मतदाताओं की उदासीनता: कारण और उपाय
2019 के लोक सभा चुनावों के पांच चरण पूरे हो गए हैं और इन पांच चरणों में मतदान 2014 के 66.38 प्रतिशत से कुछ अधिक रहा है जो स्वतंत्र भारत में सर्वाधिक है। इन चुनावों में नौ राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों में पुरूष मतदाताओं की अपेक्षा महिला मतदाता अधिक ...
जितने कड़वे बोल उतना अच्छा
लोकतंत्र हितों का टकराव है जो इस तीखे, धुंआधार चुनावी मौसम में सिद्धांतों के टकराव का रूप लेता जा रहा है। इस चुनावी मौसम में हमारे नेताओं द्वारा झूठ और विषवमन, गाली गलौच, कड़वे बोल देखने सुनने को मिल रहे हैं और पिछले एक पखवाड़े से हम यह सब कुछ देख रहे...
International Widows Day: विधवाओं को समाज में मिले समुचित स्थान
International Widows Day : अंतरराष्ट्रीय विधवा दिवस प्रत्येक वर्ष 23 जून को मनाया जाता है। यह दिवस विधवाओं के अधिकारों को लेकर समाज में जागरूकता फैलाने और उनके सशक्तिकरण की दिशा में कदम उठाने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करती है। इसकी शुरूआत संयुक्त ...
Women Reservation Bill: महिला आरक्षण बिल मील का पत्थर सिद्ध होगा
Women Reservation Bill: बीते सोमवार को केंद्रीय कैबिनेट (Central Cabinet) ने लोकसभा व विधानसभाओं में तैंतीस फीसदी आरक्षण को मंजूरी दी थी। इसके अगले दिन नई संसद में कामकाज का श्रीगणेश हुआ नारी शक्ति को उसके दशकों से लंबित अधिकार देने से हुआ। प्रधानमंत...
विदेश नीति का मजबूत चेहरा: एस. जयशंकर
पूर्व विदेश सचिव और राजनयिक एस.जयशंकर को विदेश मंत्री नियुक्त कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक तरह से इस बात का संकेत दे दिया है कि आने वाले दिनों में भारत विदेश नीति के कई मोर्चों पर एक साथ आगे बढ़ेगा। इससे पहले अपने शपथ ग्रहण समारोह में बिम्सटेक ...
ममता का अलोकतांत्रिक व्यवहार
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इन दिनों गुस्से में दिखाई देती है। चुनावी बेला में अपने मतदाताओं को पाले में रखने के लिये ममता दीदी जो मन में आ रहा है, वो बोले जा रही हैं। भाषा व पद की मर्यादा को वो कदम-कदम पर तार-तार कर रही हैं। चूंकि भाजपा ...
एशिया के दिल में क्या है
गत दिनों अमृतसर में संपन्न हुए हार्ट आॅफ एशिया के छठे मंत्रिस्तरीय सम्मलेन का केंद्र बिंदु निश्चित तौर पर आतंकवाद से त्रस्त एशिया ही था लेकिन जिस तरह रूस ने अफगानिस्तान के काउंटर टेररिज्म फ्रेमवर्क की राह में अड़ंगा लगाया और पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय ...
बढ़ती आबादी-क्या है समाधान
हमारे देश में हर चीज की कमी है, सिवाय एक चीज के। वह चीज है-जनशक्ति। जो हमारे यहां इतनी अधिक संख्या में है कि दूसरे देशों को निर्यात करने के बावजूद इतनी भारी मात्र में बच जाती है कि हमारे सारे अनुमानों को धत्ता बताते हुए सब विकास कार्यक्रमों को असफल ब...
बढ़ता जल संकट और असहाय तंत्र
हमारे देश में जल को मुफ्त की चीज समझ के बर्बाद किया जाता है। जिसके कारण पानी के स्रोत निरंतर खाली हो रहे हैं और देश जल की कंगाली की ओर बढ़ रहा है। जल को स्वच्छ रखने का सामाजिक संस्कार हमारे समाज से गायब होता जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के...
उच्च शिक्षा की सुधरती सेहत
यह शुभ संकेत है कि देश के उच्च शैक्षणिक संस्थान देश के छात्रों के अलावा विदेशी छात्रों को भी आकर्षित करने में सफल हो रहे हैं। हालिया मानव संसाधन मंत्रालय की उच्च शिक्षा सर्वे रिपोर्ट पर गौर करें तो इस वर्ष 164 देशों से 47,427 छात्र पढ़ाई के लिए भारत क...