नई दिल्ली (एजेंसी)। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के राजस्व बंटवारा मॉडल के अनुसार 40 करोड़ 50 लाख डालर मिलेंगे। आईसीसी के लंदन में वार्षिक सम्मेलन के दौरान इस पर सहमति बनी। आईसीसी शुरू में बीसीसीआई को 29 करोड़ 30 लाख डालर देने पर सहमत हुई थी लेकिन लंबी बातचीत के बाद इसके चेयरमैन शशांक मनोहर इसमें दस करोड़ डालर बढ़ाने पर सहमत हो गए थे। आखिर में फैसला किया गया कि बीसीसीआई को पूर्व में तय की गई राशि से 11 करोड़ 20 लाख डालर अधिक दिए जाएंगे।
बीसीसीआई के लिए विवाद का विषय
राजस्व बंटवारा मॉडल बीसीसीआई के लिए विवाद का विषय रहा क्योंकि दुनिया के सबसे प्रभावशाली बोर्ड ने 57 करोड़ डालर की मांग की थी, जो कि मनोहर को मंजूर नहीं था। मनोहर बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं। भारतीय क्रिकेट बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि बीसीसीआई नियम और शर्तों पर सहमत हो गई है। इससे पहले जब इस पर मतदान हुआ था तो बीसीसीआई को 1-13 से हार का सामना करना पड़ा था।
हालांकि बीसीसीआई को अब भी एक अरब, 53 करोड़ 60 लाख डालर के कुछ राजस्व बंटवारे का 22.8 प्रतिशत हिस्सा मिल रहा है। ईसीबी को 7.8 प्रतिशत जबकि अन्य बोर्ड को 7.2 प्रतिशत हिस्सा मिल रहा है। जिम्बाब्वे को 5.3 प्रतिशत हिस्सा ही मिल रहा है। पूर्णकालिक सदस्यों को 86 प्रतिशत से अधिक हिस्सा दिया जा रहा है। बाकी धनराशि आईसीसी एसोसिएट सदस्य देशों में बांटी जाएगी।
किस टीम को कितना धन
- इंग्लैंड 13 करोड़ 90 लाख डालर
- आस्ट्रेलिया 12 करोड़ 80 लाख डालर
- पाकिस्तान 12 करोड़ 80 लाख डालर
- वेस्टइंडीज 12 करोड़ 80 लाख डालर
- न्यूजीलैंड 12 करोड़ 80 लाख डालर
- श्रीलंका 12 करोड़ 80 लाख डालर
- बांग्लादेश 12 करोड़ 80 लाख डालर
- जिम्बाब्वे 9 करोड़ 40 लाख डालर
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