राजनीति, चुनाव और घोटाले
यह कहना कोई गलत नहीं होगा कि देश में सरकार की सफलता की कसौटी उत्तम शासन-प्रशासन नहीं बल्कि चुनाव या उपचुनाव जीतना बन गया है। पार्टियां चुनाव जीतने के लिए तो सारा जोर लगा देती हंै लेकिन शासन-प्रशासन की तरफ किसी का ध्यान नहीं होता। नेताओं में यह भी सबस...
विकासशील राष्ट्रों को समझनी होगी विकसित देशों की कूटनीति
स्कूलों, कॉलेजों, अस्पतालों व सड़कों के निर्माण में जुटे विकासशील देश अमेरिका व यूरोपीय देशों की कूटनीति को समझें। एशिया के लड़ाई-झगड़े शक्तिशाली देशों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं। ग्लोबल थिंक टेक स्टाकहोम इंटरनेशनल के सर्वेक्षण में भारत विश्व में सबस...
नशा तस्करी व निराधार राजनीति
झूठ, जोशीले भाषण व नारे वर्तमान राजनीति में हावी हो चुके हैं। इसकी ताजा मिसाल आप सुप्रीमो अरविन्द केजरीवाल का माफीनामा है। जो पार्टी नशा तस्करी के मुद्दे को लेकर विधानसभा चुनावों में उतरी और जिस नेता पर नशा तस्करी के आरोप लगाकर उसे जेल भेजने के लिए द...
मालदीव में भारत के लिए चुनौती
संवैधानिक संकट में घिरा मालदीव कूटनीतिक मोर्चे पर भारत के लिए नई चुनौती बन गया है। मालदीव ने क्षेत्रीय देशों की समुद्री सेना के अभ्यास में शामिल होने के लिए भारत के न्यौता को ठुकरा दिया है। चाहे मालदीव ने स्पष्ट तौर पर न्यौता न ठुकराने का कोई कारण नह...
बयानबाजी की बजाय भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई हो
बैंकों में भ्रष्टाचार के सनसनीखेज खुलासों से जहां आम जनता परेशान है और सख्त कार्रवाई चाहती है वहीं राजनेता एक दूसरे पर आरोप मढ़ने में लगे हुए हैं। सरकार की कार्रवाई में इतनी गंभीरता दिखानी चाहिए कि यह महसूस हो कि दोषी जल्द ही कानून की गिरफ्त में होगा ...
दक्षिण में नए समीकरण बना सकती फिल्मी राजनीति
दक्षिण भारत के बड़े राज्य तामिलनाडु में इस बार राजनीति नई करवट लेती नजर आ रही है। लोक सभा चुनाव 2019 के मिशन में कांग्रेस व भाजपा ने अपने-अपने गठजोड़ को मजबूत करने के लिए कमर कस ली है। इन दोनों पार्टियों की तमिलनाडू पर पैनी नजर है। जयललिता के देहांत के...
अन्तरजातीय संबंधों में अंतर्द्वंद्व मिटाना होगा
उत्तरभारत में पिछले कई महीनों से आत्म-सम्मान के लिए हत्याओं का सिलसिला भयानक रूप लेता जा रहा है। उधर, शिक्षा व आर्थिक प्रगति के चलते भारतीय समाज में जमीन-आसमान का परिवर्तन हो चुका है। आज से चालीस वर्ष पहले का भारत पारिवारिक व जातिगत बंधनों में रहना प...
भूख से मौतों पर गंभीर हो सरकारें
बड़ी-बड़ी खोजी संस्थाएं भारत को बेशक भारत को विश्व की सबसे तेज़ उभरती हुई अर्थव्यवस्था करार दे रही हों। बेशक विभिन्न आंकड़ों के खेल में भारत विकास के नए-नए आयाम छूह रहा हो और केंद्र व राज्य सरकारें अपनी पीठ ऐसे सर्वे आने के बाद अपनी पीठ थपथपाने में बेशक ...
फिल्म व समाचार को अलग ही रहने दें
समाचार व फिल्म में अंतर होता है। समाचार सच्चाई, तथ्यों व सबूतों से संबंधित होते हैं। इसके विपरीत फिल्म में काल्पिनक कहानी होती है जो मनोरंजन से भरपूर होती है। समाचार शीर्षक पढ़ते ही समझ आती है लेकिन फिल्म में दर्शक की दिलचस्पी बढ़ाने के लिए सच्चाई को छ...
दिल्ली में वायु प्रदूषण व कृषि का संकट
आखिर हमारे देश का हाल भी चीन जैसा होता जा रहा है। प्रदूषण की मार इस हद तक बढ़ गई है कि दिल्ली के स्कूलों में छुट्टी का ऐलान करना पड़ा है। हरियाणा व पंजाब में भी जहां सांस लेने में दिक्कत हो रही है वहीं धुंध के धुंए से हादसे भी हो रहे हैं। यदि यह सिलसिल...