महाराष्ट्र में विचित्र सियासी गठबंधन
झूठ और धोखे के इस खेल में भाजपा, राकांपा, शिव सेना और कांग्रेस ने
आज के भारत के सच को उजागर किया है कि सत्ता ही सब कुछ है।
आप यह भी कह सकते हैं कि यही लोकतंत्र है
भीष्म साहनी को कोई कैसे भुला सकता है?
प्रगतिशील और प्रतिबद्ध कथाकार, नाटककार भीष्म साहनी की आज 103वी जयंती है। वे इतने बड़े रचनाकार हैं कि उनको बार-बार, लगातार याद किया जाना बेहद जरूरी है। भीष्म जी की रचनाशीलता मुख्तसर नहीं है, बल्कि इसका दायरा काफी लंबा है। उपन्यास, कहानियां, नाटक, आत्मक...
देश अनूप हरियाणा-जहां दूध दही का खाणा
स्वतंत्रता प्राप्ति के प्रारंभिक दिनों में भारत में जितने राज्य थे, अब उससे बहुत अधिक हैं। कारण यह है कि अन्तराल में राज्यों का पुनर्गठन एवं नए राज्यों का निर्माण होता रहा है। इसी क्रम में एक नवम्बर 1966 को ‘हरियाणा’ नाम का नया राज्य अस्तित्व में आया...
बिहार चुनाव: चाणक्य बनकर कौन उभरेगा?
जिस सर पर ताज होता है वह अकेलापन महसूस करता है, इस बात को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बेहतर कौन समझ सकता है जो बिहार के चाणक्य और सुशासन बाबू की अपनी पदवी को बचाने के लिए कड़ा संघर्ष कर रहे हैं। वह भी ऐसे राज्य में जहां पर राजनीति लोगों की रग-...
नासा का चंद्रमा पर पानी होने का दावा
हाल ही में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने पहली बार चांद की सतह पर प्रत्यक्ष पानी का साक्ष्य खोजने का दावा किया है। चांद पर पानी की यह खोज नासा की स्ट्रेटोस्फियर ऑब्जर्वेटरी फॉर इंफ्रारेड एस्ट्रोनॉमी (सोफिया) ने की है। नासा आर्टेमिस कार्यक्रम के तहत ...
घुसपैठिए रोहिंग्याओं की घर वापसी जरूरी
असम में अवैध रूप से रह रहे सात रोहिंग्या घुसपैठियों की वापसी का सिलसिला सरकार का स्वागत योग्य कदम है। सात रोहिंग्याओं को प्रत्यर्पित कर म्यांमार भेजा जाएगा। हालांकि यह संख्या बहुत कम है, क्योंकि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग के अनुसार ही 14,000 रोह...
उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराध का जिम्मेदार कौन?
जब-जब अपराध बढ़ता है, तब-तब अंगुलियां पुलिस पर उठती है। सच में अगर देखा जाय, तो पुलिस अपनी आदत और पूर्व से चली आ रही परिपाटियों की वजह से बदनाम होती जा रही है। जो भी हो, पुलिस महकमा कभी अपनी छवि नहीं बदल पाएगा, क्योंकि कुछ दाग ऐसे होते हैं जो अच्छे लग...
न्यायपालिका में भ्रष्टाचार की उठती आवाज
न्यायपालिका में भ्रष्टाचार एक यक्ष प्रश्न रहा है। अब यह देखने में आ रहा है कि न्यायपालिका के अंदर से ही भ्रष्टाचार से मुक्ति के लिए आवाज उठ रही है। जब न्यायपालिका के अंदर से ही भ्रष्टाचार की आवाज उठेगी तब यह उम्मीद की जा सकती है कि आम लोगों को आसानी ...
साबरमती से प्रियंका ने उठाए वाजिब सवाल
यगुजरात के साबरमती आश्रम में हुई कांग्रेस कार्य समिति की मीटिंग में कांग्रेस में एक नयी उम्मीद दिखी। पार्टी ने गांधी को याद करते हुए नया संकल्प लिया। सम्मेलन की खास वजह प्रियंका गांधी रही जिन्होंने नयी जिम्मेदारी मिलने के बाद सधे हुए अंदाज में जमींनी...
स्वास्थ्य सुविधाओं की तरफ झांकना होगा
देश के आधे से अधिक हिस्से जल के जलजले से पीड़ित हैं। ऐसे में स्वास्थ्य सुविधाओं की मियाद बढ़ जाती है। इसके साथ किसी भी राष्ट्र की समुचित उन्नति के लिए यह नितांत आवश्यक है कि उस राष्ट्र के नागरिकों को समुचित सुविधाएं मुहैया करवायी जाएं।
हमारे देश की वि...