असम की विनीता जैन बनीं मिसाल
टीवी के लोकप्रिय धारावाहिक 'कौन बनेगा करोड़पति' के दसवें संस्करण में असम के गुवाहाटी की रहने वाली विनीता जैन ने 1 करोड़ रुपए जीतकर महिलाओं के लिए नई मिसाल कायम की है। इसके साथ ही विनीता जैन इस संस्करण की पहली करोड़पति बन गई है और साथ ही में सात करोड़ रुप...
घुसपैठिए रोहिंग्याओं की घर वापसी जरूरी
असम में अवैध रूप से रह रहे सात रोहिंग्या घुसपैठियों की वापसी का सिलसिला सरकार का स्वागत योग्य कदम है। सात रोहिंग्याओं को प्रत्यर्पित कर म्यांमार भेजा जाएगा। हालांकि यह संख्या बहुत कम है, क्योंकि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग के अनुसार ही 14,000 रोह...
चिंतन: पल्ला झाड़ो, मौज करो
एक समय वह था जब लोग खुद आगे चलकर अपनी रुचि का कोई सा काम हाथ में लेते थे और पूरा करके ही दम लेते थे। समाज के लिए उन दिनों उपयोगी लोगों की संख्या भी खूब थी। हालांकि उन दिनों भी नाकारा, नाकाबिल, धूर्त और चतुर लोगों की संख्या कोई कम नहीं थी। पर काम करने...
ताकि निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव संपन्न हों
चुनाव आयोग भी देश की सियासी पार्टियों की तरह आज-कल रोज कलाबाजी खा रहा है। सर्वोच्च न्यायालय के अंदर मतदाता सूची में फर्जी मतदाताओं के नाम होने संबंधी याचिका को आधारहीन बतलाने वाले आयोग ने, अब मतदाता सूचियों का आॅडिट कराने का फैसला किया है। मतदाता सूच...
सामाजिक जीवन जीने का आंनद कुछ और ही होता है
इंटरव्यू: जावेद अख्तर
जावेद अख्तर साहब का अब परिचय देना खुद में बेमानी सा लगता है। कला क्षेत्र के प्रत्येक विधाओं में उन्होंने जिस तरह से छाप छोड़ी है वहां तक पहुंचना किसी के लिए सपना मात्र होता है। कवि, हिंदी फिल्मों के मशहूर गीतकार, पटकथा लेखक, डा...
पुलिस का यह चरित्र तो सर्वत्र है
लखनऊ में विवेक तिवारी हत्याकांड की गूंज पूरे देश में हुई है और पुलिस की इस बर्बर-लोमहर्षक चरित्र की सर्वत्र आलोचना हो रही है। सच्चाई यह है पुलिस का ऐसा बर्बर, हिंसक, लोमहर्षक चरित्र सिर्फ लखनऊ के पुलिसकर्मियों का ही नहीं है बल्कि ऐसा बर्बर, हिंसक, लो...
हम रहें या ना रहें, यह झंडा रहना चाहिए
भारतीय स्वाधीनता का सही नेतृत्व देने वाले एवं जीवन की चुनौतियों का डटकर सामना करने वाले मानवता के पुजारी, भारत के महान नेता लाल बहादुर शास्त्री सज्जनता, त्याग, सादगी व ईमानदारी की साक्षात मूर्त थे, जिनके प्रधानमंत्री काल में उनकी सूझबूझ एवं कुशल नेतृ...
आधुनिक युग में नए नजरिए से गांधी
आधुनिक भारतीय चिंतन प्रवाह में गांधी के विचार सार्वकालिक हैं। वे भारतीय उदात्त सामाजिक-सांस्कृतिक विरासत के अग्रदूत भी हैं और सहिष्णुता, उदारता और तेजस्विता के प्रमाणिक तथ्य भी। सत्यशोधक संत भी और शाश्वत सत्य के यथार्थ समाज वैज्ञानिक भी। राजनीति, साह...
इतिहास से वर्तमान व भविष्य की ओर बढ़ते संबंध
भारत के बेहद खास रिश्ते वाले देशों में ‘बांग्लादेश’ का नाम अग्रणी है, वह भी बांग्लादेश के जन्म के समय से ही। रिश्ते की मजबूती का यह क्रम अनवरत बढ़ा है और यह इस बात से ही समझा जा सकता है कि किस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर बांग्लादे...
वृद्ध जीवन के उजालों का स्वागत करें
एक अक्टूबर को सम्पूर्ण विश्व में अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस मनाया जाता है। समाज और नई पीढ़ी को सही दिशा दिखाने और मार्गदर्शन के लिए वरिष्ठ नागरिकों के योगदान को सम्मान देने के लिए इस आयोजन का फैसला संयुक्त राष्ट्र ने 1990 में लिया था। इस दिन पर वरिष्ठ न...