प्रेरणास्त्रोत: गुरु नानक की करुणा
सेठ ने आश्चर्य का पार न रहा। हाथ जोड़कर बोला- ‘‘गुरुदेव! आप क्या कह रहे हैं?
परलोक में तो मनुष्य कुछ भी नहीं ले जा सकता। सब यहीं का यहीं धरा रह जाता है।’’
मदरसों को मुख्य धारा में लाए जाने की आवश्यकता
क्या राज्य द्वारा संचालित मदरसों को बंद कर सामान्य स्कूलों की तरह बनाया जाना चाहिए? जैसा कि असम सरकार ने प्रस्ताव किया है। क्या मुस्लिम विद्वानों और शिक्षाविदों को पूरे देश के मदरसों में आधुनिक शिक्षा देने के लिए एक रूपरेखा बनानी चाहिए? केन्द्र ने एक...
चुनाव में हिंसक एवं अराजक बयानों की उग्रता
यह कैसा लोकतांत्रिक ढ़ांचा बन रहा है, जिसमें पार्टियां अपनी सीमा से कहीं आगे बढ़कर लोक-लुभावन वादे एवं बयानबाजी करने में लगी हैं, वे जोड़ने की बजाय तोड़ने वाली राजनीति कर रहे हैं। उसे किसी भी तरह से जनहित में नहीं कहा जा सकता। समाज एवं राष्ट्र-तोड़कर बयान...
क्या नई नीति लक्ष्य पूरे करने में कामयाब होगी?
नई नीति में सुनियोजित ढंग से कृषि क्षेत्र में जल का उपयोग कम करने की रूपरेखा तय की जानी चाहिए।
मूल्य वर्धित फसलों पर बल दिया जाना चाहिए जिनमें जल की खपत कम हो ताकि अगले तीन-चार वर्षों में जल की खपत में 8-9 प्रतिशत की कमी आए।
मानसून से पहले टिड्डियों को भगाना होगा
टिड्डियों ने ऐसी तबाही फरवरी में गुजरात और राज्स्थान में मचाई हुई है, जरूरत इस बात की है, किसी भी हाल में इनका आतंक रोका जाए। क्योंकि कुछ दिनों में मानसून दस्तक देने वाला है। उसके बाद किसान अपने खेतों में धान की रोपाई करेंगे। अगर उस वक्त भी टिड्डियों का आतंक यूं ही जारी रहा था, तो धान की फसल चौपट हो सकती है।
हांगकांग विवाद में अमेरिकी फांस
हांगकांग की स्वायत्तता संबंधी विधेयक पर हस्ताक्षर कर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के विरूद्ध एक ओर मोर्चा खोल दिया है। हांगकांग ऑटोनोमी ऐक्ट के नाम से लाया गया यह विधेयक इस महीने के आरंभ में अमेरिकी कांग्रेस द्वारा पारित किया गया था। ट्रंप...
महाराष्ट्र की हलचल से प्रभावित होगी गठबंधन की राजनीति
महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के गठबंधन में जो कुछ हुआ उसे सारे देश ने देखा। शिवसेना को कुर्सी की चाहत और महत्वाकांक्षा के चलते गठबंधन तार-तार हो गया। जबकि लोकसभा चुनाव में दोनों दलों ने मिलकर अच्छी खासी सीटें बटोरी थी। दोनों दल पिछले ...
कोरोना से मुकाबले में हार की ओर?
कोरोना महामारी के इस मौसम में मैं दो सच्चाई आपके सामने रख रही हूं। पहली कल कभी नहीं आता और दूसरा जैसा कि अर्थशा़स्त्री जान किंग्स ने कहा था: दीर्घावधि में हम सभी मर जाएंगे। आज लगता है भारत अंधेरे में है क्योंकि यहां पर कोरोना महामारी के बाद लॉकडाउन क...
मायावती का क्यों उमड़ा भाजपा प्रेम ?
मायावती हमेशा राजनीतिक अभिशाप के घेरे में रहती हैं जिससे निकलने की वह पूरी कोशिश तो करती है पर निकल नहीं पाती हैं। पहला राजनीतिक अभिशाप केन्द्रीय सरकार के समर्थन में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रहना और दूसरा अभिशाप मायावती के विधायकों-सांसदों का टूटना, विरो...
काबिलियत बनाम कोरोना की डिग्री
कोविड के चलते आधा दर्जन गैर भाजपा सूबों की सरकारों और देशभर के अलग-अलग संस्थानों के अंतिम वर्ष के 31 छात्रों का उच्च शिक्षा की सबसे बड़ी संवैधानिक बॉडी, यूजीसी यानी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से जबरदस्त टकराव जारी है। दरअसल फाइनल ईयर एग्जाम के विरोधी च...