इंसान ने पहली बार अंतरिक्ष में लगाई थी छलांग
सोवियत यूनियन ने 1957 में पहले मानव निर्मित उपग्रह 'स्पुतनिक' प्रक्षेपित किया था। इसे इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक माना गया था और इसके ही बाद अमरीका से इस क्षेत्र में होड़ शुरू हुई और तब अमरीका ने चंद्रमा पर मानव को भेजा था। स्पुतनिक का ...
समझौता: ब्रिटेन ने चीन को सौंपा ‘हांगकांग’
डेढ़ सौ से भी ज्यादा सालों तक ब्रिटिश उपनिवेश रहे हांगकांग को आज ही के दिन 1984 में चीन ( 'Hong Kong' to China) को सौंपने के समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे। ब्रिटेन और चीन ने अगले 13 वर्षों में सत्ता का हस्तांतरण पूरा करने का फैसला लिया। 19 दिसंबर 1984 को...
पूजनीय बेपरवाह शाह मस्ताना जी महाराज से सत्संग में पुछे गए रूहानी सवाल जावाब
पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज ने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में सन् 1960 से 1991 तक बहुत से सत्संग फरमाए और इस बीच सत्संगियों ने समय-समय पर पूजनीय परम पिता जी से अनेक प्रश्न पूछे। जो कुछ प्रश्न विभिन्न स्त्रोतों से हमें प्राप्त हु...
पैंडा भालू एक दिन में 21 किलो तक बाँस खा सकता है
भालू के दांतो में छोटे-छोटे छल्लों की माइक्रोस्कोप की सहायता से गणना करके उसकी आयु का अंदाजा लगाया जा सकता है। भालूयों के खालों की परते होती है। छोटी परत उसे गर्म रखती है जबकि बड़ी परत उसकी चमड़ी और खाल की छोटी परत को पानी से बचाती है।
सतगुरू के प्यार में सब कुछ लुटाया
पूजनीय बाबा सावन सिंह जी महाराज जी ने पूजनीय बेपरवाह शाह मस्ताना जी महाराज जी को अपना बहुत ही सुंदर कोट उतार कर दिया। उस पर रंग बिरंगे सितारे लगे हुए थे। वह बहुत ही कीमती कोट था। आप जी यह कोट पहनकर बाहर निकले तो रास्ते में आपजी को एक भक्त मिला। पूजनी...
वाशिंग मशीन की कहानी
मम्मी, अब मैं कैसे स्कूल जाऊं, मेरी तो ड्रेस ही साफ नहीं है। कहते हुए शालू की आंखें शरारत से चमक उठीं। आज क्लास टेस्ट था और वह उसे मिस करना चाहती थी। कोई बात नहीं। शालू तो बाथरूम में घुस गई, पर बीस मिनट बाद वह नहाकर बाहर आई, तो मम्मी के हाथों में चमच...
दु:खों से घिरी बहन को पूज्य गुरु जी ने बख्शा खुशहाल जीवन
सतगुरु की रजा, रमज और रहमत की कोई सीमा नहीं होती और न ही इसे कोई समझ सकता है। उनका हर कर्म सृष्टि के भले के लिए होता है। वे अपने बच्चों के भारी कर्मों को काटकर उनके जीवन को खुशियों से महका देते हैं। आज की साखी ऐसे ही जीवन के सत्य अनुभव पर आधारित है।
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यूं ओड़ निभा जाते हैं सतगुरु के प्यारे शिष्य
सतलोक को उड़ान
एक बार गांव चूनावढ़(राजस्थान) में सुबह का सत्संग था। पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज स्टेज पर आकर विराजमान हो गए। पूजनीय परम पिता जी की आज्ञा से भाई हाथी राम को शब्द बोलने का समय दिया गया। जैसे ही हाथी राम ने नारा बोला तो पूजनीय परम...
दिली इच्छा पूरी की सतगुरू ने
प्रेम हरी राम सरसा से लिखते हैं कि सन् 1987 में एक दिन उसकी पत्नी ने सुबह-सुबह घर में चाय बनाई तो बच्चों ने चाय मांगी। अचानक वह कहने लगी, ‘‘यह चाय तो मैंने पूजनीय परम पिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज के लिए बनाई है, आपको और बनाकर देती हूं।’’ बच्चों ने ह...
आईए जानते है अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरने वाली वो दुनिया की पहली महिला कौन थीं ?।
16 जून के दिन सुनीता विल्यिमस ने अंतरिक्ष में सबसे अधिक समय बिताने वाली महिला का रिकॉर्ड बनाया। जबकि अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की दूसरी महिला हैं। उनसे पहले दिवंगत कल्पना चावला भी अंतरिक्ष में जा चुकी थीं। वो अब तक अंतरिक्ष में 322 दिन रहने ...