हर किरदार में हिट व फिट थे कादर खान
बॉलीवुड़ के दिग्गज कलाकार कादर खान के निधन की खबर से देशभर में शोक की लहर दौड़ पड़ी। उनके प्रशंसक देश तक ही सीमित नहीं है इसलिए तमाम जगहों से प्रतिक्रियाएं आ रहीं है। इस महान कलाकार का जन्म 22 अक्टूबर 1937 को अफगानिस्तान के काबुल में हुआ था।बहुत कम उम्र...
तीन तलाक पर राजनीतिक दलों का निराशाजनक रवैया
नए साल के पहले ही दिन संसद से मुस्लिम महिलाओं के लिये निराशा से भरी खबर आई। असल में गुजरते साल के आखिरी दिन संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा में तीन तलाक बिल पेश भी नहीं किया जा सका। कारण राजनीतिक विभेद, मुस्लिम मर्दों का तुष्टिकरण और हंगामे की निरंतर एवं श...
आतंक पर मुस्लिम देशों का प्रहार
अभी-अभी हुई आतंकवादी घटनाओं से मिस्त्र जरूर दहला पर उसने जो जवाबी कार्यवाही की उससे मिस्त्र की पूरी दुनिया में तारीफ हो रही है और यह बात मानी जा रही है कि आतंकवादियों के प्रति पूरी दुनिया मिस्त्र की तरह ही जवाबी कार्यवाही करे, आतंकवादियों और आतंकवादि...
बांग्लादेश में शेख हसीना की जीत के भारत के लिए मायने
बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग ने रविवार को हुए 11वें संसदीय चुनाव में लगातार तीसरी बार शानदार जीत दर्ज की। इस चुनाव में विपक्ष का लगभग सफाया हो गया। हसीना की पार्टी ने 300 में से 276 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं आवामी लीग की...
तीन तलाक पर चौतरफा सियासत
लोकसभा में विपक्ष के कड़े तेवरों और विरोध के बीच तीन तलाक को गैर कानूनी करार देने वाला संशोधित विधेयक पारित हो गया। विपक्ष को लेकर जैसी उम्मीद जतायी जा रही थी उसने वैसा किया भी। कांग्रेस सहित अनेक विपक्षी दलों ने वाकआउट करते हुए वोटिंग में हिस्सा नहीं...
इबादत के नाम पर न बिगड़े सौहार्द्र
देश की राजधानी दिल्ली से बिल्कुल सटे शहर नोएडा में खुले में नमाज पढ़ने की स्थानीय प्रशासन की मनाही के बाद विशेष धर्म के लोगों ने दबंगई से नमाज पढ़कर धार्मिक उन्माद फैलाने की हिमाकत की। गनीमत इस बात की रही उनके उस कृत्य को दूसरे धर्मांे के लोगों ने ज्या...
राजनीतिक उथल-पुथल के साथ बीता 2018
वर्ष 2018 कुछ खट्टी, कुछ मीठी और कुछ कड़वी यादों के साथ हम सभी को अलविदा कह रहा है और हम नए साल का स्वागत करने को तैयार हैं। 2018 में देश में बहुत कुछ घटित हुआ, राजनीतिक दृष्टि से यह साल बहुत महत्वपूर्ण रहा तो सालभर में कई बड़े हादसे भी हुए, घाटी में आ...
प्रकृति के प्रकोप के आगे बेबस मानव
आज मानव भले ही कितनी भी वैज्ञानिक प्रगति कर चुका हो और सूचना-तकनीकी की दृष्टि से कितना भी सक्षम हो गया हो लेकिन फिर भी वह प्रकृति के प्रकोप के आगे बेबस और लाचार नजर आता है। अभी ऐसी ही बानगी इंडोनेशिया में देखने को मिली जहाँ पर सुनामी के प्रकोप से तकर...
राहत और आहत का मिश्रण है अंग्रेजी दवाइयां
दिल्ली हाईकोर्ट ने आॅनलाइन फामेर्सी द्वारा इंटरनेट पर दवाओं की बिक्री पर हालाँकि रोक लगा दी है मगर इससे आम आदमी की दिक्कतें कहीं कम नहीं हुई है। अंग्रेजी दवाइयों ने आम आदमी को राहत के साथ आहत करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। यह ई-फार्मेसी और दवा दु...
पूर्वोत्तर भारत की सुरक्षा में अहम बोगीबील ब्रिज
भारत की सामरिक सुरक्षा के लिहाज से बेहद अहम बोगीबील सेतु को लंबी प्रतीक्षा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 दिसम्बर यानी अटल जी के जन्म दिवस पर देश को सौंप दिया। इसके साथ ही देश के विकास में एक और नया इतिहास जुड़ गया है। आसाम के डिब्रूगढ़ जिले मे...