हमसे जुड़े

Follow us

39.3 C
Chandigarh
Tuesday, April 8, 2025
More

    वन्यजीवों को भी है जीने का अधिकार

    0
    कुछ देश आर्थिक लाभों के लिए अभी भी प्राकृतिक वन संपदा के साथ-साथ वन्यजीवों के शिकार के परमिट खुली बोली प्रक्रिया के माध्यम से दे रहे हैं जो कि शर्मनाक है।

    समाज के मानसिक विकास पर हो काम

    0
    देश को बदलते परिवेश में महिलाओं के प्रति व्यवहार कला सिखाने व पढ़ाने के लिए संस्थागत रूप से प्रयास करने होंगे। पुरूष व महिलाएं समान हैं, कोई किसी का उत्पीड़न या अपमान नहीं कर सकता। यह अच्छी तरह पढ़ाया व सिखाया जाए कि वह कौन सी आदतें या व्यवहार हैं जो सामान्य दिखने पर भी अपमानजनक, हिंसक, उत्पीड़त करने वाले हैं।

    मजदूरों के किराये पर राजनीति, तंग सोच

    0
    पिछले 40 दिन से प्रवासी मजदूर सरकार से उन्हें घर पहुंचाने की गुहार लगा रहे थे, तभी यह साफ हो जाना चाहिए था कि मजदूरों को बिना किराये घर तक भेजा जाएगा व किराया सरकार की और से कब, कैसे, कौन वहन करेगा ये केन्द्र व राज्य अपने स्तर पर निपटा लेते । जबकि मजदूरों का भाड़ा चुकाने के नाम पर पूरे देश में पूरी राजनीतिक कलाबाजियां हो रही हैं।

    लॉकडाउन में ढील से बढ़ी आम नागरिकों की जिम्मेवारी

    0
    लोगों को अब लॉकडाउन से ज्यादा एहतियात रखनी होगी। बेमतलब भीड़ में ना जाएं। सोशल डिस्टेंसिंग रखें, मास्क पहनें, हाथ धोते रहें, चेहरा न छूएं कोरोना लक्ष्ण दिखें तो स्वयं व परिवार को क्वारंटाईन करें। खुद स्वस्थ रहें देश को स्वस्थ रखें।

    आतंक का एकमात्र हल पाक अधिकृत कश्मीर की वापसी

    0
    कश्मीर में अलवादी राजनीति करने वालों के स्वार्थों के चलते कश्मीर विकास में पिछड़ा रहा नतीजा कश्मीर में केन्द्र वह नहीं कर सका जो संभव था। परन्तु अब केन्द्र सरकार का सीधा नियंत्रण कश्मीर में है।अत: विकास एवं सुरक्षा के लिहाज से कश्मीर को विश्व के सामने एक मॉडल बनाया जाना चाहिए ताकि पाक अधिकृत कश्मीर के लोग स्वत: ही दिल्ली के नियंत्रण में होने की लड़ाई लड़ें।

    बाघों की मृत्यु व लापरवाही

    0
    बाघ प्राकृति का श्रंगार हैं जिन्हें जीवित रखना आवश्यक है। नि:संदेह लॉकडाउन में व्यक्ति जीवन को प्राथमिकता दी जा रही है लेकिन पशु-पक्षी भी इस कुदरत का हिस्सा हैं जिन्हें अनदेखा नहीं किया जा सकता।
    It is risky for millions of laborers to move from one state to another

    लाखों मजदूरों का एक राज्य से दूसरे में जाना जोखिम भरा

    0
    मजदूरों की वापिसी भी सरकारों के लिए बड़ी अग्नि परीक्षा ही है। लाखों मजदूरों को रवाना करने से पहले क्या इतनी बड़ी संख्या में उनके कोरोना टैस्ट संभव हो सकेंगे? रास्ते में कोरोना बचाव से पूरे नियमों की पालना हो सकेगी? ये कई सवाल हैं जिनके प्रति सतर्क रहने और जिम्मेदार होने की आवश्यकता है।
    Peace message of irfan

    इरफान का शांति संदेश

    0
    इरफान ने इस विचार को बुलंद किया था कि इस्लाम में आतंकवाद और हिंसा के लिए कोई जगह नहीं। इस्लाम प्यार, अमन व भाईचारे का संदेश देता है। मैंने जैसा इस्लाम समझा है उसका अर्थ शांति और भाईचारा है, आतंकवाद नहीं। जो लोग यह करते हैं, वो इस्लाम को समझ ही नहीं पाए हैं।
    Countrymen should not consider themselves chicken, what should they consider?

    देशवासी अपने आपको मुर्गी न समझें, क्या समझें?

    0
    जिस देश में सरकार व बैंकर्स ने देश के ईमानदार करदाताओं व बचतकर्ताओं का मजाक बनाकर रख दिया हो तब उस देश में नागरिक अपने आपको एक मुर्गी से ज्यादा समझें भी तो क्या समझें? क्योंकि कभी कर्ज लेकर उद्योगपति भाग जाते हैं, कभी पूरा बैंक ही धराशायी हो जाता है।
    Take care of the health of the warriors working against the corona

    कोरोना विरुद्ध ड्यूटी कर रहे कर्मवीरों के स्वास्थ्य का रखें ध्यान

    0
    कोरोना योद्धाओं का स्वास्थ्य भी देश के लिए सुरक्षा का मुद्दा है। यदि ये योद्धा स्वस्थ रहेंगे फिर ही वे लोगों को कोरोना से बचा सकेंगे। विशेष रूप से पुलिस कर्मचारी कुछ बच्चों के जन्मदिन के अवसर पर उनके घर में केक देकर आए। बच्चों के प्रति पुलिस कर्मचारियों का स्नेह व भावना सराहनीय है लेकिन महामारी के दौर में इस प्रकार का संपर्क किसी खतरे से भी खाली नहीं।

    ताजा खबर