बड़बोला सिद्धू अक्षय कुमार के बयान पर चुप क्यों
पंजाब विधान सभा के सत्र दौरान जस्टिस रणजीत सिंह कमीशन की रिपोर्ट पर बहस दौरान कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह अपना आपा खोकर घटिया से घटिया शब्द बोल रहा था। कई शब्द उसे मौके पर वापिस लेने पड़े। नवजोत सिद्धू को तो यह एक बड़ा मौका मिला था। सुखबीर बादल के खिलाफ ...
सीनियर खिलाड़ी न हो नजरअंदाज
रोमेश पोवार व कप्तान मिताली राज के बीच विवाद ने काफी सुर्खियां बटोरी
पिछले दिनों महिला क्रिकेट टी-20 विश्व कप के बाद भारतीय क्रिकेट में महिला टीम के प्रशिक्षक रोमेश पोवार व एक दिवसीय टीम की कप्तान मिताली राज के बीच विवाद ने काफी सुर्खियां बटोरी जिसक...
भीष्म साहनी को कोई कैसे भुला सकता है?
प्रगतिशील और प्रतिबद्ध कथाकार, नाटककार भीष्म साहनी की आज 103वी जयंती है। वे इतने बड़े रचनाकार हैं कि उनको बार-बार, लगातार याद किया जाना बेहद जरूरी है। भीष्म जी की रचनाशीलता मुख्तसर नहीं है, बल्कि इसका दायरा काफी लंबा है। उपन्यास, कहानियां, नाटक, आत्मक...
पारिस्थितिकी तंत्र और जीवन श्रृंखला की कहानी
नरपत दान चरण, पर्यावरण विशेषज्ञ
पर्यावरण (Environment) में हर जीव-जंतु, पेड़-पौधे का जीवन एक दूसरे पर आश्रित (Dependent) है। सभी से जुड़ी हुई एक जीवन श्रंखला है। लेकिन जब यह श्रंखला टूट जाती है, तो किस कदर जीवन संकट में पड़ जाता है। इसे एक कहानी से स...
अर्थ व आहार के संकट से देश को किसान ने बचाया
पिछले तीन माह से चल रहे कोरोना संकट ने अब तय कर दिया है कि आर्थिक उदारीकरण अर्थात पूंजीवादी अर्थव्यवस्था की पोल खुल गई है और देश आर्थिक व भोजन के संकट से मुक्त है तो उसमें केवल खेती-किसानी का सबसे बड़ा योगदान रहा है।
आॅनलाइन में बढ़ता नकली वस्तुओं का व्यापार
सामान खरीदना अधिक पसंद करेंगे, जहां से उनको सर्वाधिक लाभ मिलें | online business
इंटरनेट की मजबूत होती पकड़ के साथ आॅनलाइन बिक्री का असर भी लोगों के बीच बढ़ता जा रहा हैं। अब (online business) लोग बाजार से सामान खरीदने के बजाय वस्तुओं को अपने स्मार्ट फ...
लॉकडाउन और भय की भावना
लॉकडाउन का उद्देश्य महामारी के प्रसार को रोकना है। इस महामारी पर नियंत्रण के लिए लक्षण दिखने वाले रोगियों, जिन रोगियों मे लक्षण न दिख रहें हों और लक्षण से पूर्व के रोगियों को शेष लोगों से अलग रखना है और इसीलिए लॉकडाउन किया गया किंतु आम आदमी इसके उद्देश्य को नहीं समझ पाया।
क्या विपक्ष एकजुट होगा?
भारत की राजनीति आज ऐसी दिखायी दे रही है कि मानो रजनीतिक पार्टियां कह रही हों मेरे साथ रहोगे तो ऐश करोगे। राजनीतिक दलों ने मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में चुनावों की तैयारी कर दी है। दूसरी ओर इतिहास अपनी पुनरावृति कर रहा है जिस...
मदरसों को मुख्य धारा में लाए जाने की आवश्यकता
क्या राज्य द्वारा संचालित मदरसों को बंद कर सामान्य स्कूलों की तरह बनाया जाना चाहिए? जैसा कि असम सरकार ने प्रस्ताव किया है। क्या मुस्लिम विद्वानों और शिक्षाविदों को पूरे देश के मदरसों में आधुनिक शिक्षा देने के लिए एक रूपरेखा बनानी चाहिए? केन्द्र ने एक...
बातचीत के जरिए सुलझे, भारत-चीन सीमा विवाद
विश्व की दो बड़ी महाशक्ति, भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर आपसी रिश्ते एक बार फिर तनावपूर्ण हो गये हैं। दुखद यह है कि संबंध सुधारने की दिशा में कोई भी पक्ष पहल करता नहीं दिख रहा है। जर्मनी के हैम्बर्ग में शुरू हुए, जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान नर...