समानता के सच्चे पैरोकार थे डॉ. अंबेडकर
धार्मिक समुदायों के लिए पृथक निर्वाचिका और आरक्षण की मांग की।
डॉ. अंबेडकर (Dr. Bhim Rao Ambedkar) समानता के सच्चे पैरोकार थे। हालांकि उन्हें जब भारत सरकार अधिनियम 1919 तैयार कर रही साउथबोरोह समिति के समक्ष गवाही देने के लिए आमंत्रित किया गया तो उन्ह...
मानव वातावरण की करे सार-संभाल
पर्यावरण का सवाल अह्म है, क्योंकि पृथ्वी की चिंता किसी को नहीं है। हालात की भयावहता की ओर किसी का ध्यान नहीं है। राजनीतिक दलों तो बिलकुल बेफिक्र नजर आ रहे हैं, क्योंकि पृथ्वी और पर्यावरण उनके वोट बैंक नहीं हैं। धरती और पर्यावरण आज जिस स्थिति में हैं,...
संपादकीय : निजी सेक्टर के साथ पब्लिक सेक्टर रखना होगा मजबूत
हमारा संविधान देश को जन कल्याणकारी राज्य घोषित करता है। बिजली, रेल, हवाई यात्र, पेट्रोलियम, गैस, कोयला, संचार, फर्टिलाइजर, सीमेंट, एल्युमिनियम, भंडारण, ट्रांस्पोरटेशन, इलेक्ट्रानिक्स, हैवी विद्युत उपकरण, हमारे जीवन के लगभग हर क्षेत्र में आजादी के बाद...
कोरोना: जब विनय न मानत जलधि जड़ तब…..
कोरोना महामारी ने लगभग हर जागरूक और जिम्मेदार तबके की जान को सांसत में डाल दिया है। हालांकि मार्च 2020 के अंतिम सप्ताह से लागू लॉकडाउन इस समय अनलॉक में तब्दील हो गया है। हमारा देश और अधिसंख्य देशवासी महान हैं। यहाँ के लोगों को खाने पीने शौच करने करान...
सद्भावना और सुरक्षा
बीते दिनों देश में साजिश के तहत हुई हत्याओं की दो घटनाएं चिंता का विषय बनी हुई हैं। राजस्थान के उदयपुर और महाराष्टÑ के अमरावती में एक-एक युवक की हत्या को उनकी धार्मिक पहचान कर अंजाम दिया गया है। उनका कसूर सिर्फ इतना था कि वह एक धर्म विशेष के साथ जुड़े...
महामारी में शिक्षा बुरी तरह प्रभावित
दो साल से चली आ रही से महामारी से अभी पूरी तरह निजात मिलने की उम्मीद भी नहीं दिखायी दे रही है। पिछले वर्ष जिन छात्रों ने स्नातक कक्षाओं में प्रवेश लिया था, उन्हें कॉलेज कैंपस में पढ़ने का मौका नहीं मिला और अब वे दूसरे वर्ष के छात्र हो गये हैं। दो अकाद...
संसद की गरिमा को ठेस पहुंचाना शर्मनाक
पिछले दो दिनों में संसद व विधान सभा की मर्यादा को नेताओं ने जो ठेस पहुंचाई वह बहुत ही निंदनीय है। विपक्षी दलों के हंगामा के बीच लोकसभा जनरल सचिव स्नेह लता को सुरक्षा घेरे में बाहर लाया गया। सदन के भीतर विरोधी पार्टियों ने बैनर लहराकर सदन को शहरों के ...
भ्रष्टाचार के बढ़ते मामले चिंता का विषय
भ्रष्टाचार के खेल ने दुनिया के सारे लोकतंत्रों को खोखला कर दिया है। भारतीय लोकतंत्र दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, इसलिए इसकी साफ-सफाई ज्यादा जरूरी है। इन दिनों गैरभाजपा प्रांतों में भ्रष्टाचार के मामले बड़ी संख्या में उजागर हो रहे हैं। पहले दिल्ली म...
बादलों की आस पर टिका अन्नदाता का जीवन
भारत एक कृषि प्रधान देश है। कृषि का भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका है। लेकिन यह भूमिका प्रदेश के विभिन्न प्रांतों में होने वाली फसल पर निर्भर करती है। मौसमी बारिश को इस अर्थव्यवस्था को संभाले रखने में अहम योगदान कहां जाता है। इन सब में दक...
मानवता भलाई सेवा कार्य No.152
मानवता भलाई कार्य नंबर 26-सच्ची शिक्षा,130- मोबाइल वेलफेयर व 133- A Pledge for लाइफ में वर्णित कार्यों को भी शामिल करते हुए कम से कम एक बच्चे की परवरिश का दायित्व उठाना।
पूज्य पिताजी ने आज के ऑनलाइन गुरुकुल सत्संग में मानवता पर किया उपकार,
सृष्टि...
क्या मुंह छिपा पाएगा पाक?
पाकिस्तान के लिए अब मुंह छुपाना मुश्किल हो गया है। चूंकि अमेरिका द्वारा मुजाहिदीन सरगना सैय्यद सलाहुद्दीन को ‘ग्लोेबल टैरिरिस्ट’ घोषित कर दिया गया है। इस्लामाबाद ने सैय्यद सलाहुद्दीन का समर्थन करते हुए उसके आतंकी करार दिए जाने पर कड़ा एतराज जाहिर किया...
वो प्रधानमंत्री, जिसे कभी संसद में बोलने का मौका नहीं मिला
भारत के 5वें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह ने आज ही के दिन 1979 में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया था। उनका जन्म 23 दिसंबर, 1902 को यूनाइटेड प्रोविंस के नूरपुर गांव में, जो अब उत्तर प्रदेश है, में हुआ था। वो सन 1937 में विधानसभा के सदस्य चुने गए थे। उ...
जनसंख्या वृद्धि पर एक नीति बनाने की जरूरत
आज पृथ्वी बढ़ती मानव आबादी के चलते अतिरिक्त बोझ का अनुभव कर रही है। यह संख्या इसी अनुपात में बढ़ती रही तो एक दिन आजीविका के संसाधन लुप्त होने के चरम पर पहुंच जाएंगे। नतीजतन इंसान, इंसान के ही अस्तित्व के लिए संकट बन जाएगा। यह स्थिति भारत समेत दुनिया के...
संडे मोटिवेशनल: यही तो हैं सार्थक जीवन की राहें
ऐसा व्यक्ति शायद ही कोई मिले जिसे जीवन में किसी भी प्रकार के कष्ट नहीं झेलने पड़े हों। कुछ पाकर खो देने का डर, कुछ न पा सकने का भय, जिन्दगी के पटरी से उतर जाने की चिन्ता- जिन्दगी इन्हीं छोटी-छोटी चिन्ताओं और ऐसे छोटे-छोटे डरों से घिरी रहती है। एक नहीं...
हांगकांग विवाद में अमेरिकी फांस
हांगकांग की स्वायत्तता संबंधी विधेयक पर हस्ताक्षर कर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के विरूद्ध एक ओर मोर्चा खोल दिया है। हांगकांग ऑटोनोमी ऐक्ट के नाम से लाया गया यह विधेयक इस महीने के आरंभ में अमेरिकी कांग्रेस द्वारा पारित किया गया था। ट्रंप...