राजस्थान कांग्रेस ने अपनाया सोशल इंजीनियरिंग फार्मूला
आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने राजस्थान की सभी 25 सीटो पर अपने उम्मीदवारों के नामो की घोषणा कर दी है। कांग्रेस ने टिकट वितरण में सोशल इंजिनियरिंग के फामूर्ले को अपनाया है। इसीलिये कांग्रेस ने टिकट वितरण में जाट समाज को पांच टिकट झुंझुनू, सीकर, जय...
चुनावी सियासत में तीसरी पीढ़ी का आगाज
भारत की चुनावी राजनीति बड़ी अजब गजब है। यहाँ कुछ परिवार आजादी के गर्भ से निकल कर आज तक चुनाव में गोता लगा रहे है। कई राजनीतिक नेता इस बार लोकसभा चुनाव में अपनी दूसरी पीढ़ी के साथ तीसरी पीढ़ी को एडजस्ट करने में लगे हैं। ऐसे नेताओं की दूसरी पीढ़ी पहले से र...
चुनावी खर्च: चुनावी खर्चे में गड़बड़झाला
पैसा प्रदूषित और भ्रष्ट राजनीतिक घोड़ी को दौड़ाता है और कैसे? वर्तमान में चल रहे ग्रेट इंडियन डांस आॅफ डेमोक्रेसी में राजनीतिक दलों ने अपने गोपनीय वार चेस्ट खोल दिए हैं और वे तरह-तरह के वायदे कर रहे हैं और इसके लिए इससे बढिया समय हो भी क्या सकता है। वर...
चुनावों में हो रहा बेतहाशा खर्च कितना सही
इस बार के लोकसभा चुनाव की खासियत यह है कि यह सबसे महंगे चुनाव होंगे। वैसे भी दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत में चुनाव संपन्न करवाना अपने आप में एक चुनौती है। विशाल भूखंड और विशाल जनसंख्या को देखते हुए तय समय में शांतिपूर्ण,पारदर्शी और व्यवस्...
चुनावी मुद्दों में युवाओं की उपेक्षा क्यों ?
लोकसभा चुनाव का रंग गहरा रहा है। विभिन्न पार्टियों ने अपने उम्मीदवार खड़े कर दिए हैं और धीरे-धीरे प्रचार अभियान जोर पकड़ने लगा है। विभिन्न राजनीतिक दल इन चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाने जा रहे पहली बार मतदाता बने युवाओं तक पहुंचने और उन्हें अपनी ओर खी...
वायुसेना की बेमिसाल ताकत बनेगा चिनूक
भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ाने के लिए गत 26 मार्च को दुनियाभर के कई प्रमुख देशों में लोकप्रिय 'चिनूक हेलीकॉप्टर वायुसेना के बेड़े में शामिल हो गए। हालांकि वायुसेना को अभी अमेरिका में निर्मित ये चार हेलीकॉप्टर ही मिले हैं, शेष 11 चिनूक भी अगले वर्ष मार्...
आरटीई की सफलता के लिये जरूरी है सरकारी स्कूल
शिक्षा अधिकार कानून लागू होने के 9 साल पूरे हो चुके हैं और आज की स्थिति में 90 फीसदी से अधिक स्कूल आरटीई के मानको पर खरे नहीं उतरते हैं। इस दौरान सरकारी स्कूलोँ की स्थिति और छवि दोनों खराब होती गई है। इसके बरक्स निजी संस्थान लगातार फले-फूले हैं। इससे...
जनहित के मुद्दे से बहस चुनाव में गायब क्यों ?
चुनावी तारीखों का एलान हो चुका है। ऐसे में 2019 के चुनावी महाभारत में अपने-अपने तरीके से राजनीतिक दल तरकश से तीर रूपी वादे और दावे करना शुरू कर दिए हैं। कांग्रेस अगर रोटी और राम के सहारे पुनर्जन्म की बाट जोह रहीं, तो समूचा सत्तापक्ष चौकीदार बन 272 के...
नया रोजगार मिलना तो दूर, बेरोजगारी और बढ़ गई
मोदी सरकार के तमाम दावों और वादों के बावजूद देश में नौजवानों को नये रोजगार तो मिलना दूर, उल्टे जो काम पर लगे थे, वे भी बेरोजगार हो रहे हैं। ग्रामीण भारत में साल 2011-12 और 2017-18 के बीच करीब 3.2 करोड़ अस्थायी मजदूरों से उनका रोजगार छिन गया। इनमें से ...
पाठयक्रम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक सार्थक पहल
टेक्नोलॉजी के बदलते दौर को ध्यान में रखते हुए सेंट्रल बोर्ड आॅफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) आने वाली शैक्षणिक सत्र में स्कूल के पाठ्यक्रम में कुछ नए विषयों को शामिल करने जा रहा है। इन विषयों में से एक है -आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानि कृत्रिम बुद्धमत्ता...