आजादी का जश्न मनाती सउदी अरब की महिलाएं
आखिरकार लंबे संघर्ष के बाद अब सउदी अरब की महिलाएं भी दुनिया के अन्य देशों की महिलाओं की तरह कार चला सकेगी। बल्कि यों कहा जाएं तो अधिक ठीक होगा कि कार ही नहीं मोटरसाईकिल, ट्रक, वैन आदि भी चलाने के लिए स्वतंत्र हो गई है। सउदी अरब की महिलाओं की आबादी मे...
सपने देखना नहीं साकार करने के लिए जुटना जरूरी
हरि शंकर आचार्य
सिने अभिनेता संजय दत्त के जीवन पर आधारित फिल्म ‘संजू’ शुक्रवार को रिलीज हुई। इसने पहले ही दिन सफलता के झंडे गाड़ दिए। इससे पहले यूट्यूब पर जारी हुए इसके टीजर को लगभग छह करोड़ बार देखा जा चुका है। यहां इस फिल्म का उल्लेख करना इस कारण ...
प्रकृति के रौद्र रूप को कब तक अनदेखा करेंगे हम?
योगेश कुमार गोयल
इस साल अप्रैल माह से ही देश के लगभग सभी राज्यों में अलग-अलग रूपों में प्रकृति का जो प्रकोप देखा जा रहा है, उससे हर कोई चिंतित और बेबस है। कहीं आंधी तूफान में परिवर्तित होकर सैंकड़ों लोगों का काल बन गई तो कहीं भारी बारिश, बर्फबारी, आस...
आंकड़ों में उलझी भारत की गरीबी
बाल मुकुन्द ओझा
भारत की गरीबी आज भी आंकड़ों के भ्रम जाल में उलझी हुई है India, Poverty, Figures, Complicated। आजादी के 71 सालों के बाद भारत में गरीब और गरीबी पर लगातार अध्ययन और खुलासा हो रहा है। अब तक यही कहा जा रहा था कि सरकार के लाख प्रयासों के ब...
बच्चों को बनाया जा रहा आंतकी
आत्मघाती हमले करने के लिए बड़ी संख्या में किशोरों की गई हैं भर्तियां
Children being intimidated
(प्रमोद भार्गव ) पापाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिद्नि ने पिछले वर्ष जम्मू-कश्मीर में सेना और सुरक्षा बलों पर ह...
जल संग्रह गहरा हो ऊंचा नहीं
बढ़ती आबादी तथा ओद्योगिकीकरण से पानी की मांग बढ़ती जा रही है
विवेक रंजन श्रीवास्तव
पानी जीवन की पाअनिवार्य आवश्यकता है। सारी सभ्यतायें नैसर्गिक जल स्रोतों के तटों पर ही विकसित हुई हैं। बढ़ती आबादी के दबाव में, तथा ओद्योगिकीकरण से पानी की मांग बढ़ती ही ...
बचपन पर भारी पड़ते मोबाइल!
आॅनलाइन गेम्स खेलने वाला हर व्यक्ति गेमिंग एडिक्शन का शिकार
Infinitely mobile at childhood!
प्रमोद भार्गव ।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पिछले दिनों रोगों के अंतरराष्ट्रीय वर्गीकरण (आईसीडी) में डिजिटल और विडियो गेम की लत को एक तरह का डिसआॅर्डर बताते ...
गांधी की खादी को मिला मोदी का सहारा
बाल मुकुन्द ओझा
गांधी की खादी एक बार फिर चर्चा में है। इसे अंतर्राष्ट्रीय बाजार में लोकप्रिय बनाने के लिए नए सिरे से प्रयास किये जा रहे है। सरकार खादी को अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक प्रमुख भारतीय ब्रैंड के रूप में स्थापित करने की योजना बना रही है। ...
हंगामेदार होगा संसद का मानसून सत्र
18 जुलाई से 10 अगस्त तक चलेगा सत्र
Racist, Monsoon Session, Parliament
राजेश माहेश्वरी
छले कई वर्षों से ये परम्परा सी बन गई है कि संसद के मानसून सत्र में बाहर के मौसम की तरह ही भीतर भी गरज के साथ छींटे पड़ते हैं। छींटे सत्ताधारी पक्ष पर पड़ते हैं औ...
समाज के लिए घातक है नशे की लत
योगेश कुमार गोयल
नशा चाहे किसी भी चीज का हो, जानलेवा होता है लेकिन मादक पदार्थों का नशा तो लोगों को बुरी तरह पंगु बना देता है। नशीले पदार्थों के दुरूपयोग की समस्या विश्वव्यापी समस्या बन चुकी है। मादक पदार्थों का सेवन अब मानवता के प्रति सबसे बड़े अप...