टकराव में बदलता विरोध
अब कानून के समर्थक व विरोधी ही आपस में टकरा रहे हैं। नि:संदेह ऐसे टकराव हमारे देश, संविधान व समाज के लिए खतरनाक परिस्थितियां पैदा कर रहे हैं।
अवैध से करनी होगी तौबा
देश में चल रहे अवैध आवासीय कारोबारों में लाखों संस्थान बिना किन्हीं सुरक्षा मानकों के चल रहे हैं, जबकि इनमें बहुतों के पास आग से सुरक्षित परिसर का प्रमाण-पत्र होगा।
सोने की खान, फिर भी नहीं बनी पहचान
भारत दुनिया की एक बड़ी मंडी है। अमेरिका, चीन सहित अन्य बहुत सारे देश अपना सामान बेचने के लिए भारत की तरफ देखते हैं। पर आम भारतियों में अभी अपने आप को ‘सोन देश’ के वासी होने का अहसास नहीं है।
राजनीतिक कल्चर में सुधार जरूरी
अब चुनावों में जीत-हार की समीक्षा के समय अच्छे बुरे ब्यानों पर सवाल उठने लगे हैं तथा कईयों की क्लास भी लग चुकी है।
स्वच्छता हमारी पहचान बने’
पर्यटन की दृष्टि से भारत विश्व भर के सैलानियों के लिए आकर्षण का केन्द्र है। अगर सफाई को गंभीरता से लिया जाए तो पर्यटन उद्योग को और फायदा मिल सकता है।
शराब की बिक्री समाज पर कलंक
विज्ञान के नजरिये से शराब स्वास्थ्य को बर्बाद करती है। आर्थिक व सामाजिक तौर पर भी शराब तबाही ही लाती है
महज फौरी सख्ती न बनकर रह जाए वाहनों की जांच
हादसों की भरपाई केवल मुआवजा देने, घटना की जांच करवाने या दोषियों को सजाएं देने के साथ ही नहीं होगी बल्कि प्रशासन स्तर पर ढ़ांचें में सुधार करने एवं कठोरता से कानून लागू करना होगा।
केजरीवाल महानायक का नया अवतार
उन्होंने अपने मतदाताओं से अपने काम के नाम पर वोट मांगे और साफ कहा यदि उन्होंने काम नहीं किया है तो वोट नहीं दे। उनकी यही बात लोगों ने पसंद की और झोली वोटों से भरदी।
देश की बेहाली पर सुप्रीम कोर्ट का दर्द
इतना ही नहीं यहां उच्चतम न्यायरलय तब भी बेबस नजर आया है, जब न्यायालय के आदेश राजनीतिक पार्टियों से उनके दागी सांसदों, विधायकों का ब्यौरा मांगते हैं।
महंगाई का हल आवश्यक
महंगाई ने आम आदमी के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। जनवरी में महंगाई की दर 7.59 फीसदी दर्ज की गई है। दिसंबर 2019 में यह 7.35 फीसदी स्तर पर रही थी। बड़ी हैरानी की बात है कि दिसंबर में ही इस बात का अनुमान लग गया था कि जनवरी में महंगाई 8 फीसदी तक पहुंच...
नेता सुनें अन्यथा जनता नहीं सुनने वाली
भाजपा दिल्ली का विधानसभा चुनाव तीसरी बार भी बुुरी तरह से हार गई है। इस चुनाव ने भाजपा को एक तरह से कांग्रेस की कतार में खड़ा कर दिया है। दिल्ली में भाजपा ने अपने पुराने व स्थानीय नेताओं विजय गोयल, डॉ. हर्षवर्धन, मिनाक्षी लेखी को छोड़कर पूर्व से आए मनोज...
जमींदोज हो रही ‘इमारतों का कहर’
विगत दिनों खरड़ (मोहाली) में एक तीन मंजिला इमारत के जमींदोज होने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। जमींदोज होने वाली इमारत के साथ एक बेसमैंट बनाने के लिए की जा रही खुदाई के कारण यह दु:खद हादसा घटित हो गया और इसमें कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इमारत खाली ...
बुरी स्वास्थ्य सुविधाएं
एक तरफ केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय व राज्य सरकारें कोरोना वायरस के साथ निपटने के लिए पूरे प्रबंधों का दावा कर रही हैं वहीं दूसरी तरफ पंजाब के फगवाड़ा के सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक में मरीजों को गलत ग्रुप व एचआईवी पीड़ित रक्त चढ़ाने का मामला सामने आया ह...
आपत्तिजनक विज्ञापन अधिनियम-1954 का संशोधन
भ्रामक विज्ञापनों पर रोक लगाने के लिए सरकार द्वारा अब उठाए जाने वाले कदम सराहनीय हैं। सांवली त्वचा से पाएं छुटकारा, पायें निखरी-निखरी गोरी त्वचा या आप अपने छोटे कद को लेकर कुठिंत हैं? या पौरूष बढ़ाने की दवा पर बड़े-बड़े दावों की दुकानों को अब बंद हो जान...
‘मुफ्त’ में न उलझें मतदाता
देश में चुनाव भले छोटा हो या बड़ा, नेता लोग मतदाताओं को तमाम जरू री बातें, मुद्दों, समस्याओं से भुलावा देकर ‘मुफ्त’ पर ला खड़ा करते हैं। अभी दिल्ली में विधानसभा चुनाव हैं जो कि 8 फरवरी को सम्पन्न हो जाएंगे। दिल्ली में अभी सबसे गंभीर समस्या प्रदूषण एवं ...