करनाल(सच कहूँ/विजय शर्मा)। इतिहास बदलने में नारी का योगदान हमेशा रहा है। फिर चाहे बात देश को आजाद करवाने की हो या समाज की सोच बदलने की। नारी अगर ठान ले तो फिर उसके लिए कुछ भी असंभव नहीं। साल 2010 में करनाल में ऐसी ही एक महिला ने जिला उपायुक्त के रूप कदम रखा। जिनका नाम था ‘IAS Neelam Pradeep Kasni’। जिन्होंने कन्या भ्रूण हत्या रोकने व बेटियों को शिक्षित करने को लेकर प्रत्येक माह की 6 तारीख को बेटी बचाने को लेकर एक शपथ ग्रहण की मुहिम शुरू की। जिसमें ये संकल्प लिया जाता था ‘‘हम अपने जीवन में कन्या भू्रण हत्या नहीं करेंगे और नहीं दूसरों को करने देंगे’’।
इस मुहिम में करनाल के संगठनों व सामाजिक संस्थाओं के अलावा पत्रकारों व जिला अधिकारियों ने खूब सहयोग किया। आईएएस नीलम प्रदीप कासनी की ये मुहिम रंग भी लाई और साल 2011 में
लिंगानुपात 834 से बढ़कर 849 पर पहुंचा। लेकिन अफसोस की बात है कि 2012 में नीलम प्रदीप कासनी का तबादला होने के बाद ये मुहिम भी दम तोड़ गई।
जो अधिकारी व सामाजिक संगठन हर माह ये प्रण दोहराने का संकल्प लेते थे, उन्हें पूर्व जिला उपायुक्त नीलम प्रदीप कासनी तो याद है लेकिन उनके द्वारा शुरू की गई मुहिम और अपना प्रण अब याद नहीं। दु:ख तो इस बात है कि 6 साल के दौरान 6 जिला उपायुक्तों की तैनाती करनाल में हुई लेकिन किसी ने भी इस मुहिम को दोबारा शुरू करने की पहल नहीं की। वहीं प्रशासनिक अधिकारी भी कार्यक्रमों में बेटी बचाने का भाषण तो झाड़ देते हैं लेकिन अपना संकल्प दोहराना उचित नहीं समझते।
7 सालों से अकेले मुहिम को आगे बढ़ा रही ‘IAS Neelam Pradeep Kasni’
बेशक करनाल से शुरू की गई ये मुहिम जिला अधिकारी व आमजन भूल चुका हो। लेकिन पिछले लगभग 7 सालों से आईएएस नीलम प्रदीप कासनी कहीं भी रही हो, लेकिन अपने प्रण को दोहराना नहीं भूलती। सोशल साईट के माध्यम से वे आज भी लोगों को उनका प्रण याद दिलाने का प्रयास कर रही है। वहीं जब सच कहूँ संवाददाता ने इस बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि कोई भी मुहिम हो वो तब तक सफल नहीं हो सकती जब तक इंसान उसे सच्ची भावना से न करे। मुझे अभी भी उम्मीद है कि करनाल वासियों व प्रशासनिक अधिकारियों ने जो संकल्प लिया था, उसे वो दोबारा जरूर शुरू करेंगे।
नीलम पी. कासनी की मुहिम सराहनीय, ऐसी मुहिम चलती रहनी चाहिए: नेरंद्र अरोड़ा
इस बारे में एंटी करप्शन फाउंडेशन आॅफ इंडिया के राष्टÑीय अध्यक्ष नरेंद्र अरोड़ा ने कहा कि नीलम प्रदीप कासनी जब करनाल की उपायुक्त थी तब उनके द्वारा प्रत्येक माह की 6 तारीख को बेटी बचाने को लेकर एक शपथ ग्रहण की मुहिम चलाई गई थी जोकि अति सराहनीय थी। लेकिन उसके बाद कभी भी करनाल में प्रशासनिक तौर पर शपथ ग्रहण बेटी बचाने को लेकर 6 तारीख को नहीं करवाए गए और न ही सामाजिक संस्थाओं द्वारा इसे चलाया गया। लेकिन उनके द्वारा चलाई गई मुहिम रंग लेकर आई ओर लिंगानुपात में काफी सुधार हुआ। इस तरह के मुहिम चलती रहेगी तो परिणाम और बहतर आएंगे।
जय भारत युवा मंडल संगठन आया आगे, फिर से मुहिम को देंगे उड़ान
जय भारत युवा मंडल संगठन के प्रदेशाध्यक्ष सुरेन्द्र उढ़ाना व सरपंच से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि देश की बेटी व करनाल की पूर्व डीसी नीलम पी. कासनी ने जो मुहिम करनाल से शुरू की थी, बेशक प्रशासनिक अधिकारी उन्हें भूल गए हों लेकिन अब ‘जय भारत युवा मंडल संगठन’ इस मुहिम को फिर से शुरू करेगा, ताकि लोगों को उनका प्रण दोबारा याद आ सके। उन्होंने कहा कि पूर्व डीसी के प्रयायों को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा। अगामी 6 फरवरी को एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें बेटी बचाने को लेकर लोगों को शपथ ग्रहण करवाई जाएगी।
वर्ष 2010 -834
वर्ष 2011 -849
वर्ष 2012 -847
वर्ष 2013 -880
वर्ष 2014 -886
वर्ष 2015 -897
वर्ष 2016 -909
वर्ष 2017 -922
वर्ष-2018 -930
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