संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में भारत
सुरक्षा परिषद में पांच स्थायी (अमेरिका, रूस, फ्रांस, ब्रिटेन और चीन) और दस अस्थाई (कुल 15) सदस्य होते हैं। अस्थायी सदस्यों का निर्वाचन महासभा द्वारा दो वर्ष की अवधि के लिये किया जाता है। 1966 से पहले सुरक्षा परिषद के सदस्यों की संख्या 11( 5 स्थायी ...
सीमा सड़क को लेकर कहां खड़ा है भारत
तिब्बत के गोंकर हवाई अड्डा किसी भी मौसम में वह उपयोग करता है। जहां लड़ाकू विमानों की तैनाती की गयी है। तिब्बत और यूनान प्रान्त ने वृहद् मात्रा पर सड़क और रेल नेटवर्क का सीधा तात्पर्य है कि चीनी सेना केवल 48 घण्टे में भारत-चीन सीमा पर आसानी से पहुंच सकत...
स्वदेशी का सफर : आजादी के पहले और वर्तमान भारत
लेखक
नवीन कुमार यादव
गालवान घाटी में अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए वीर जवानों शहादत को प्राप्त हो गए, मैं उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करता हूँ। आज देश चौतरफा संकट की परिस्थितियों से घिरा हुआ है। आज देश अपने वीर जवानों रियल हीरो के साथ एकजुट एक आवाज...
लद्दाख में चीन का खेल
चीन का मुकाबला करने के लिए भारत को कूटनयिक, आर्थिक और सैनिक प्रतिरोधक क्षमता अर्जित करनी होगी। पिछले सात दशकों से जिस सीमा का निर्धारण नहीं हुआ उसके बारे में कदम उठाने होंगे। भारत को अपनी चीन नीति को बदलते समय आवश्यकताओं के अनुसार बदलना होगा और वास्तविक नियंत्रण रेखा को परिभाषित करना होगा।
आविष्कार से निकलेगी नई राह
भारत को अगर वैश्विक परिदृश्य पर अपनी अलग पहचान बनानी है, और चीन का विकल्प बनना है। तो उसके समानांतर एक दूसरी रेखा खींचने की दिशा में आगे बढ़ना होगा। करना यह होगा कि भारतीय ज्ञान परम्परा और शोध को महत्व देने की दिशा में बढ़ें। देश की श्रम शक्ति को व्यापक स्तर पर प्रशिक्षित कर उन्हें कुशल बनाना होगा। शोध का दायरा बढ़ाना होगा।
चीनी बौखलाहट का परिणाम है, सैन्य झड़प
गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प ने चीन का वास्तविक चेहरा उजागर कर दिया है। हिसंक टकराव में भारत के 20 सैनिक व चीन के 43 सैनिकों के हताहत होने का समाचार हैं। साढे चार दशकों के बाद यह पहला अवसर है, जबकि सैन्य झड़प में इतनी बड़ी...
चीन के खिलाफ निर्णायक फैसले का वक्त
भारत- चीन के बीच हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों को शहादत से देश में उबाल है। निश्चित रूप से यह घटना भारत के लिए बड़ी चुनौती है। चीन के विश्वास में आकर हमें भारी नुक्सान उठाना पड़ा है। एक कर्नल समेत 20 सैनिकों की मौत हमारे लिए बड़ी क्षति है। चालबाज चीन ए...
कोरोना से मुकाबले में हार की ओर?
कोरोना महामारी के इस मौसम में मैं दो सच्चाई आपके सामने रख रही हूं। पहली कल कभी नहीं आता और दूसरा जैसा कि अर्थशा़स्त्री जान किंग्स ने कहा था: दीर्घावधि में हम सभी मर जाएंगे। आज लगता है भारत अंधेरे में है क्योंकि यहां पर कोरोना महामारी के बाद लॉकडाउन क...
राज्यसभा चुनाव से जुड़ी अलोकतांत्रिक उठापटक
राज्यसभा चुनावों के परिप्रेक्ष्य में जो राजनैतिक तोड़फोड़ और उठापटक देखने को मिल रही है, उसे एक आदर्श एवं स्वस्थ लोकतन्त्र के लिए उचित नहीं कहा जा सकता। जनता द्वारा चुने गये विधायकों की चरित्र एवं साख इतनी गिरावट से ग्रस्त है कि आर्थिक एवं सत्ता के प्र...
चीन के विरूद्ध पनपती मैत्री
हिन्द महासगर में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए भारत और ऑस्ट्रेलिया ने एक-दूसरे के सैनिक अड्डों का इस्तेमाल करने का समझौता किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन के बीच वर्चुअल शिखर बैठक के दौरान हुए इस सम...