मायावती का क्यों उमड़ा भाजपा प्रेम ?
मायावती हमेशा राजनीतिक अभिशाप के घेरे में रहती हैं जिससे निकलने की वह पूरी कोशिश तो करती है पर निकल नहीं पाती हैं। पहला राजनीतिक अभिशाप केन्द्रीय सरकार के समर्थन में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रहना और दूसरा अभिशाप मायावती के विधायकों-सांसदों का टूटना, विरो...
समझौते की बुनियाद पर निर्मित होते संबंध
पिछले दिनों भारत और अमेरिका ने रक्षा सुरक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ते हुए बेसिक एक्सचेंज एंड को-ऑपरेशन एग्रीमेट (बेका) समझौते पर हस्ताक्षर किए। समझौता न केवल भारत बल्कि अमेरिकी नजरिए से भी काफी अहम माना जा रहा है। जिन परिस्थितियों में यह समझौता हुआ उस...
लगातार महंगे होते चुनावों की त्रासदी!
चुनाव जनतंत्र की जीवनी शक्ति है। यह राष्ट्रीय चरित्र का प्रतिबिम्ब होता है। जनतंत्र के स्वस्थ मूल्यों को बनाए रखने के लिए चुनाव की स्वस्थता, पारदर्शिता और उसकी शुद्धि अनिवार्य है। चुनाव की प्रक्रिया गलत होने पर लोकतंत्र की जड़े खोखली होती चली जाती हैं...
भारत-बांग्लादेश की आर्थिक विकास दर तुलना
हाल ही में अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारत की जीडीपी में 10 फीसदी से अधिक की गिरावट का अनुमान लगाया, जबकि कुछ माह पूर्व आईएमएफ ने 4.5 फीसदी गिरावट का अनुमान लगाया था। जिस बात ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है, वह है बांग्लादेश की प्रति व्यक्...
उदासीनता से उमड़ी नई कोरोना एवं प्रदूषण लहर
कोरोनारूपी महामारी एवं महाप्रकोप से जुड़ी हर मुश्किल घड़ी का सामना हमने भले ही मुस्कुराते हुए किया, लेकिन जाता हुआ कोरोना अधिक रूला रहा है, अधिक दुर्गम सार्वजनिक चुनौती बन रहा है। कोरोना को लेकर सरकारी घोषणा एवं आकलन भी चुनावी घोषणा पत्र की तरह लगने लग...
शांति स्थापना के आधे-अधूरे प्रयास
पिछले एक माह से युद्ध की आग में झुलस रहे आमेर्निया और अजरबैजान के बीच शांति समझौते के प्रयास बार-बार असफल हो रहे हैं। पिछले एक पखवाड़े में दोनों देशों के बीच दो बार युद्ध विराम का समझौता हुआ, लेकिन दोनों ही बार आमेर्निया और अजरबैजान युद्ध विराम की दिश...
जितने कड़वे बोल उतना अच्छा
लोकतंत्र हितों का टकराव है जो इस तीखे, धुंआधार चुनावी मौसम में सिद्धांतों के टकराव का रूप लेता जा रहा है। इस चुनावी मौसम में हमारे नेताओं द्वारा झूठ और विषवमन, गाली गलौच, कड़वे बोल देखने सुनने को मिल रहे हैं और पिछले एक पखवाड़े से हम यह सब कुछ देख रहे...
शासन, सुशासन और सिटिजन चार्टर
भारत में कई वर्षों से आर्थिक विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई। इसके साथ ही साक्षरता दर में पर्याप्त वृद्धि हुई और लोगों में अधिकारों के प्रति जागरूकता आयी। नागरिक और अधिकार और अधिक मुखर हो गये तथा प्रशासन को जवाबदेह बनाने में अपनी भूमिका भी ...
स्वास्थ्य पर सबसे बड़ा खतरा वायु प्रदूषण
बढ़ते प्रदूषण को रोकने को लेकर भारत को अपने पड़ोसी देश चीन से सीखना चाहिए, जहाँ 2015 में लाया गया पर्यावरण संरक्षण कानून अल्पकालिक लक्ष्यों के साथ पर्यावरण की गुणवत्ता में सुधार और विनियमन सुनिश्चित करने हेतु एक प्रभावकारी भूमिका निभा रहा है। चीन ने उत...
आबादी घटने के भयावह संकेत
भारतीय आबादी के सिलसिले में नमूना पंजीकरण प्रणाली एसआरएस की सांख्यिकीय रिपोर्ट-2018 ने देश में आबादी घटने के भयावह संकेत दिए हैं। इस सर्वेक्षण के आधार पर 2018 में एक मां की उसके जीवन काल में प्रजनन दर 2.2 आंकी गई, लेकिन इस दर में गिरावट के चलते वह दि...