चुनावी घोषणा पत्रों की राजनीति
भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियां लोक सभा चुनाव 2019 के लिए अपने-अपने घोषणा पत्रों को जारी कर चुकी हैं। दोनों पार्टियों के घोषणा पत्रों में जमीनी वास्तविकताओं में बदलाव लाने की कोशिशें कम और वोटरों को आकर्षित करने वाले वायदे ज्यादा हैं। कांग्रेस यदि ...
मजाक बनी परीक्षाएं
तकनीकी विकास के बावजूद देश में परीक्षाएं मजाक बन गई हैं। कुछ वक्त पहले पंजाब में पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ तो अब राजस्थान में रीट का पेपर लीक होने से परीक्षार्थी मायूस व परेशान हैं। सभी को यह उम्मीद थी कि इंटरव्यू की शर्त खत्म होने से भ्रष्...
धर्मों पर रंग का ठप्पा
सूर्योदय का मनमोहक आनंद पूरी दुनिया लेती है। उगते हुए सूर्य का रंग केसरी होता है। यह मनमोहक दृश्य हिंदू, सिक्ख, ईसाई, मुस्लमान सब धर्मों के लोगों को एक जैसा दिखाई पड़ता है। सूर्य सारी दुनिया में उगता है व अस्त होता है, जिसकी लालिमा एवं केसरिया रंग पूर...
कहर ढाह रही धुंध
गत दिवस पंजाब के जिला फाजिल्का में घटित एक दर्दनाक हादसे में 12 अध्यापकों सहित 13 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे ने मृतकों के परिवारों, सरकार व आमजन को बुरी तरह झकझौर दिया। हादसे के बाद प्रत्येक व्यक्ति चर्चा करता नजर आता है कि हादसा कैसे और क्यों हुआ!...
कश्मीर में आतंकवाद का छिपा रूप दहशतगर्दी भीड़
श्रीनगर में दहशतगर्दी भीड़ द्वारा एक डीएसपी की पीट-पीटकर हत्या साधारण अथवा अचानक घटित घटना नहीं, बल्कि यह पाकिस्तान में बैठे आतंकवादी सरगनाओं की नई रणनीति है। भारत द्वारा सर्जीकल स्ट्राईक व उसके बाद पाकिस्तान की कई चौंकियां तबाह करने से पाकिस्तान के ह...
लोकतंत्र सिर्फ बड़ो का खेल नहीं है
लोकतंत्र का मतलब केवल चुनाव, सरकार के गठन या शासन से नहीं है। लोकतंत्र की परिभाषा इससे व्यापक है जिसमें राज्य, समाज और परिवार सहित हर प्रकार के समूह पर सामूहिक निर्णय का सिद्धांत लागू होता है। केवल राज्य के स्तर पर लोकतंत्र के लागू होने से हम लोकतान्...
नई शिक्षा नीति से कई अपेक्षाएं
केंद्र सरकार ने के कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में नई शिक्षा नीति हेतु समिति का गठन किया था। उसने नवीन शिक्षा नीति का खाका बनाकर तैयार किया। अब सरकार ने नई शिक्षा नीति का मसौदा सार्वजनिक कर उस पर सुझाव आमंत्रित किए गए हैं। जुलाई के पहले सप्ताह तक यह शिक...
स्कूलों को जला देने से पढ़ने की सोच नहीं जल जाती
कश्मीर में आतंक व पथराव रोजमर्रा की बात है। इससे भारतीय सुरक्षा बल अपने तरीके से निपट भी रहे हैं। लेकिन सबसे दु:खद बात है कश्मीर में स्कूलों का जलाया जाना। बुरहान वानी को मरे हुए अब पांच महीने को चुके हैं, तब से कश्मीर में स्कूलों को जलाया जा रहा है,...
सहजता से स्वीकारें हर बदलाव को
जड़ता, जीवन्तता को खा जाती है और जो इसके सम्पर्क में आता है, जो अंगीकार करता है उसका खात्मा कर दिया करती है। इसलिए जीवन का हर क्षण और प्रत्येक व्यवहार जीवन्त होना चाहिए, तभी यह शाश्वत आनंद और चरम सुख प्रदान कर सकता है। परिवर्तन को सहज भाव से सहर्ष स्व...
बाढ़ की रोकथाम के लिए सरकार करे काम
तीन बड़े राज्यों महाराष्ट, कर्नाटक, गुजरात व केरल में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ ने तबाई मचा दी है। इस त्रासदी में प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार अब तक 200 से ज्यादा लोगों की मौतें हो चुकी है। गनिमत यह है कि एनडीआरएफ व सेना के जवानों ने हजारों लोगों को सुर...
व्यक्ति प्रकृति से उतना ही ले जितना लौटाया जा सके
समुद्री वनस्पति और जीव-जंतुओं का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है
ऐसा ही बुरा असर वनों की कटाई, असंख्य औद्योगिक मकानों के निर्माण से धरती
और पर्यावरण बुरी तरह प्रभावित हो गया है
जय जवान, किसान परेशान
दिवंगत प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्रीय ने ‘जय जवान-जय किसान’ का नारा देकर दोनों को देश के स्तंभ कहा था। उनका संदेश स्पष्ट था कि किसान देश का पेट भरता है और सैनिक दुश्मनों को सीमा की तरफ झांकने नहीं देता। सियाचीन में बर्फ की पहाड़ियों पर खड़े होकर ड्य...
बदलाव की मांग कर रहा कृषि संकट
आज देश में अनाज का भंडार इतना बढ़ गया कि संभल ही नहीं रहा है। कैग की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 2011 से 2016 तक 100 करोड़ रुपए से ज्यादा का अनाज बर्बाद हो गया। हर साल लगभग 100 करोड़ से ज्यादा का अनाज खराब हुआ। अनाज की बहुतायत उपलब्धि बनने की बजाए समस्या बन...
ताकत का अहंकार छोड़ मानवता के लिए एकजुट हों विश्व शक्तियां
दक्षिणी चीन सागर में सैन्य अभियान करके चीन ने एक बार फिर वियतनाम, भारत, अमेरिका सहित कई देशों को चुनौती दी है। समुन्द्र में पहली बार बमबारी करके चीन अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रहा है। इस बात में कोई दो राय नहीं कि यह घटना विश्व में युद्ध के बीज बोने के...
प्राकृति पशु एवं मनुष्यता
प्राकृति मनुष्य व हर जीव प्राणी को जीवन जीने की परिस्थितियां उपलब्ध करवाती है। किसी जीव से उसका जीवन छीन लेने का मनुष्य को कोई अधिकार नहीं है। पशु एवं पंक्षी भी इस प्रकृति की सुंदरता हैं। फिर जो पशु पक्षी मनुष्य के लिए वरदान जैसे हों, उनकी हत्या करना...