खादी केवल वस्त्र नहीं अपितु विचार, स्वाभिमान और रोेजगार का माध्यम
एसीएस उद्योग डॉ. सुबोध अग्रवाल का मानना है कि ऐसे में खादी को अंतरराष्ट्रीय पटल पर बाजार दिलाने के लिए जयपुर में आयोजित ग्लोबल कॉन्फ्रेंस अपना अलग मायना रखती है।
भारत को ट्रम्प की मंशा समझने की जरूरत
डोनाल्ड ट्रम्प 24- 25 फरवरी को भारत दौरे पर आ रहे है। इस दौरे को लेकर भारत और अमेरिका दोनों के अपने अपने मुद्द्दे है। यहाँ समझने वाली बात यह है कि जब किसी देश का प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति दौरा करता है एक-दूसरे देश के प्रति तो उनके मुद्द्दे एक होते है कि वह किसलिए उस देश की यात्रा पर है।
अव्यवस्था का शिकार कब तक होते रहेंगे नौनिहाल?
आए दिन व्यवस्था के साए तले नौनिहालों की मौत का सिलसिला लगातार जारी है, लेकिन न व्यवस्था अपनी चिरनिद्रा से जाग पा रही और न ही प्रशासन अपनी सजगता दिखा पा रहा।
राजनीति की नई इबारत लिखने की ओर बिहार
इस बार उन्हीं की पार्टी में रह चुके तथा उन्हीं के चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने उनसे सीधे तौर पर यही सवाल पूछा है कि-'आप कहते थे कि महात्मा गाँधी, लोहिया व जय प्रकाश की बताई हुई बातों को आप नहीं छोड़ सकते।
ओडीओपी योजना से स्थानीय उत्पादों को मिलेगा बढ़ावा
ओडीओपी योजना के जरिए स्थानीय शिल्प के संरक्षण एवं विकास पर विशेष बल दिया जा रहा है। प्रतिभाशाली शिल्पकारों को आर्थिक सहायता देकर उसकी दक्षता में वृद्धि करना भी योजना का महत्वपूर्ण मकसद है।
कांग्रेस की ‘खुदकुशी’ कौन रोकेगा?
जब अनुशासन की बागडोर कमजोर होती है, विचार धारा जब स्पष्ट नहीं होती हैं, सक्रियता के राजनीतिक मुददों पर लाभ-हानि का विचार नहीं होता है तब कोई राजनीतिक संगठन कमजोर ही होता है, लगातार पतन की ओर ही जाता है, चुनावों में हार को ही प्राप्त करता है।
पूर्वोत्तर में शांति की उम्मीद
त्रिपक्षीय बोडो समझौते से इस क्षेत्र में 30 वर्ष से अधिक समय से चल रहे अतिवादी आंदोलन के समाप्त होने की आशा है ।
तो क्या अब अपराधविहीन होगी राजनीति!
अदालत के सुझाये बिन्दु जिसमें हर उम्मीदवार को नामांकन पत्र के साथ शपथ पत्र में अपने खिलाफ लगे आरोपों को मोटे अक्षरों में लिखने की बात निहित है साथ ही पार्टियों को उम्मीदवारों पर लगे आरोपों की जानकारी वेबसाइट पर मीडिया के माध्यम से जनता को देनी होगी।
जनगणना में आदिवासी-धर्म?
आदिवासी कहलें या वनवासी ये मूलत: सनातन हिंदू ही थे। इसलिए जनगणना के धर्म स्तंभ में इनके स्वेच्छा से हिंदू लिखे जाने पर किसी को आपत्ति जताने की जरूरत नहीं होनी चाहिए। यह सही है कि 1951 के जनगणना प्रारूप में नवें क्रमांक पर ट्राइब या जनजाति लिखा हुआ था...
रक्षा बजट: बाधित होे सकती है सेना की क्षमता
अमेरिका अपनी जीडीपी का कुल चार फीसदी जबकि चीन अपनी जीडीपी का तीन फीसदी रक्षा पर खर्च करता है, जोकि अपने आप में एक बड़ी बात है। हालांकि रक्षा मद में खर्च करने के मामले में भारत दुनिया का पांचवा बड़ा देश है। इस मामले में अमेरिका पहले स्थान पर व चीन दूसरे...