अमेरिका में नस्लीय हिंसा
अमेरिका में नस्लीय हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही। पिछले दिनों एक स्टोर के सिख मालिक की गोली मारकर हत्या कर दी, फिर एक गुजराती विद्यार्थी व एक डाक्टर की हत्या हुई। इन्हीं दस दिनों के भीतर नस्लीय हमलावरों ने दो जानें ले ली। यह घटनाएं पिछले कई सालों से...
केरल में बाढ़ का कहर, दीर्घकालीन योजना की कमी का परिणाम
केरल में इस बार बाढ़ ने भयानक तबाही मचाई है। बरसात की इतनी अधिक मार का किसी का भी अंदाजा नहीं था। अब तक 300 से अधिक जिंदगीयां मौत के मुंह समा चुकी हैं। माली नुक्सान बड़े स्तर पर हुआ है। नुक्सान का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि केन्द्र सरकार न...
भारत-पाक के लिए अमन ही एकमात्र रास्ता
स्वतंत्रता दिवस से कुछ दिन पहले भारत-पाक ने अपनी जेलों में कैद एक-दूसरे देश के नागरिकों को रिहा कर अंधेरे रास्तों में आशा की किरण जगाई है। भारत ने 7 और पाक ने 30 नागरिकों को रिहा किया है। विशेष तौर पर पाकिस्तान ने अपनी जेल में 36 सालों से बंद जयपुर न...
सद्भावना से भरे विनम्र नेता थे अटल बिहारी वाजपेयी
देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी दुनिया को अलविदा कह गए। अपने अच्छे गुणों, साहित्यक व राजनीतिक उपलब्धियों के कारण उनकी स्नेहता का घेरा पार्टी सीमाओं से बहुत ऊपर था। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू भी उनके प्रशंसकों में शामिल हैं।...
आजादी अभी अधूरी
देश आज 72वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। लगभग पौनी सदी गुजरने तक देश हथियारों, खाद्य व जन्म दर घटाने के पक्ष से तरक्की कर गया है किंतु जिस राजनीति व सरकारी पक्षपात के खिलाफ स्वतंत्रता सेनानियों ने कुर्बानियां दी थी वह पक्षपात आज भी देश के माथे पर कलं...
राजनीतिज्ञों की शह पर रक्षक ही बन रहे भक्षक
बिहार व उत्तरप्रदेश के शैल्टर होम में बच्चियों के साथ दुराचार की घटनाएं रूह कंपा देने वाली हैं। देश में एनजीओ के नाम पर सिर्फ सरकारी पैसों का गबन ही नहीं हो रहा बल्कि नैतिकता की सीमाएं भी लांघी जा रही हैं। एनजीओ को स्वीकृति व अनुदान राशि किस तरह मिलत...
एनआरसी पर राजनीतिक पैंतरा
नेशनल सिटीजन रजिस्टर का आखिरी मसौदा सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों में तैयार किया गया था, जिसमें इसका खुलासा होने पर राजनीतिक पार्टियों ने इसे राजनीतिक पैंतरा बनाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी। पश्चिमी बंगाल में तो यह राजनीति की धुरी बनता जा रहा है। हालां...
शिक्षा क्षेत्र में प्रेरणा स्त्रोत अध्यापकों का हो सम्मान
सरकारी स्कूलों की बदहाल ईमारतें, स्टाफ की कमी व बुरे वार्षिक परीक्षा परिणामों का जिक्र तो आम ही रहता है। बड़ी संख्या में स्कूलों की दुर्दशा है लेकिन आशा की किरण अभी भी बाकी है जो प्रेरणादायक भी है। ‘सच-कहूँ’ ने अपने कुछ कॉलमों के तहत सरकारी स्कूलों की...
दलितों का उत्थान ही देश का भविष्य तय करेगा
भाजपा दलित हितैषी होने के लिए उच्चतम न्यायलय के उस निर्णय के खिलाफ जिसमें एससी/एसटी वर्र्गाें के उत्पीड़न मामलों में स्वर्ण जातियों की तत्काल गिरफ्तारी पर रोक हो गई थी, को खत्म करने के लिए नया बिल ले आई है, जिससे कि दलित उत्पीड़न में स्वणों की तत्काल ग...
दलाईलामा का जिन्ना प्रेम क्यों?
पुणे में तिब्बती बौद्ध गुरू दलाईलामा ने एक कार्यक्रम में कहा कि अगर जिन्ना भारत के प्रधानमंत्री बनते तब पाकिस्तान नहीं बनता। दलाईलामा अंतर्राष्टÑीय स्तर के नेता व विचारक हैं। उनकी बात को काफी गौर से सुना जाता है। परन्तु यहां एक प्रश्न चूक गया जो उस क...