मासूमों पर जुल्म रोका जाए
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग की रिपोर्ट के अनुसार प्रत्येक वर्ष देश भर में 40000 के करीब बच्चे अगवा किये जाते हैं जिनमें से 12000 के करीब मामले अनसुलझे रह जाते हैं।
बैंकिंग सिस्टम में हो ठोस सुधार
आवश्यकता है निजी बैंकों की कार्यप्रणाली की सही निगरानी करने के लिए मजबूत अॅथारटी बनाने की। प्राईवेट बैंक अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा बन चुके हैं। एनपीए में सरकारी बैंक भी पीछे नहीं हैं फिर भी निजी बैंकों के प्रबंध को सभ्य बनाने के लिए विशेष जोर देना होगा।
मजबूर लोगों से मुनाफे के नाम पर लूट क्यों
परंतु जब से लोगों ने बैंकों में, सोने में, आलीशान घरों में धन का निवेश करना शुरू किया है, तब से बहुत से लोग इस ताक में रहने लगे हैं कि कब आफत टूटे और वे कमाई करें।
भारत की सराहनीय पहल
भारत की सबसे बड़ी सफलता वायरस से पीड़ित मरीजों की पहचान करना है। केंद्र सहित राज्य सरकारों द्वारा हवाई अड्डों पर विदेशों से लौटे लोगों की निरंतर जांच की जा रही है। इसी तरह कोई जनसभा करना, सिनेमा, जिम, स्विमिंग पुल बंद करवाने के साथ-साथ स्कूलों व कॉलेजों में भी छुट्टियां कर दी गई हैं।
अब नहीं ली तो कब लेंगे सीख?
जब मनुष्य प्राकृति से छेड़छाड़ की हदों को पार करेगा तब प्राकृति का प्रकोप बर्दाश्त करना पड़ता है। प्राचीन ग्रंथ महाविज्ञान हैं जो मनुष्य का न केवल रूहानी नेतृत्व करते हैं बल्कि मनुष्य के स्वास्थ्य का रास्ता भी बताते हैं।
सावधानी ही बड़ा हथियार
इस मामले में प्रत्येक भारतीय को सावधानी के साथ-साथ मानवता के प्रति संवेदनशीलता भी अपनानी चाहिए। जमीनी स्तर पर प्रबंधों की देखरेख के लिए अधिकारियों को जज्बे व जिम्मेदारी से कार्य करने की आवश्यकता है।
बेरोजगारों से सरकार की कमाई शर्मनाक
बेरोजगारी सरकारों के लिए सोने का अंडा देने वाली मुर्गी बन गई है। दो-चार पदों के लिए हजारों बेरोजगार फार्म भरते हैं और सरकारों के पास करोड़ों रुपए पहुंच जाते हैं।
संपादकीय : बैकिंग सिस्टम मजबूत करने की आवश्यकता
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ हुई धोखाधड़ी का मामला अभी शांत नहीं हुआ कि अब यस बैंक के ग्राहक अपना पैसा डूब जाने से भयभीत हैं, लेकिन राहत की बात यह है कि केंद्र सरकार व भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) लोगों का पैसा नहीं डूबने का भरोसा दिलवा रहे हैं। सर...
संपादकीय : मध्य प्रदेश का राजनीतिक ड्रामा
राज्यसभा चुनावों के लिए जोर-अजमाईश में मध्य प्रदेश में दल बदल के प्रयासों के साथ राजनीतिक गिरावट की एक और घटना सामने आई है। सत्तापक्ष दल के 10 विधायक गायब थे जिनमें से 6 विधायक वापिस लौट आए हैं और चार अभी भी गायब हैं। इससे पूर्व भाजपा नेता दावा कर रह...
संसद की गरिमा को ठेस पहुंचाना शर्मनाक
पिछले दो दिनों में संसद व विधान सभा की मर्यादा को नेताओं ने जो ठेस पहुंचाई वह बहुत ही निंदनीय है। विपक्षी दलों के हंगामा के बीच लोकसभा जनरल सचिव स्नेह लता को सुरक्षा घेरे में बाहर लाया गया। सदन के भीतर विरोधी पार्टियों ने बैनर लहराकर सदन को शहरों के ...