विज्ञान लाभदायक यदि इसे माना भी जाए
पिछले एक महीने से देश के अलग-अलग राज्यों में आंधी तूफान से भारी नुकसान हुआ। इस दौरान 200 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। मौसम विभाग की तरफ से अलर्ट जारी करने के बाद जहां नुकसान कम हुआ है वहीं प्रशासन समय अनुसार लोगों को सूचित करने व जरूरी प्रबंध करने ...
आंकड़ों से नहीं वास्तव में हल हो कृषि संकट
यदि यह कहा जाए कि कृषि उत्पादन बढ़िया है तब भी इसे कृषि संकट का हल नहीं कहा जा सकता। यह ठीक ऐसे है जैसे सरकार कहती है कि लोगों ने कारें अधिक खरीदी हैं तो गरीबी कम हुई है। केन्द्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कृषि के बारे में भी ऐसा ही बयान दिया है।...
खिलाड़ियों की आय से हिस्सा मांगा जाना नहीं उचित
हरियाणा सरकार ने पेशेवर खिलाड़ियों से उनको हुई विज्ञापन व निजी कार्यक्रमों की आय से एक तिहाई हिस्सा मांगा है, हालांकि खिलाड़ियों व मीडिया से इस पर तीखी प्रतिक्रिया आने से फिलहाल अधिसूचना को रोक लिया गया है। परंतु यहां सरकार की नीति पर कई सवाल उठ खड़े हु...
अमेरिका व चीन के शिकंजे में घिरा पाक
चीन के बाद अमेरिका ने भी पाकिस्तान से आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के लिए शिकंजा कस दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री ने सीधा पाकिस्तान सैना प्रमुख के साथ फोन पर बात करते आतंकवादियों के खिलाफ निष्पक्षता से कार्रवाई करने पर जोर दिया है। इससे पहले चीन ने पाकि...
लोक सभा चुनावों की तैयारी में मुद्दे गायब, गठबंधन पर जोर
देश की केंद्रीय सरकार में 2019 की लोकसभी चुनाव संबंधी घड़ियां जा रही हैं रणनीतियों का पूरा गठबंधन बन गया है। भाजपा ने सत्ता में चुनाव के बावजूद अपने भाईचारे को जोड़े रखने के लिए मुहिम छेड़ दी है। ये मुहिम लगभग सहयोगी पार्टियों से हां करवाना ही है। भाजपा...
क्षेत्रवाद की बू
शिलांग में दो समुदायों के बीच हिंसा की घटनाओं ने क्षेत्रवाद के करूप चेहरे को नंगा कर दिया है। चिंता वाली बात है कि आजादी से पहले पौनी सदी बाद भी क्षेत्र व जाति व भाषा के आधार पर भेदभाव और बेगानगी का अहसास खत्म होने का नाम नहीें ले रहा। शिलांग के मूल ...
बिना तैयारी के दम तोड़ गया आंदोलन
देश के राज्य प्रबंधों की खामियों के शिकार हो रहे किसानों के लिए अपना आंदोलन ही निराशा भरा व सिरदर्दी वाला बन गया है। आखिर कई किसान संगठनों ने इसे 6 जून तक ही सीमित करने की घोषणा कर दी है। एक-दो संगठनों ने तो आंदोलन में भाग हीं नहीं लिया। कृषि की यह व...
राजनेताओं में नहीं रही त्याग की भावना
लाल बहादुर शास्त्री देश के गृहमंत्री रहे हैं लेकिन गृहमंत्री होते हुए भी उनके पास अपना घर नहीं था। वह समय था सादगी व आम आदमी का। अमीर न होने के बावजूद वह राजनीति में कामयाब हुए व प्रधानमंत्री के पद तक पहुंचे। आज के जमाने में देश में करोड़ों लोगों के प...
किसानों का फूट रहा गुस्सा
01 जून से अगली 10 जून तक किसानों ने गांव बंद की घोषणा कर दी है, आखिर किसानों का गुस्सा फिर से फूट पड़ा है, मार्च मेंं भी किसान सड़कों पर उतरे थे। तक महाराष्टÑ व मध्यप्रदेश तक ही आन्दोलन सीमित रहा था। लेकिन अब पंजाब, हरियाणा, राजस्थान व यूपी भी इसमें शा...
राजनीतिक पार्टियों की काली कमाई
देश विडंबनाओं के साथ भरा पड़ा है, खास कर राजनीति में जो कहा जाता है वह होता नहीं है, जो असलियत है वह बताई नहीं जाती। कालेधन की वापसी का दावा करने वाली राजनीतिक पार्टियां खुद ही काले धन पर पल रही हों तो आम आदमी का भौंच्चका रह जाना स्वाभाविक है। एक खुला...