चीन पर अंकुश लगाने का प्रयास
पिछले मंगलवार को चार क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों का जापान की राजधानी टोक्यो में सम्मेलन हुआ जिसमें कोरोना महामारी से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई। इन मुद्दों में मानवीय सहायता, आपदा राहत, स्वास्थ्य सुरक्षा और कोरोना महामारी का मुकाबला करने की विधि...
क्या काकेशस में युद्ध विश्वयुद्ध की शुरूआत है?
रोना महामारी और आर्थिक अंधेरों से पैदा हुई चुनौतियों के बीच हमें इस बात का अंदाजा भी नहीं हो पाया है कि काकेशस क्षेत्र में दो पड़ोसी मुल्कों अजरबैजान और आर्मीनिया के बीच पिछले एक हफ्ते से कितना भयानक युद्ध छिड़ा हुआ है। यह युद्ध ईसाईयत एवं इस्लाम के बी...
नए कृषि कानून खुशहाली की गारंटी
देश का यह दुर्भाग्य है, किसानों के खेत पर सियासत की खेती करने की कोशिश हो रही है। कांग्रेस अपनी बंजर सियासी जमीन से धरतीपुत्रों के हितों पर खंजर चला रही है, जबकि मोदी सरकार के काश्तकारों की आमदनी दोगुना करने के संकल्प ने बिचौलियों की परेशानी चौगुनी क...
किसानों के मन की बात भी सुनी जाए
नये कृषि कानूनों को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पंजाब और हरियाणा के अलावा देश के कई हिस्सों में किसान आंदोलनरत हैं। सरकार कह रही है हमारा लक्ष्य किसानों की आय दोगुनी करना है। हम इसी लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। ये वि...
विरोध प्रदर्शन का नया व्याकरण
तिलक के ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है’ से लेकर आज ‘हड़ताल मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है’ तक भारत ने एक लंबी यात्रा तय की है। आज समाज का हर वर्ग हड़ताल करने की योजना बना रहा है चाहे राजनीतिक विरोध प्रदर्शन हो, चाहे श्रमिकों की हड़ताल हो या चक्का जाम जिससे ...
ओली की विषैली बोली से दरकते रिश्ते
भारत और नेपाल कोई नए नवेले दोस्त नहीं हैं। सदियों से दोनों देशों के बीच बेटी-रोटी का रिश्ता है। नेपाल हमेशा भारत को बिग ब्रदर मानता रहा है, लेकिन नेपाल के प्रधानमंत्री ओपी शर्मा ओली की कोविड के दौरान बोली जहरीली हो गई है तो रीति और नीति भी एकदम जुदा ...
संयुक्त राष्ट्र में स्थायी सदस्यता के लिए भारतीय दावेदारी
संयुक्त राष्ट्र के 75 वर्ष पूर्ण होने पर एक बार पुन: संयुक्त राष्ट्र में व्यापक सुधार की मांग जोर पकड़ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं संयुक्त राष्ट्र महासभा को वीडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा संबोधित करते हुए कहा कि व्यापक सुधारों के बिना संयुक...
गूगल युग के चकाचौंध में भी प्रासंगिक हैं गांधी विचार
विश्व के महानतम वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने महात्मा गांधी के लिए कभी सच ही कहा था कि भविष्य की पीढ़ियों को इस बात पर विश्वास करना मुश्किल होगा कि हाड़-माँस से निर्मित ऐसा कोई व्यक्ति भी कभी धरती पर आया था। महात्मा गांधी के कहे विचारों की श्रृंखलाओं क...
कुशासन जीतेगा या जंगलराज की होगी वापसी
बिहार में राजनीति के निर्णायक दो ही पात्र हैं। एक राजनीतिक पात्र हैं नीतीश कुमार और दूसरे राजनीतिक पात्र हैं लालू प्रसाद यादव। इन्ही दो राजनीतिक पात्रों के बीच बिहार की राजनीति घूमती-फिरती है, उफान मारती है, नैतिकता और अनैतिकता की कहानी लिखती है। दोन...
जार-जार रोता हिंदुस्तानी दिल
यह शाश्वत है -जीवन है तो मृत्यु भी तय है, लेकिन निरोगी काया और बेमिसाल कर्मयोग के चलते कोई हमें यकायक अलविदा कह जाए तो दिल-ओ-दिमाग यकीन नहीं करता है। यूँ तो देश की पहली ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. सिवारामाकृष्णा अय्यर पद्मावती ने 103 वर्ष का आनंदित जीवन ज...
आधे मानसून सत्र का पूरा सच
जब भी सत्र की शुरूआत होती है तब इस बात की सुगबुगाहट जोर पकड़ती है कि क्या देश के नागरिकों की उम्मीदों पर माननीय खरे उतरेंगे। कोरोना की काली छाया के बीच संसद के मानसून सत्र के आंकड़े यह बताते हैं कि 167 फीसद कार्य उत्पादकता के साथ लोकसभा ने इतिहास रच दि...
बिचौलियों के लिये नुकसानदायक है कृषि बिल
मोदी सरकार ने कृषि के क्षेत्र में बड़े बदलाव और किसानों के हितों के मद्देनजर तीन बिल संसद के मानूसन सत्र में पास कराये हैं। इन कृषि बिलों को लेकर विपक्ष सरकार से खासा नाराज है। संसद से लेकर सड़क तक विपक्ष इन बिलों का विरोध कर रहा है।
विपक्ष का आरोप है...
विपक्ष छोटी-छोटी बातों पर झगड़ रहा है
बुरे का साथ निभाते समय आपको उचित सावधानी बरतनी होगी’ यह पुरानी कहावत मोदी के नेतृत्व वाली राजग सरकार को परेशान कर रही है क्योंकि वह तीन विवादास्पद कृषि सुधार विधेयकों के राजनीतिक परिणामों से जूझ रही हे। इन विवादास्पद कृषि सुधार विधेयकों को लेकर भाजपा...
खफा-खफा से धरतीपुत्र
कृषि बिलों को लेकर आजकल देश के काश्तकारों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। केंद्र की मंशा है, 2022 तक इनकी आमदनी को दोगुना किया जाए। धरती के लालों का मंडियों में शोषण समाप्त हो। फसलों की लागत कम हो। उत्पादन में आशातीत वृद्धि हो। अंतत: धरतीपुत्र खुशहाल ह...
रूस द्वारा मध्यस्थता की भूमिका
कुछ पर्यवेक्षकों और विशेषज्ञों की भविष्यवाणी को नकारते हुए भारत ने रूस में शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में भाग लिया। इस स्तंभ में मैंने पहले भी लिखा था कि भारत को इस बैठक में भाग नहीं लेना चाहिए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस बैठक में भाग लिया। पिछले ...