क्या पार्टी में बदलाव की लहर चलेगी?
सोनिया पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष हैं। उनकी उम्र बढ रही है। राहुल अनिश्चित नेता हैं जिनमें विश्वसनीता का अभाव है और प्रियंका के साथ वाड्रा उपनाम जुडा हुआ है। वस्तुत: कांग्रेसी नेता गुपचुप रूप से सोनिया के इरादों पर हर कीमत पर अपने बेटे को बचाने की नीति...
जन-आकांक्षाओं पर खरा उतरे बजट!
प्रत्येक बजट में सरकार शिक्षा पर एक बड़ी धनराशि घोषित करती आई है। शिक्षा के बिना देश की उन्नति संभव नहीं है। देश में प्रारंभिक से लेकर उच्च शिक्षा की स्थिति में आमूल-चूल परिवर्तन की आवश्यकता से इंकार नहीं किया जा सकता है। चंद रोज पहले आई 'असर' रिपोर्ट...
किसका काम बिगाड़ेगी बुआ-भतीजे की जोड़ी
लखनऊ के एक पंचतारा होटल में जहां तकरीबन दो साल पहले यूपी के लड़के प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे, आज फिर उसी जगह पर दोबारा एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन हुआ। जगह वही थी, मगर प्रेस कांफ्रेंस के किरदार बदले हुये थे। यूपी के लड़कों की जगह पर बुआ-भतीजे की...
कोचिंग संस्थानों का फैलता जाल
व्यवसायिक हो चली शिक्षा पद्धति का एक अर्थजाल में फंसा रूप स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय की दुनियां से बहार निकल कर दिखाई पड़ता है। औपचारिक शिक्षा पूरी करने के बाद यदि छात्र इंजीनियर, डॉक्टर, प्रशासनिक अधिकारी या किसी सरकारी विभाग में बाबू तक बनने का ...
लोक अदालतों से कम होगा मुकदमों का अंबार
यह वास्तव में चिंतनीय है कि देश की अदालतों में करीब एक हजार मामलें आधी शताब्दी यानी की 50 साल से लंबित चल रहे है तो करीब दो लाख मामलें एक चैथाई सदी यानी की 25 साल से लंबित हैं। पिछले दिनों गुवाहाटी में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते देश की सर्वोच्च...
सोच-समझकर लें स्कूल खोलने का फैसला
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन इन दिनों देश में चल रहा है। चूंकि इस लॉकडाउन में काफी रियायतें दी गई हैं इसलिए इसे अनलॉक-1 का नाम दिया गया है। बाजार, मॉल व धार्मिक स्थल खुलने के बाद स्कूल-कॉलेज खोलने की बात कही जाने लगी। लॉकडाउन का सी...
मुझे आरक्षण चाहिए, क्या नेता कृपा करेंगे?
कोटा और कतारें भारतरीय राजनीति के लिए अभिशाप रहे हैं। जिनके चलते हमारे नेतागण लोकप्रिय वायदे करते रहे, वोट बैंक की खातिर कदम उठाते रहे और अपने मतदाताओं को खुश करने के लिए मूंगफली की तरह आरक्षण बांटते रहे। यह हमारे 21वीं सदी के भारत की दशा को दर्शाता ...
विलंबित न्याय: अन्याय समान
किसी भी आजाद देश जो विकास पथ पर अग्रसर है, उसके लिए यह बहुत ही जरूरी हो जाता है कि आम आदमी को सुलभ और त्वरित न्याय दिलाने के लिए राज्य न सिर्फ इसका समुचित प्रबंध करे बल्कि इसके लिए दीर्घकारी योजनाएं भी बनाए।
अफसोस कि आज भी एक आम आदमी को अमूमन तौर पर...
15 अगस्त को सच्ची आजादी का जश्न मनाएं
हर बार, बार-बार, साल दर साल यह दिन आता है और हम आजादी के वीरों को याद करके, तिरंगा झंडा फहराकर एक तरह से अपनी जिम्मेदारी पूरी हुई मान लेते हंै। देश इस बार भी 15 अगस्त का राष्ट्रीय पर्व धूमधाम से मनाएगा किन्तु इस बीच यह गहन चिंतन का विषय है कि बदलते द...
महाराष्ट्र की हलचल से प्रभावित होगी गठबंधन की राजनीति
महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के गठबंधन में जो कुछ हुआ उसे सारे देश ने देखा। शिवसेना को कुर्सी की चाहत और महत्वाकांक्षा के चलते गठबंधन तार-तार हो गया। जबकि लोकसभा चुनाव में दोनों दलों ने मिलकर अच्छी खासी सीटें बटोरी थी। दोनों दल पिछले ...