बातचीत के जरिए सुलझे, भारत-चीन सीमा विवाद
विश्व की दो बड़ी महाशक्ति, भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर आपसी रिश्ते एक बार फिर तनावपूर्ण हो गये हैं। दुखद यह है कि संबंध सुधारने की दिशा में कोई भी पक्ष पहल करता नहीं दिख रहा है। जर्मनी के हैम्बर्ग में शुरू हुए, जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान नर...
नोटबंदी पर जायज है, अदालत का सख्त रुख
500और 1000 रुपये के बंद हो चुके नोट जमा कराने से रह गए लोगों के दिल में एक उम्मीद की किरण जगी है। सर्वोच्च न्यायालय ने हाल ही में नोटबंदी से जुड़े एक मामले की सुनवाई करते हुए नोटबंदी के दौरान किसी मजबूरीवश 500 और 1000 के पुराने नोट जमा न करा पाए लोगों...
सीमा विवाद के बहाने उन्माद में चीन
पिछले एक माह से सिक्किम की सीमा पर जारी तनाव से चीन लगातार उन्मादी तेवर दिखा रहा है। उसकी यह बौखलाहट इसलिए भी है, क्योंकि भारत भी पीछे हटने की बजाय सख्ती बरत रहा है।
लिहाजा चीनी विदेश मंत्रालय में जहां पंचशील समझौता तोड़ने का आरोप भारत पर मढ़ा गया है,...
बढ़ती आबादी-क्या है समाधान
हमारे देश में हर चीज की कमी है, सिवाय एक चीज के। वह चीज है-जनशक्ति। जो हमारे यहां इतनी अधिक संख्या में है कि दूसरे देशों को निर्यात करने के बावजूद इतनी भारी मात्र में बच जाती है कि हमारे सारे अनुमानों को धत्ता बताते हुए सब विकास कार्यक्रमों को असफल ब...
भारत का महत्वपूर्ण रक्षा सहयोगी है इजराइल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजराइल की तीन दिवसीय यात्रा की। वे वहां भारत-इजराइल राजनयिक संबंधों की रजत जंयति वर्ष के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में मौजूद रहे। प्रधानमंत्री की इस यात्रा का मकसद केवल इतना ही नहीं था कि दोनों देश अपनी राजनयिक संबंधों की ...
चौड़ी होती खाई
बिहार में महागंठबंधन सरकार के दो साल भी पूरे नहीं हुए हैं कि वह दरकते हुए दिखाई देने लगा है। कल तक गलबहियां डाल कर चलने वाले नेता आज एक-दूसरे का गला टीपने को तैयार हैं।
महागंठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद), जनता दल (यूनाइटेड) (जदयू) और कांग...
समाज उत्थान का सशक्त साधन है मीडिया
खबरों और विचारों को जन मानस तक पहुंचाना ही पत्रकारिता है। किसी जमाने में मुनादी के जरिये हुकमरान अपनी बात अवाम तक पहुंचाते थे। लोकगीतों के जरिये भी हुकूमत के फैसलों की खबरें अवाम तक पहुंचाई जाती थीं।
वक्त के साथ-साथ सूचनाओं के आदान-प्रदान के तरीकों ...
आप दूध पी रहे हैं या जहर
आज के युग में आदमी रातों-रात अमीर होने के सुनहरे सपने देखता है और फिर अनैतिक कार्यों को अंजाम देना शुरू कर देता है। आज पूरा देश जहरीले सिंथेटिक दूध की लपेट में आ गया है। शिशुओं को प्रदूषित दूध पीने पर मजबूर होना पड़ रहा है, जिससे भयानक बीमारियों के पन...
‘मैं गरीब हूं’, इबारत गरीबी का मजाक है
राजस्थान में गरीबों का मखौल उड़ाने का एक गंभीर मामला सामने आया है, जो हमारी राजनीति के साथ-साथ प्रशासनिक मूल्यहीनता एवं दिशाहीनता का परिचायक है। राजनीतिक लाभ लेने के लिये किस तरह सरकार के द्वारा जनयोजनाआेंं को भुनाने के प्रयत्न होते हैं, उसका राजस्थान...
कालेधन पर लगाम की कोशिश है जीएसटी
30जून 2017’ भारतीय इतिहास में 8 नवंबर के बाद एक और ऐतिहासिक तारीख साबित हुई। यहां 8 नवंबर का जिक्र इसलिए किया गया है, क्योंकि नोटबंदी कालेधन पर प्रहार करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था। जीएसटी को उसी लक्ष्य को हासिल करने हेतु अगला कदम समझा जा सकता है।...