भोजन बर्बाद न करें
'आप उतना ही खाना ऑर्डर करें, जितना खा सकें। माना कि पैसा आपका है परंतु देश के संसाधनों पर हक तो पूरे समाज का है! और कोई भी इन्हें बर्बाद नहीं कर सकता, क्योंकि देश में कितने ही लोग ऐसे हैं जो भूखे रह जाते हैं।'
द्रोणाचार्य ने कहा था
महाभारत में घमासान युद्ध हो रहा था। द्रोणाचार्य और अर्जुन आमने-सामने थे। द्रोणाचार्य लड़खड़ा रहे थे। अर्जुन आगे बढ़ता जा रहा था। कौरवों मे से एक ने प्रश्न किया, ‘इस आश्चर्य का क्या रहस्य है कि गुरू हारता और शिष्य जीतता जा रहा है।’ द्रोणाचार्य ने स्पष्ट ...
ज्ञानकोष्ठ : 199 साल में बनी पीसा की झुकी हुई मीनार
पीसा इटली का एक छोटा-सा शहर है जहां विश्व प्रसिद्ध झुकी हुई मीनार है। पीसा की यह झुकी हुई मीनार सैकड़ों सालों से सैलानियों की उत्सकुता का केंद्र बनी हुई है। अपने निर्माण के बाद से ही मीनार लगातार नीचे की ओर झुकती रही है और इसी झुकने की वजह से वह दुनिय...
वीणा का सम्मान
श्री शेषण्णा बोले, 'महाराज, आपने मुझे जो सम्मान दिया वह इस वीणा के कारण दिया। इसी के कारण लोग भी मुझे सम्मान देते हैं। वीणा मुझसे श्रेष्ठ है, क्योंकि आज मैं जो भी हूं इसी के कारण हूं।
केवल ऑस्ट्रेलिया में कंगारूओं की 21 प्रजातियां हैं
कंगारू जानवर केवल ऑस्ट्रेलिया में पाए जाते हैं। ऑस्ट्रेलिया के सिवाए कंगारू दुनिया के किसी भी हिस्से में नहीं पाए जाते हैं। कंगारूओं की पूंछ लंबी और मोटी होती है जो सिरे की ओर पतली होती जाती है। इनकी पिछली टांगें लंबी और मजबूत होती हैं जिसकी सहायता स...
मानवता के लिए वरदान सतगुरू जी के पवित्र वचन
सत्संग की महिमा
भक्ति मार्ग से संबंधित श्री राम चन्द्र जी फरमाते हैं कि भक्ति स्वतंत्र है। इसे किसी भी प्रकार के सहारे की आवश्यकता नहीं है। भक्ति सब सुखों का खजाना है, लेकिन इस पवित्र भक्ति को मनुष्य बिना सत्संग (बिना संत-महात्मा की संगत) के प्राप्त...
साध-संगत की अर्ज सुनी सतगुरू ने
पंजाब में अनेकों सत्संग फरमाने के बाद जब पूजनीय परम पिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज डेरा सच्चा सौदा सिरसा लौट रहे थे, तब गांव पन्नीवाला के कुछ सत्संगी सेवादारों ने पूजनीय परम पिता जी के चरणों में अरदास की पिता जी! हमारे घरों में भी अपने पवित्र चरण टिका...
महर्षि का शिष्य
महर्षि बोधायन शिष्यों के अनुरोध पर उस दिन आश्राम से दूर नदी तट पर वृक्षों की घनी छांव में गोठ पर गए थे। मछलियों की तरह गुरू शिष्य घंटों जल विहार करते रहे। फिर झड़बेरी के साथ पकाए गए सिवार का साग और कोदो भात भरपेट खाकर अपने वस्त्र फैलाकर लेट गए। शीघ्र ...
रूहानी करिशमा : 15 मिनट का रहस्य
हमारे गांव का एक सत्संगी था, जिसे नाम लिए थोड़ा ही समय हुआ था। कुछ दिनों के बाद ही बुरी संगत में पड़कर उसने वचन यानि परहेज तोड़ दिए और मन के झांसे में आकर उसने अपने सतगुरू की निंदा करनी शुरू कर दी। वह एक दिन अपने साथी को कहने लगा कि मुझे रात को सच्चे सौ...
Success Mantra: जिंदगी में कभी बड़ी गलती हो जाये तो तुरन्त ये करना
हम समझदार इन्सान हैं, इसलिए हमारा दायित्व बनता है कि (Success Mantra) हम एक बार जिस गलती को करें, उसे पुन: दोहराएं नहीं बल्कि उस गलती से हम एक सबक सीखें। उसे भविष्य में न दोहराने की कसम अपने मन में लें। इस तरह हम मनुष्य एक ही गलती को बार-बार दोहराकर ...