ईमानदार मुख्यमंत्री
घटना उस समय की है, जब पं. गोविंद वल्लभ पंत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। उनकी गिनती देश के सबसे ईमानदार राजनेताओं में होती थी। वह कोई विशेष सुविधा नहीं लेते थे न ही कभी सरकारी पैसे से अपना कोई निजी काम करते थे। एक बार पंतजी ने सरकारी बैठक की। उसमें...
सरकार के लिए आईना आर्थिक मंच की रिपोर्ट
हमारे देश के हुक्मरान स्त्री-पुरुष के बीच असमानता को खत्म करने की बड़ी-बड़ी बातें करते हंै, लेकिन जमीनी हकीकत क्या है, इसे हाल ही में आई जेंडर गैप रिपोर्ट बयां करती है। लैंगिक समानता पर ह्यवर्ल्ड इकॉनोमिक फोरमह्ण यानी विश्व आर्थिक मंच द्वारा हर साल जार...
देश में वैज्ञानिकों की कमी ?
वैज्ञानिकों को लुभाने की सरकार की अनेक कोशिशों के बावजूद देश के लगभग सभी शीर्ष संस्थानों में वैज्ञानिकों की कमी बनी हुई है। वर्तमान में देश के 70 प्रमुख शोध-संस्थानों में 3200 वैज्ञानिकों के पद खाली हैं। बैंगलुरु के वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान पर...
प्रेरणास्त्रोत: हिंदूस्तान की पहचान
इसलिए मंदिर की हिफाजत करना भी मेरा कर्तव्य है। मैं एक हिंदुस्तानी क्रांतिकारी हूं।
देश के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने पर मैं स्वयं को गौरवान्वित अनुभव करता हूं।
कार्बन उत्सर्जन पर भारत ने लगाया अंकुश
इसी सिलसिले में भारत के कृषि वैज्ञानिक स्वामीनाथन ने कहा है
कि यदि धरती के तापमान में 1 डिग्री सेल्शियस की वृद्धि हो जाती है तो गेहूं का उत्पादन 70 लाख टन घट सकता है।
क्या नई नीति लक्ष्य पूरे करने में कामयाब होगी?
नई नीति में सुनियोजित ढंग से कृषि क्षेत्र में जल का उपयोग कम करने की रूपरेखा तय की जानी चाहिए।
मूल्य वर्धित फसलों पर बल दिया जाना चाहिए जिनमें जल की खपत कम हो ताकि अगले तीन-चार वर्षों में जल की खपत में 8-9 प्रतिशत की कमी आए।
प्रेरणास्त्रोत : सबसे अच्छी चीज दें
यह सुनते ही डॉक्टर साहब ने जनेश्वर मिश्र जी से कहा- मेरे बक्स में दो स्वेटर रखे हैं,
एक स्वेटर लेकर आओ।
जनेश्वर जी ने बक्स खोला तो उसमें एक आधी बाजू की और एक पूरी बाजू की स्वेटर थी।
नागरिकता संशोधन विधेयक और आबादी आक्रमण
मुस्लिम आबादी आक्रमण के माध्यम से भारत को एक इस्लामिक मजहबी राज में तब्दील करने की एक गहरी साजिश है।
भारत का एक बार मजहब के आधार पर बंटवारा हो चुका है।
यूरो संकट की तरह मंडराता खतरा
देश में पोंजी स्कीम भी बढी है।
पिछले दो दशकों में इन स्कीमों के बढने का कारण बैकों द्वारा बचत को हतोत्साहित करना रहा है
और इसका लाभ पोंजी फर्मों ने उठाया है।
प्रेरणास्त्रोत : धर्म की भूमिका
इन छहों दिशाओं को किया गया प्रणाम इन सभी व्यक्तियों को प्रणाम करने के समान होता है।
भिक्षुक बोला- मगर सेवक को प्रणाम करने का क्या उद्देश्य है?