत्र श्री कुलजीत सिंह इन्सां निवासी बंबीहा भाई ब्लॉक मल्ल के तहसील बाघा पुराना जिला मोगा और वर्तमान में जो कुवैत देश के जलीन नामक शहर/राज्य में रहता है। प्रेमी कंवलजीत लिखता है कि यह सन् 1992 की बात है। एक दिन मुझे स्कूल...