मासूमों पर जुल्म रोका जाए
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग की रिपोर्ट के अनुसार प्रत्येक वर्ष देश भर में 40000 के करीब बच्चे अगवा किये जाते हैं जिनमें से 12000 के करीब मामले अनसुलझे रह जाते हैं।
Deaddiction: ईमानदारी से नशा मुक्ति के प्रयास होने चाहियें
Deaddiction: जहाँ पंजाब नशे की दलदल से बाहर निकलने के लिए संघर्ष कर रहा है, वहीं नशा तस्करी (drug trafficking) में राजनेताओं के नाम आने गंभीर चिंता का विषय हैं। पंजाब में हर साल अरबों रुपए की ड्रग बरामद हो रही है। पंजाब में प्रतिवर्ष 7500 करोड़ रुपए क...
देर-सवेर जाकिर नाईक को भारतीय कानून का सामना करना ही होगा
वास्तविक्ता यह है कि इस्लाम अमन व शांति की शिक्षा देता है। नफरत के लिए इस्लाम में कोई जगह नहीं, सफलता की ओर अग्रसर मुस्लिम देशों में गैर-मुस्लिमों की मौजदूगी अपने आप में इस बात का प्रमाण है कि विश्वास की भिन्नता मानवीय समाज की मजबूती बन रही है।मुस्लिम देशों के संगठनों के दर्जनों सदस्य हैं जो आतंकवाद को खारिज कर चुके हैं।
प्राकृति पशु एवं मनुष्यता
प्राकृति मनुष्य व हर जीव प्राणी को जीवन जीने की परिस्थितियां उपलब्ध करवाती है। किसी जीव से उसका जीवन छीन लेने का मनुष्य को कोई अधिकार नहीं है। पशु एवं पंक्षी भी इस प्रकृति की सुंदरता हैं। फिर जो पशु पक्षी मनुष्य के लिए वरदान जैसे हों, उनकी हत्या करना...
नकली दूध-घी और लापरवाह सरकार
मिलावट महापाप व मानवता के खिलाफ जघन्य अपराध
गत दिवस पंजाब व हरियाणा के दो समाचारों ने सबको चिंतित किया। एक खबर तो हरियाणा के जिला सिरसा से थी, जहां एक गांव में बंद पड़ी फैक्ट्री में गुप-चुप तरीके से नकली घी बनाया जा रहा था। फैक्ट्री से नकली घी बनाने ...
कृषि संबंधी नीतियों में समानता जरूरी
कृषि संकट को राजनीतिक पार्टियों ने चुनावों में भी मुद्दा बनाया है
और कई राज्यों की सरकारें इस मुद्दे से मुक्कर भी चुकी है।
कई राज्यों की सरकारों ने अपने घोषणा पत्र में किए वायदे के अनुसार किसानों का कर्ज भी माफ किया लेकिन, फिर भी कृषि संकट टल नहीं रहा।
राजनीति ही नहीं विधायी संस्थाओं में भी गिर रहा भाषा का स्तर चिंतनीय
लोक सभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन ने प्रधानमंत्री के खिलाफ बेहद घटिया टिप्पणी की। उन्होंने प्रधानमंत्री को राक्षस कहने के साथ साथ उनकी तुलना गंदी नाली के साथ की। यह टिप्पणी इसी कारण गंभीर है कि इस प्रकार की अमर्यादित टिप्पणी किसी आम सांसद ने नही...
निंदा, प्रचार व भीड़तंत्र बनकर रह गया लोकतंत्र
17 वीं लोकसभा के लिए मतदान के अंतिम पड़ाव के लिए चुनाव प्रचार बंद हो गया है। प्रतिदिन की रैलियों में होती भीड़, रोड शो, वर्कर बैठकें, हंगामा इस बात का सबूत है कि अभी तक लोकतंत्र भीड़तंत्र से अलग नहीं हो सका। लोकतंत्र में लोक शब्द लुप्त होता जा रहा है व ...
बिहार से सबक लें पंजाब-हरियाणा
बिहार विधानसभा में पेश बजट में 4103 करोड़ रुपए का अतिरिक्त लाभ हुआ, जो इस बात का सबूत व शुभ संकेत है कि शराब की कमाई के बिना भी किसी राज्य की आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है। बिहार देश में उन राज्यों में शामिल है जिसने शराबबंदी को लागू किया। इस काम के ...
भारत की छवि को बिगाड़ रहे ट्रंप
30 सितंबर को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन के बीच पहली डिबेट हुई। जिस डिबेट को देखकर यकीनन ऐसा लगा कि अमेरिका में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार आजकल भारतीय न्यूज चैनलों पर होने वाली डिबेट्स को देख रहे हैं और उसकी नकल भी कर रहे हैं क्योंकि 90 मिन...
अमेरिका में नस्लीय हिंसा
अमेरिका में नस्लीय हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही। पिछले दिनों एक स्टोर के सिख मालिक की गोली मारकर हत्या कर दी, फिर एक गुजराती विद्यार्थी व एक डाक्टर की हत्या हुई। इन्हीं दस दिनों के भीतर नस्लीय हमलावरों ने दो जानें ले ली। यह घटनाएं पिछले कई सालों से...
युवाशक्ति को संभालना होगा
अब अपने ही लूट रहे Youth
कोई वक्त था जब अहमद शाह अब्दाली और नादिरशाह की सेनाओं ने देश में लूटपाट करने के मकसद से हमला किया था, उस वक्त आम ग्रामीण भी अपनी पूंजी व देश बचाने के लिए हमलावार सिपाहियों के साथ भिड़ जाते थे। विदेशी आक्रमण का सामना करने के ल...
बढ़ती संवेदनहीनता
जैसे-जैसे देश आधुनिकता की तरफ बढ़ता जा रहा है, (Rising Violence) नया भारत-सशक्त भारत-शिक्षित भारत बनाने की कवायद हो रही है, जीवन जीने के तरीको में खुलापन आ रहा है, वैसे-वैसे महिलाओं पर हिंसा के नये-नये तरीके और आंकड़े भी बढ़ते जा रहे हैं। पिछले दिनों दि...
बढ़ रहा कोरोना, आमजन रहे सतर्क
देश में कोविड-19 की महामारी का प्रकोप दिन-भर-दिन बढ़ता जा रहा है। मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण देश भर में स्थिति गंभीर बन गई है। शुरूआत में रोजाना 100-200 मरीज आते थे, लेकिन अब रोजाना 40,000 कोरोना मरीज आ रहे हैं। इस हिसाब से तीन दिनों में डेढ़ लाख के...
सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने बिहार विधानसभा चुनाव टालने वाली पटीशन रद्द कर दी है। अदालत ने फैसले में कहा है कि कोविड-19 को चुनाव टालने का आधार नहीं माना जा सकता। देश कोविड-19 महामारी से जूझ रहा है, जिससे निपटने की प्राथमिक जिम्मेवारी केंद्र व राज्य सरकार की है। ...