बहुआयामी प्रतिभा के धनी डॉ. भीम राव अंबेडकर
डा. अंबेडकर सिर्फ हिंदू समाज में व्याप्त कुरीतियों और सामाजिक भेदभाव के ही विरोधी नहीं थे बल्कि वे इस्लाम धर्म में व्याप्त बाल विवाह की प्रथा और महिलाओं के साथ होने वाले दुर्व्यवहार के भी कटु आलोचक थे। उन्होंने लिखा है कि मुस्लिम समाज में तो हिंदू सम...
अधिकारों को लेकर सड़कों पर उतरीं अफगानी महिलाएं
अमेरिका, जापान व भारत जैसे महिला सशक्तिकरण प्रभाव वाले देशों से सीख लेकर अफगानी महिलाओं ने भी बंदिशों की बेड़ियों को तोड़ने का निर्णय लिया है। अफगानिस्तान दशकों तक ‘तालिबानी आतंक’ से ग्रस्त रहा था। जब उनसे आजादी मिली तो महिलाएं दूसरी आतंरिक मुसीबतों से...
राजस्थान में पानी ने रूलाया और गर्मी ने झुलसाया
आजादी के बाद से ही मरुस्थलीय क्षेत्र राजस्थान पेयजल के संकट से जूझता रहा है। पहले लोग कुंए, तालाब और बावड़ियों के पानी पर निर्भर थे। आबादी बढ़ने के साथ पानी की मांग भी बढ़ने लगी। जलप्रदाय की अनेक योजनाएं बनी मगर पानी का संकट कम होने के बजाय बढ़ता ही गया।...
ब्रिटेन को माफी मांगने से क्यों गुरेज है?
भारत की आजादी के आंदोलन में जिस घटना ने देशवासियों पर सबसे ज्यादा असर डाला, वह है जलियांवाला बाग हत्याकांड। इस हत्याकांड ने हमारे देश के इतिहास की पूरी धारा को ही बदल के रख दिया था। जलियांवाला बाग हत्याकांड को इस साल 100 साल पूरे हो गये हैं। एक सदी प...
कब तक बोरवैल में दफन होते रहेंगे मासूम?
उत्तर प्रदेश के फरूर्खाबाद जिले में कमालगंज क्षेत्र के गांव रशीदापुर में 3 अप्रैल को दोपहर करीब ढ़ाई बजे एक और बच्ची सीमा 60 फुट गहरे बोरवैल में गिरकर 26 फुट की गहराई पर फंस गई थी, जिसे सेना के आॅपरेशन असीम के बावजूद बचाया नहीं जा सका। हालांकि सेना के...
एक दिन के राजा को मुखर होना होगा
आम चुनाव की सरगर्मिया उग्रत्तर होती जा रही हैं। पहले चरण का चुनाव प्रचार थम गया है। इस चुनावी मौसम में सारे ही राजनीतिक दल और राजनेता सारी लोकतांत्रिक मयार्दाएं लांघते नजर आ रहे हैं। ये चुनाव फूहड़ता, भाषाई अशिष्टता, निजी अपमान का अखाड़ा बन गये हंै। हर...
मध्य-प्रदेश में चुनावी धन के प्रबंधक
आयकर विभाग के 500 अधिकारियों ने चुनावी धन के प्रबंधक एवं कुबेरों के 50 ठिकानों पर कारगर कार्यवाही को अंजाम दिया है। ये छापे दिल्ली, भोपाल, इंदौर और गोवा में एक साथ डाले गए हैं। छापे मध्य-प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के निजी सचिव प्रवीण कक्कड़, राजेंद्...
चुनाव भी आकर्षित कर रहे हैं विदेशी सैलानियों को
सात चरणों के लोकसभा चुनावों के पहले चरण का मतदान जहां 11 अप्रैल को होने जा रहा है वहीं हमारे देश की चुनाव प्रक्रिया को जानने, देखने और परखने के लिए 700 विदेशी सैलानियों का पहला दल भारत आ रहा है। मजे की बात यह है कि यह दल कोई ऐतिहासिक या पुरातात्विक म...
बिहार में राजनीतिक दलों ने महिलाओं को किया नजरअंदाज
बिहार में महिला सशक्तीकरण और राजनीति में उनकी सहभागिता बढ़ाने के लिए बड़े-बड़े दावे करने वाले राजनीतिक दलों ने इस बार लोकसभा चुनाव में उन्हें नजरअंदाज किया है। विधायिका में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण की पुरजोर वकालत करने वाले राजनीतिक दलों ने भी महिला...
महामारी से कम नहीं है वायु प्रदूषण का खतरा
वायु प्रदूषण पर विभिन्न शोध रिपोर्टों का गहनता से अध्ययन करें तो यह पाएंगे की यह किसी महामारी से कम नहीं है। इसे किसी भी स्थिति में कमतर मापना स्वस्थ्य से खिलवाड़ होगा। वायु प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए तीसरा सबसे बड़ा खतरा बन गया है। लाख चेष्टा के बावजूद ...
तुष्टीकरण और वोट बैंक की राजनीति के बीच दोराहे पर अर्थव्यवस्था
कांग्रेस पार्टी ने हाल ही में जारी किए अपने चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया है कि वह गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे पांच करोड़ परिवारों को प्रति वर्ष 72,000 रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी। इस योजना के अंतर्गत 12,000 रूपए से कम आमदनी वाले परिव...
चुनाव और युवा पीढ़ी : क्या मुख्य मुद्दों पर ध्यान दिया जाएगा?
आगामी लोक सभा चुनावों से पूर्व हुए हर चुनाव की तरह शोर-शराबा हो रहा है और इस बार के चुनावों में युवा मतदाताओं की संख्या अधिक है। इसलिए स्वाभाविक है कि जो राजनीतिक दल विभिन्न सोशल मीडिया मंचों से इस युवा पीढी को लुभाने में सफल होगा उसे युवा पीढी के सर...
राजस्थान कांग्रेस ने अपनाया सोशल इंजीनियरिंग फार्मूला
आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने राजस्थान की सभी 25 सीटो पर अपने उम्मीदवारों के नामो की घोषणा कर दी है। कांग्रेस ने टिकट वितरण में सोशल इंजिनियरिंग के फामूर्ले को अपनाया है। इसीलिये कांग्रेस ने टिकट वितरण में जाट समाज को पांच टिकट झुंझुनू, सीकर, जय...
चुनावी सियासत में तीसरी पीढ़ी का आगाज
भारत की चुनावी राजनीति बड़ी अजब गजब है। यहाँ कुछ परिवार आजादी के गर्भ से निकल कर आज तक चुनाव में गोता लगा रहे है। कई राजनीतिक नेता इस बार लोकसभा चुनाव में अपनी दूसरी पीढ़ी के साथ तीसरी पीढ़ी को एडजस्ट करने में लगे हैं। ऐसे नेताओं की दूसरी पीढ़ी पहले से र...
चुनावी खर्च: चुनावी खर्चे में गड़बड़झाला
पैसा प्रदूषित और भ्रष्ट राजनीतिक घोड़ी को दौड़ाता है और कैसे? वर्तमान में चल रहे ग्रेट इंडियन डांस आॅफ डेमोक्रेसी में राजनीतिक दलों ने अपने गोपनीय वार चेस्ट खोल दिए हैं और वे तरह-तरह के वायदे कर रहे हैं और इसके लिए इससे बढिया समय हो भी क्या सकता है। वर...