गौरक्षा को बनाया जाए सामाजिक मुद्दा
गौवंश से होने वाले हादसों का मामला सच में ही गम्भीर है और इस पर विचार होना जरूरी भी है। जहां सड़कों पर घूमता बेपनाह गौवंश परेशानी का सबब है वहीं गौशालाओं में भी बीमारी की मार झेल रहा है। ऐसी हालत में आखिर पशु क्या करें।गौवंश को अवारा कह कर पुकारने वाल...
नोटबंदी की सालगिरह : ऐतिहासिक या काला दिन
8 नवम्बर 2016 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा की गई अकस्मात नोटबंदी ने देश की जनता को ही नहीं बल्कि तंत्र, राजनीति और अर्थव्यवस्था को भी हिला कर रख दिया था। 500 और 1000 रूपए के नोट बंद कर 500 व 2000 के नए नोटों को बाजार में उतारा गया। आज एक वर्ष...
बाल श्रमिक : समस्याएं एवं कानून
बाल श्रमिक समस्या भारत की नहीं विश्वभर की समस्या है। एक अनुमान के अनुसार विश्व में संभवत: 20 करोड़ बाल श्रमिक है। नेशनल सेंपल सर्वे के अनुसार भारत में 2 करोड़ बाल श्रमिक हैं जिसमें से 83 प्रतिशत कृषि क्षेत्र में हैं। 40 लाख श्रमिक जोखिम भरे उद्योगों मे...
बच्चों के अधिकार किसी दल की प्राथमिकता क्यों नहीं?
भारत में गरीबी, अशिक्षा, कुपोषण, बाल मजदूरी और अंधविश्वास बचपन के बैरी तो हैं ही साथ में कुबेर तंत्र बनती राजनीति भी बचपन के दुश्मन ही बन गए हैं, क्योंकि सरकारी नीतियां बचपन को बचाने और सही दिशा देने में नाकाफी साबित हो रहीं हैं। सड़कों पर घूमते बच्चे...
महंगा इलाज, त्रस्त गरीब
बढ़ती बीमारियों के जमाने में दवाईयां लोगों के लिए जीवन का आम हिस्सा बन गई हैं। एक बच्चे से लेकर एक बूढ़े तक- सबको आजकल दवाइयों की जरूरत पड़ने लगी है। छोटे बच्चों के लिए भी आजकल माता-पिता घरेलू दवाइयों का प्रयोग करना पसंद नहीं कर रहे हैं। तुरंत डॉक्टर के...
स्वच्छ पर्यावरण से दूर होता मानव समाज
चिकित्सा जगत की चर्चित पत्रिका 'द लांसेट' ने हाल ही में प्रदूषण से संबंधित हैरान करने वाले दो तरह के आंकड़े जारी किये हैं। पत्रिका की पहली रिपोर्ट के मुताबिक, भारत साल 2015 में प्रदूषण से हुई मौतों के मामले में 188 देशों की सूची में पांचवें स्थान पर र...
पिंकसिटी पर मंडराए हादसों के बादल
राजस्थान की राजधानी जयपुर में इन दिनों सड़क हादसों के बादल मंडरा रहे है। बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक प्रतिदिन इसकी चपेट में आ रहे है। यातायात मार्गों पर अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो रही है। दोपहिया हो या चार पहिया किसी को भी जिंदगी की परवाह नहीं है। एक-द...
विद्यालयी शिक्षा में सुधार की आवश्यकता
हाल ही में शिक्षा की निगरानी के बारे में यूनेस्को द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि 2.8 मिलियन बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं। 11 मिलियन बच्चे माध्यमिक स्तर से शिक्षा छोड़ देते हैं और 47 मिलियन बच्चे उच्च माध्यमिक स्तर से विद्यालय छोड़ देते हैं। सच यह ह...
खतरनाक है धूम्रपान की प्रवृत्ति
इस वैधानिक चेतावनी के बावजूद कि धूम्रपान अथवा तंबाकू सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, विश्व में तंबाकू पीने व सेवन करने वालों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में हर वर्ष तकरीबन 6...
देश अनूप हरियाणा-जहां दूध दही का खाणा
स्वतंत्रता प्राप्ति के प्रारंभिक दिनों में भारत में जितने राज्य थे, अब उससे बहुत अधिक हैं। कारण यह है कि अन्तराल में राज्यों का पुनर्गठन एवं नए राज्यों का निर्माण होता रहा है। इसी क्रम में एक नवम्बर 1966 को ‘हरियाणा’ नाम का नया राज्य अस्तित्व में आया...