प्रतिक्रियाओं में न अटकें, न भटकें
प्रतिक्रिया एक ऐसा शब्द है जो जीवन भर हर कर्म और विचार में समाया रहता है। कर्मयोग की विभिन्न धाराओं और उपधाराओं में प्रतिक्रिया न हो तो कई सारे अच्छे-बुरे कामों को अपने आप विराम लग जाए। अधिकांश लोगों का हर कर्म प्रतिक्रिया जानने और करने के लिए हुआ कर...
विधान बनाने में जल्दबाजी नहीं, तत्परता की आवश्यकता
संसद के बहुत ही सफल सत्र के बारे में उल्लास के बीच विधायी प्रक्रिया के बारे में एक नया विवाद पैदा हो गया है और इससे एक महत्वपूर्ण मुद्दा सामने आया है। 17 विपक्षी दलों ने राज्य सभा के सभापति एम वेंकया नायडू को पत्र लिखकर सरकार पर आरोप लगाया है कि वह स...
दबाव एवं हिंसा की त्रासदी का शिकार बचपन
बचपन केवल अपने घर में ही नहीं, बल्कि स्कूली परिवेश में बुलीइंग यानी दबाव एवं हिंसा का शिकार है। यह सच है कि इसकी टूटन का परिणाम सिर्फ आज ही नहीं होता, बल्कि युवावस्था तक पहुंचते-पहुंचते यह एक महाबीमारी एवं त्रासदी का रूप ले लेता है। यह केवल भारत की ...
कुवैत ने गहराया भारत का संकट
कोरोना महामारी एवं प्रकोप से उपजी समस्याएं इस सदी का सबसे बड़ा वैश्विक संकट है। इसका विस्तार और गहराई बहुत ज्यादा है। इस सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट से पृथ्वी पर 7.8 अरब लोगों में से हर एक को खतरा है। इस बीमारी ने पूरे विश्व-के जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिय...
असंवेदनशील सिस्टम, सरकार और समाज
झारखंड के कोडरमा जिले में भुखमरी के कारण हुई एक ग्यारह वर्षीय बच्ची की मौत का मामला इन दिनों सुर्खियों में है। भोजन के अभाव में हुई बच्ची की मौत ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, सरकारी कार्यशैली और मानवता को कठघरे में ला खड़ा किया है। जनकल्याण पर आ...
डीएनए कानून: अपराधियों की करेगा खोज
विदेशी जांच एजेंसियों से भी सांझा किया जा सकेगा
प्रमोद भार्गव । केंद्रीय मंत्री-मंडल ने डीएनए प्रोफाइलिंग बिल यानी, मानव डीएनए सरंचना विधेयक को मंजूरी दे दी है। यह विधेयक मानसून सत्र में पारित हो सकता है। डाटा बैंक में देश के लोगों की डीएनए प्रोफाइल...
नेता और उद्योगपति मायने क्रोनी भाईचारा
पिछले सप्ताह भारत के राजनीतिक मंच पर क्रोनी पूंजीवाद और भ्रष्ट नेताओं का एक और किस्सा देखने सुनने को मिला। किंगफिशर एयरलाइंस के किंग आफ गुड टाइम्स भगोडेÞ विजय माल्या के दावे की 2 मार्च 2016 को भारत छोड़ने से पहले वह अपने 2000 करोड रूपए के बैंक ऋणों को...
पीएचडी योग्यता वाले भी चपरासी बनने की कतार में
यह समाचार भले ही उत्तरप्रदेश के लखनऊ से आया हो और हमारी व्यवस्था को शर्मसार करने को काफी हो पर कमोबेस यह स्थिति समूचे देश में देखने में आ रही है। लखनऊ से प्राप्त समाचार के अनुसार चपरासी के 62 पदों के लिए यही कोई 93 हजार आवेदन आए हैं उनमें से चपरासी क...
बिहार चुनाव: चाणक्य बनकर कौन उभरेगा?
जिस सर पर ताज होता है वह अकेलापन महसूस करता है, इस बात को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बेहतर कौन समझ सकता है जो बिहार के चाणक्य और सुशासन बाबू की अपनी पदवी को बचाने के लिए कड़ा संघर्ष कर रहे हैं। वह भी ऐसे राज्य में जहां पर राजनीति लोगों की रग-...
यूपी होगा सियासत का सिरमौर
यूपी देश का सबसे बड़ा प्रदेश है। यही प्रदेश करेगा इस लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री के ताज का फैसला। 80 में से 73 सीटें जीतने वाली भाजपा इस बार बेहद मुश्किल में है। यह मुश्किल एक दूसरे की जानी दुश्मन सपा और बसपा के एक होने का कारण हुआ है। यूपी चुनाव मे...