साहूकारों से लिए कर्ज को कैसे चुकाए किसान
सरकार किसानों का अरबों रुपए का ऋण माफ करने की तैयारी कर रही है किन्तु जो किसान वास्तव में ऋणगस्त हैं उन्हें इससे कोई राहत नहीं मिलेगी, क्योंकि उन्होंने साहूकारों से ऋण लिया है, जो सरकार द्वारा की गई कर्जमाफी के दायरे में नहीं आता है। वास्तव में भारत ...
अधिकारियों के काम की समीक्षा एक अच्छी पहल
देश में शासकीय अधिकारियों की कार्यशैली पर कई बार ऐसे सवाल उठते रहे हैं, जिससे उनकी कर्तव्यहीनता पर संदेह पैदा होता रहा है। वास्तव में वर्तमान में कई शासकीय अधिकारियों की कार्यशैली ऐसी होती जा रही है, जो जनता से सरोकार नहीं रखती। ऐसे सरकारी अधिकारी ...
जीएसटी की ‘भूल-भुलैया’ से बेचैन बाजार !
एक राष्ट्र, एक कर’ के सपने को पूरा करने वाला गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) 01 जुलाई से लागू हो जाएगा। पूरे देश में इस नई कर व्यवस्था को लागू करने के लिए केन्द्र सरकार कर रही है। जीएसटी लागू करने के लिए 30 जून को आधी रात में संसद में विशेष आयोजन क...
स्वास्थ्य के लिए वरदान है योगासन
योग हजारों साल से भारतीयों की जीवन-शैली का हिस्सा रहा है। ये भारत की धरोहर है। योग में पूरी मानव जाति को एकजुट करने की शक्ति है। यह ज्ञान, कर्म और भक्ति का आदर्श मिश्रण है। दुनिया भर के अनगिनत लोगों ने योग को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाया है। योग और ...
ग्लोबल वार्मिंग की चपेट में पुर्तगाली जंगल
बीते शनिवार से मध्य पुर्तगाल के जंगल भीषण दावानल के चपेट में है। अग्नि काफी तेजी से जंगलो को खाक करने में लगी है, हालांकि जंगल के आग को बुझाने के क्रम में भी कई लोग मारे गए हैं। जंगलों में लगी आग से 62 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है और 60 से ज्या...
गोरखालैंड मांग की धधकती आग
लो दुनिया भर में प्राकृतिक सुंदरता के लिए विख्यात और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र दार्जिलिंग आज अराजकता और हिंसा की चपेट में है। आंदोलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त है और शहर से रौनक गायब है।
आगजनी और हिंसा के कारण यहां आए पर्यटक खौफ और दहशत में हैं। इ...
आशा की जोत जलाते ये कश्मीरी युवा
कुछ राह से भटके युवाओं के कारण बेशक आज घाटी अपनी बेबशी पर आंसू बहा रही हो, पर उजला पक्ष यह भी है कि इसी कश्मीर के युवा पढ़ाई-लिखाई और खेलकूद में देश और प्रदेश का गौरव बढ़ाने में पीछे नहीं हैं।
इसी माह आए जेईई के परिणामों में कश्मीर के 9 युवाओं ने सफलत...
चाहे ना हो फायदा, रोने का बन गया कायदा!
लोगों को रोने-झींकने की आदत पड़ गई है। हर बात पर लोगों की रूलाई फूट पड़ती है। किसी से बात शुरू होती है-क्या हाल है? उत्तर मिलता है-एकदम बढ़िया या बहुत बढ़िया। बहुत बढ़िया के बाद रोने का अनंत सिलसिला है। रूलाई आदत भी है और नियति भी।
आजकल गर्मी पड़ी हुई है,...
बादलों के बरसने की घट रही है क्षमता
वैसे तो इस बार मौसम विभाग के पूर्वानुमान ने अच्छी बारिश की उम्मीद जगाई है, लेकिन इसके बाद उसकी दूसरी रिपोर्ट चौंकाने वाली है। 50 वर्षों के अध्ययन पर केंद्रित इस रिपोर्ट के अनुसार, मौसम में जो बादल पानी बरसाते हैं, उनकी सघनता धीरे-धीरे घट रही है। इस न...
‘मैं अपनी झांसी नहीं दूंगी’
18जून 1858 को महारानी लक्ष्मीबाई ने अपने देश को स्वतंत्र कराने हेतु जो आत्मोत्सर्ग किया, वह भारतीय स्वतंत्रता के प्रथम संग्राम के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिखा गया। महारानी लक्ष्मीबाई के समान अतुलनीय पराक्रम, शौर्य, संगठन भावना और दूरदृष्टि विश्व...